ईरान विरोधी कार्रवाई करते इस्रायल के हाथ अमरीका बांधेगी नहीं – इस्रायल में नियुक्त अमरिकी राजदूत

जेरूसलम – अमरीका और ईरान की परमाणु समझौते पर सहमति हुई है और जल्द ही यह समझौता होगा, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। लेकिन, फिलहाल यह परमाणु समझौता मुमकिन नहीं है, ऐसा कहकर अमरीका के बायडन प्रशासन ने इस्रायल को आश्वस्त किया है। इसके साथ ही ईरान को परमाणु अस्त्रों से सज्जित ना होने देने के निर्णय पर अमरीका कायम होने की गवाही भी बायडेन प्रशासन ने दी। इससे बढ़कर आत्मरक्षा के लिए ईरान पर कार्रवाई करते समय इस्रायल के हाथ बांधे नहीं जाएँगे, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने स्वयं इस्रायली प्रधानमंत्री से कहा है, ऐसा दावा इस्रायल में नियुक्त अमरिकी राजदूत ने किया है।

पिछले हफ्ते तक अमरीका और ईरान का परमाणु समझौता आखरी चरण में पहुँचने की खबरें प्रसिद्ध हुईं थी। लेकिन, इस्रायल के प्रधानमंत्री येर लैपिड और अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के बीच फोन पर हुई चर्चा के बाद स्थिति में बदलाव होने का दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं। ईरान का परमाणु समझौता फिलहाल किनारे करने का संदेश राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और अमरिकी अधिकारी इस्रायल को दे रहे हैं। दो दिन पहले इस्रायल में नियुक्त अमरीका के राजदूत थॉमस निडेस और इस्रायल की यात्रा करने पहुँचे अमरिकी सिनेटर्स ने यह जानकारी माध्यमों से साझा की।

अमरीका ईरान के साथ २०१५ में किया गए परमाणु समझौता पुनर्जीवित करना चाहती है। लेकिन, अमरीका की कुछ शर्तें पूरी करके ही यह परमाणु समझौता हो सकता है क्योंकि, अमरीका को ईरान की आक्रामकता का अहसास है। इसी कारण अमरीका कभी भी ईरान को परमाणु अस्त्र से सज्जित होने नहीं देगी। राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने इस्रायल के प्रधानमंत्री लैपिड के साथ हुई चर्चा के दौरान यह वादा किया है’, ऐसा अमरिकी राजदूत निडेस ने कहा है।

ईरान के साथ परमाणु समझौता हो या ना हो, फिर भी आत्मरक्षा के लिए ईरान पर कार्रवाई कर रहे इस्रायल के हाथ अमरीका बांधेगी नहीं, यह वादा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने प्रधानमंत्री लैपिड से किया है, यह जानकारी निडेस ने प्रदान की। इस्रायल का दौरा कर रहे अमरिकी सिनेटर लिंडसे ग्रैहम, रॉबर्ट मेंडेझ ने भी ईरान का परमाणु समझौता अमरिकी कांग्रेस और सिनेट की अनुमति के बिना पारित नहीं होगा, यह स्पष्ट किया। इसके बाद राजदूत निडेस ने इस्रायल के प्रधानमंत्री लैपिड और अमरिकी सिनेटर्स ने इस्रायली गुप्तचर संस्था मोसाद के प्रमुख डेविड बार्नी से मुलाकात की।

इसी बीच, अमरीका के साथ परमाणु समझौता करने की कोशिश नाकामयाब हुई तो खाड़ी क्षेत्र में ईरान की आक्रामकता अधिक बढ़ेगी। पर्शियन खाड़ी के साथ रेड सी क्षेत्र एवं इराक, सीरिया, लेबनान और गाज़ा पट्टी में मौजूद ईरान और ईरान से जुड़े गुटों की गतिविधियाँ तीव्र होंगी, यह चिंता इस्रायली माध्यम व्यक्त कर रहे हैं।

इस्रायल के लड़ाकू विमानों ने भरी अमरिकी बॉम्बर्स के साथ उड़ान

जेरूसलम – पिछले हफ्ते खाड़ी क्षेत्र में दाखिल हुए अमरीका के लंबी दूरी के ‘बी-५२’ बॉम्बर विमानों के साथ इस्रायल के लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी। इस्रायल की हवाई सीमा से पर्शियन खाड़ी तक इस्रायली विमान अमरिकी बॉम्बर्स के साथ उड़ान भर रहे थे। इस्रायल और अमरिकी विमानों की यह उड़ान ईरान के लिए स्पष्ट संकेत होने के दावे किए जा रहे हैं।

इंग्लैण्ड के फेअर फोर्ड हवाई अड्डे से अमरिकी ‘बी-५२ बॉम्बर’ विमानों ने उड़ान भरकर भूमध्य समुद्र से खाड़ी की ओर सफर शुरू किया था। अमरीका और सहयोग देशों के लिए बन रहें खतरे के विरोध में इन बॉम्बर्स विमानों का अभियान ही सटिक जवाब होने का बयान अमरिकी वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी ने किया था।

इस अधिकारी का स्पष्ट ज़िक्र किए बिना अमरिकी बॉम्बर्स ने खाड़ी में लगाई गश्त ईरान को चेतावनी होने की बात कही जा रही हैं। इससे पहले जून महीने में भी अमरिकी बॉम्बर्स ने खाड़ी में इसी तरह से गश्त लगायी थी।

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