पैरिस में इस्रायल-हमास की सहमति होने के दावे – बातचीत के दौरान ही इस्रायल ने गाजा में किए हमलों में १०० की मौत

पैरिस – फ्रान्स की राजधानी पैरिस में आयोजित इस्रायल-हमास की चर्चा कामयाब हुई है और जल्द ही हमास की कैद से अगवा इस्रायली नागरिकों की रिहाई होगी, ऐसा दावा किया जा रहा है। इस्रायली माध्यमों ने इसकी जानकारी सार्वजनिक की है। लेकिन, अभी इस सहमति का पूरा ब्योरा सामने नहीं आया है। इस्रायली अगवा नागरिकों को मुक्त करने के बदले में हमास के बंदियों को रिहा करने के लिए इस्रायल तैयार होने के दावे इस्रायली माध्यमों ने किए हैं। सूत्रों के दाखिले से किए इन दावों में अमेरिका और अगवा नागरिकों के परिवार जनों के दबाव के कारण इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू पैरिस की बातचीत में समझौता करने के लिए मज़बूर हुए, ऐसा कुछ इस्रायली अखबार कह रहे हैं। लेकिन, गाजा पर शुरू इस्रायल के हमले रोकने की हमास ने रखी शर्त इस्रायल ने स्वीकार की है या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है।

पैरिस में इस्रायल-हमास की सहमति होने के दावे - बातचीत के दौरान ही इस्रायल ने गाजा में किए हमलों में १०० की मौतइस्रायली गुप्तचर संगठन मोसाद, अंदरुनि सुरक्षा यंत्रणा शिन बेत, इस्रायली रक्षाबलों ने अगवा नागरिकों की समस्या का हल निकालने के लिए नियुक्त किए वरिष्ठ अधिकारी हमास से चर्चा करने के लिए पैरिस पहुंचे थे। इस युद्ध विराम की खबरें सामने आ रही थी तभी इस्रायली सेना ने पिछले २४ घंटे में गाजा में किए हमलों में १०० लोगों के मारे जाने की बात स्पष्ट हुई। इससे पैरिस की चर्चा असफल होने की संभावना बनी थी। लेकिन, इस्रायल और हमास के बीच अगवा नागरिकों की रिहाई को लेकर सहमति होने की खबरें इस्रायली माध्यमों ने सूत्रों के दाखिले से दी है। लेकिन, अभी इसका पूरा ब्योरा हाथ नहीं आया है, यह कबुली इस्रायली माध्यमों ने दी।

इस्रायल ने गाजा पर हमले करना तुरंत बंद करें और अपनी हिरासत से हमास के कैदियों को मुक्त करें, ऐसी हमास की प्रमुख मांगे हैं। पैरिस में इस्रायल-हमास की सहमति होने के दावे - बातचीत के दौरान ही इस्रायल ने गाजा में किए हमलों में १०० की मौतसाथ ही विभिन्न देशों ने भेजी मानवीय सहायता पैलेस्टिनी जनता तक पहुंचाने का निर्णय इस्रायल करें, ऐसी मांग भी हमास ने रखी थी। इस्रायल ने यह सहायता रोक रखी थी। लेकिन, इस्रायली मंत्रि मंड़ल की बैठक में यह सहायता प्रदान करने का निर्णय होने के दावे किए जा रहे हैं।

लेकिन, पैलेस्टिनी बंदियों की मुक्तता और गाजा पर शुरू हमले रोकने की मांग पर इस्रायल की सरकार ने क्या निर्णय किया है, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। इसी वजह से पैरिस की बातचीत कामयाब होने की खबरे दी जा रहे है और इसपर इस्रायली माध्यम सावधानी दिखाते दिख रहे है। लेकिन, पिछले कुछ दिनों से इस्रायल ने गाजा पर शुरू किए हमलों के विरोध में अमेरिका ने अपनाई आक्रामक भूमिका का दबाव भी इस्रायल की सरकार पर होने का दावा कुछ इस्रायली अखबारों ने किया है। यूरोपिय देशों ने भी इन हमलों को लेकर इस्रायल पर दबाव बढ़ाया था। वहीं, हमास ने अपहरण करके कैद में रखे इस्रायली नागरिकों के परिवारजनों ने प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू की सरकार पर दबाव बढ़ाया था। इसके लिए हजारों लोगों ने इस्रायल के शहरों में प्रदर्शन भी किए थे।

इससे इस्रायल की सरकार को पैरिस चर्चा में हमास से समझौता करना पड़ा, ऐसा इन इस्रायली अखबारों का कहना है। पहले के समय में इस्रायल की सरकार ने हमास से समझौता करने से इनकार किया था। अगवा नागरिकों को बिना किसी शर्त से रिहा करने की मांग इस्रायल की सरकार ने हमास के सामने रखी थी।

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