ताइवान के मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया ध्यान से बयान करे – ऑस्ट्रेलिया में चीन के राजदूत का इशारा

कैनबेरा – पिछले हफ्ते चीन की सेना ने जापान के समुद्री क्षेत्र के करीब मिसाइल हमले किए थे। इस पर प्रतिक्रिया के तौर पर अमरीका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने चीन की कार्रवाई की कड़ी आलोचना की थी। इस वजह से आगबबूला हुए चीन ने ऑस्ट्रेलिया को धमकाया है। अन्य देशों के प्रभाव से ऑस्ट्रेलिया चीन विरोधी भूमिका ना अपनाए। बल्कि, ताइवान के मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया अधिक सावधानी वाली भूमिका अपनाए, ऐसी चेतावनी चीन के राजदूत शियाअ कियान ने दी।

दो दिन पहले ऑस्ट्रेलिया के रक्षामंत्री रिचर्ड मार्लेस ने स्थानीय रेडियो चैनल से बोलते हुए इस क्षेत्र की सुरक्षा को चीन से खतरा बड रहा है, ऐसे कहा था। इस दौरान रक्षामंत्री मार्लेस ने ताइवान और साऊथ चायना सी का मुद्दा उठाया। ताइवान की खाड़ी में युद्धाभ्यास का आयोजन करके चीन ने जानबूझकर अंतरराष्ट्रीय समुद्री नियमों का उल्लंघन किया है, यह आरोप मार्लेस ने लगाया था। इस युद्धाब्यास में चीन ने ताइवान की दिशा में बैलेस्टिक मिसाईल दागी और यह कहकर संयुक्त राष्ट्रसंघ के नियमों को कुचला है, ऐसी आलोचना ऑस्ट्रेलियन रक्षामंत्री ने की।

ऐसे में साऊथ चायना सी के मुद्दे पर मार्लेस ने चीन की सख्त आलोचना की। ईस्ट और साऊथ चायना सी क्षेत्रों में निमयों पर आधारित समुद्री यातायात जारी रहे, इसमें ऑस्ट्रेलिया का राष्ट्रीय हित समाया है। लेकिन, इस समुद्री क्षेत्र में चीन की गतिविधियाँ ऑस्ट्रेलिया की समृद्धि खतरे में ड़ाल रही है, यह आरोप मार्लेस ने लगाया था। बुधवार को चीन के राजदूत कियान ने माध्यमों से बोलते समय ऑस्ट्रेलिया ने ताइवान पर अपनाई भूमिका की आलोचना की। ऑस्ट्रेलियन सरकार की इस भूमिका की वजह से चीन और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों पर असर पड़ सकता है। इस वजह से ऑस्ट्रेलिया ‘वन चायना पॉलिसी’ को गंभीरता से लेते हुए ताइवान के मुद्दे पर सावधानी से कदम उठाए, ऐसा इशारा भी चीन के राजदूत ने दिया।

इसी बीच, ताइवान का विलयन करने के लिए चीन सभी विकल्पों का इस्तेमाल करने के लिए तैयार होने का ऐलान चीनी राजदूत कियान ने किया। क्या चीन ताइवान पर सैन्य कार्रवाई करेगा? इस सवाल पर जवाब देते हुए कियान ने अप्रत्यक्ष रूप से ताइवान पर हमला करने के संकेत दिए हैं।

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