चीन ही है अमरिका के लिए सबसे बडा खतरा – अमरिकी रक्षा मंत्री का इशारा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

वॉशिंगटन – अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्चस्व बनाने के लिए जोरदार स्पर्धा शुरू है और इस स्पर्धा में चीन ही अमरिका के लिए सबसे बडा खतरा है, यह चेतावनी अमरिका के नए रक्षा मंत्री पैट्रिक शॅनाहन इन्होंने दी है| शॅनाहन इन्होंने बुधवार के दिन रक्षा मुख्यालय में आयोजित बैठक में लगातार चीन का नाम लेकर आनेवाले वर्ष में यही देश अमरिका की रक्षा नीति का केंद्र होगा, इसका भान कराया| पिछले कुछ वर्षों में अमरिका और चीन के बीच बने तनाव में लगातार बढ रहा है और दो देशों में भयंकर युद्ध हो सकता है, यह अंदाजा कई अभ्यासगुट जता रहे है|

अमरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस इन्होंने इस्तिफा देने के बाद १ जनवरी से पॅट्रिक शॅनाहन इन्होंने रक्षा मंत्री पद की अस्थायी जिम्मेदारी का स्वीकार किया है| कार्यभार स्वीकार ने के बाद बुधवार के दिन उन्होंने रक्षा मुख्यालय को भेंट देकर अधिकारियों के साथ बैठक की| इस दौरान रक्षा मंत्री शॅनाहन इन्होंने इस वर्ष के लिए तय की गई अमरिकी रक्षा विभाग की अहम जरूरते और उद्देश्य स्पष्ट किया| इस दौरान पिछले वर्ष में प्रसिद्ध की गई ‘नैशनल डिफेन्स स्ट्रॅटेजी’ का भी जिक्र हुआ|

‘नैशनल डिफेन्स स्ट्रॅटेजी’ में अमरिका के प्रभाव को चीन और रशिया से चुनौती मिल रही है, यह दर्ज करके अमरिका का वर्चस्व बरकरार रखने के लिए जरूरी विकल्पों की सिफारीश भी की गई है| यह दाखिला देकर शॅनाहन इन्होंने चीन पर खास तौर पर फोकस करने की जरूरत है, यह भान कराया| ‘नैशनल डिफेन्स स्ट्रॅटेजी’ अमरिकी रक्षा बलों के लिए बतौर मार्गदर्शक काम करती रहेगी, यह भी उन्होंने स्पष्ट किया|

शॅनाहन इनके पहले अमरिका के रक्षा मंत्री बने जेम्स मैटिस इन्होंने भी चीन के बढते खतरे की ओर लगातार ध्यान आकर्षित किया था| तैवान और जापान के साथ पूरे ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र में चीन की शुरू गतिविधियों का जिक्र करके मैटिस इन्होंने चीन को रोकने के लिए अमरिका इस क्षेत्र के सहयोगी देशों के साथ सक्रिय रहेगी, यह स्पष्ट संकेत उन्होंने दिए थे| चीन को रोकने के लिए एशियाई देशों के साथ ऑस्ट्रेलिया का सहयोग प्राप्त करने के लिए भी मैटिस ने पहल की थी|

पिछले महीने में अमरिका के प्रभावी अभ्यास गुट ‘कौन्सिल ऑन फॉरेन रिलेशन्स’ ने स्वतंत्र रपट प्रसिद्ध करके अमरिका के लिए बने खतरों का जिक्र किया था| इस में, ‘साऊथ चाइना सी’ के मसले पर अमरिका और चीन में युद्ध होने की संभावना होने की चेतावनी दी थी| चीन के साथ मुमकिन युद्ध की पृष्ठभुमि पर अमरिका ने तैयारी बढाई है और पिछले कुछ महीनें में पैसिफिक क्षेत्र में युद्धपोतों की गश्त बढाई है| इसी दौरान, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों को प्रगत रक्षा यंत्रणा और लडाकू विमानों की आपुर्ति की जा रही है और यह देश चीन को रोकने के लिए अमरिका ने अपनाई नीति का अहम हिस्सा समझे जा रहे है|

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