ताइवान को धमकाने के लिए चीन दबाव बनाने की नीति अपना रहा है

ताइपे/बीजिंग – ताइवान की सीमा में लगातार घुसपैठ करने के साथ ही चीन दबाव बनाने की नीति अपनाकर ताइवान की जनता को धमकाने की कोशिश कर रहा है, ऐसा दावा ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा त्साई ईंग-वेन ने की। दुष्प्रचार के ज़रिये चीन ताइवानी लोगों में बेचैनी निर्माण करने की कोशिश कर रहा है, यह चेतावनी भी राष्ट्राध्यक्षा ईंग-वेन ने दी। ताइवान के प्रसारमाध्यम और सोशल मीडिया में घुसपैठ करने में चीन सफल हुआ है, यह इशारा विश्लेषकों ने पहले ही दिया था।

‘ताइवान की सीमा में तनाव अभी खत्म नहीं हुआ है और खतरा भी कम नहीं हुआ है। चीन के लड़ाकू विमान और युद्धपोतों की ताइवान की सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश जारी है। साथ ही दुष्प्रचार का इस्तेमाल करके ताइवान जनता को बेचैन करने की दबावनीति के प्रयोग ताइवान की जनता पर किए जा रहे हैं’, ऐसा इशारा ताइवान की राष्ट्राध्यक्षा ने दिया। इस दौरान चीन ने ड्रोन्स का इस्तेमाल काफी बढ़ाया हैं और इसके पिछे ताइवान की सेना को दबाव में लाने की योजना होने की बात भी उन्होंने कही। पिछले साल से ताइवान ने चीन के लिए काम कर रहे कई जासूस और कंपनियों पर कार्रवाई की थी।

इससे चीन ने ताइवान के प्रचारयुद्ध के लिए निर्माण किए नेटवर्क की भी पोल खोली थी। ताइवान जैसे लोकतांत्रिक देश में प्रसारमाध्यम और सोशल मीडिया को प्राप्त आज़ादी का लाभ उठाकर चीन ताइवानी जनता की भूमिका बदलने की कोशिश करने में जुटा होने की बात भी इससे स्पष्ट हुई थी। इसके पीछे चीन की सेना का हाथ होने के दावे ताइवानी अध्ययन मंड़ल और विश्लेषकों ने किए थे।

कुछ साल पहले ताइवान के चुनावों में त्साई ईंग-वेन के खिलाफ ताइवान का जनमत तैयार करने की चीन की साज़िश भी स्पष्ट हुई थी। लेकिन, चीन की यह साज़िश नाकाम हुई और त्साई ईंग-वेन बहुमत से राष्ट्राध्यक्षा बनी थीं। उनकी इस जीत के बाद चीन ने अपनी मुहिम अधिक तीव्र की है और राष्ट्राध्यक्षा ईंग-वेन ने लगाए आरोपों से यह बात अधिक तीव्रता से सामने आयी है।

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