ताइवान के मुद्दे पर जारी ऑस्ट्रेलिया की उकसानेवाली हरकतें चीन के संबंधों के लिए घातक साबित होंगी – चीनी माध्यमों ने ऑस्ट्रेलिया को धमकाया

ताइपे/कैनबेरा/बीजिंग – ताइवान के मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया की उकसानेवाली हरकतों की वजह से चीन-ऑस्ट्रेलिया के द्विपक्षीय संबंधों में दरार पड़ सकती है, ऐसी धमकी चीनी प्रसार माध्यमों ने दी है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबोट ने हाल ही में ताइवान का दौरा किया। इस यात्रा के दौरान उन्होंने चीन की आक्रामक गतिविधियों की तीव्र आलोचना करके फिलहाल ताइवान के पीछे ड़टकर खड़े होने की आवश्‍यकता है, यह इशारा भी दिया। उनकी इस यात्रा से बेचैन हुए चीनी माध्यमों ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ज़हर उगलना शुरू किया हुआ दिखाई दे रहा हैं।

उकसानेवाली हरकतेंइस महीने के पहले चार दिनों में चीन के तकरीबन डेढ़ सौ विमानों ने ताइवान के ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशन ज़ोन’ (एडीआयज़ेड) में घुसपैठ की है। यह अब तक की सबसे बड़ी घुसपैठ साबित हुई है। चीन की इन गतिविधियों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त हो रही है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री ने ताइवान की यात्रा करके चीन पर आलोचना करना भी उसी का हिस्सा होता है।

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबोट ने ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई र्इंग-वेन से मुलाकात की। साथ ही ताइवान के एक अध्ययन मंड़ल को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने चीन की जोरदार आलोचना की। ताइवान के मुद्दे पर चीन काफी आक्रामक भूमिका अपना कर कार्रवाई कर सकता है, यह इशारा भी एबोट ने इस दौरान दिया। ताइवान के मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया युद्ध के नगाड़े नहीं बजा रहा है, बल्कि चीन की नीति ही इस तरह की होने का आरोप ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री ने लगाया। चीन को अपनी आक्रामकता से पीछे हटकर पुनर्विचार करने की आवश्‍यकता है, ऐसी फटकार भी एबोट ने लगाई।

उकसानेवाली हरकतेंअमरीका एवं ऑस्ट्रेलिया द्वारा ताइवान के मुद्दे पर अपनाई जा रही भूमिका का भी उन्होंने समर्थन किया। साथ ही अब ताइवान को सबसे अधिक समर्थन की ज़रूरत होने का बयान भी ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री ने किया। ताइवान पर दबाव ड़ाल रहे चीन को ‘टीपीपी’ जैसें समझौते में स्थान नहीं दिया जा सकता, यह दावा भी उन्होंने किया। दो वर्ष पहले हमने ताइवान की यात्रा करने का विचार भी नहीं किया होता। लेकिन, अब स्थिति में बदलाव हुआ है, यह बयान भी एबोट ने किया।

एबोट ने ताइवान के मुद्दे पर सरेआम अपनाई ऐसी भूमिका की वजह से चीन बेचैन होता दिखाई दे रहा है। चीन के सरकारी मुखपत्र ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने सीधे द्विपक्षीय संबंध तोड़ने की धमकी दी है। ताइवान के मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया चीन से सरेआम स्पष्ट संघर्ष करने की भूमिका अपनाने की तैयारी कर रहा है, यह आड़ोप भी लगाया गया है। ताइवान के मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया ने अपनी यही भूमिका कायम रखी तो इससे ऑस्ट्रेलिया को जोरदार झटके बर्दाश्‍त करने होंगे, यह इशारा चीनी मुखपत्र ने दिया हैं।

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