अमरिका के व्यापार युद्ध का सामना करने के लिए चीन की तरफ से ११० अरब डॉलर्स का आर्थिक प्रावधान

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बीजिंग – अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने शुरू किए व्यापार युद्ध की वजह से चीन की अर्थव्यवस्था को लगने वाले झटके अधिकाधिक तीव्र होते जा रहे हैं, ऐसे संकेत मिल रहे हैं। चीन की मध्यवर्ती बैंक ने रविवार को अचानक स्वतंत्र निवेदन जारी करके देश के बैंकिंग क्षेत्र को ११० अरब डॉलर्स की अतिरिक्त आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।अमरिका के साथ चल रहे व्यापार युद्ध की वजह से चीन की कंपनियों को हो रहा आर्थिक नुकसान टालने के लिए बैंक निधि दे, इसके लिए यह कदम उठाए जाने का दावा चीन के अर्थशास्त्री और विश्लेषकों ने किया है।

चीन का मध्यवर्ती बैंक ‘पीपल्स बैंक ऑफ़ चाइना’ ने रविवार को स्वतंत्र निवेदन प्रसिद्ध करके बैंकों के का ‘अरक्षित बांड प्रमाण’ एक प्रतिशत से कम करने की घोषणा की।इस कारण चीन की बैंकों को मध्यवर्ती बैंक के पास जो आरक्षित निधि रखा जाता है, वह कम होने वाला है और बैंकों के पास के निधि में बढ़ोत्तरी होने वाली है।चीनी सूत्रों ने दी जानकारी के अनुसर, मध्यवर्ती बैंक के फैसले की वजह से बैंकों को लगभग ११० अरब डॉलर्स का अतिरिक्त निधि उपलब्ध होने वाला है।

रविवार को निवेदन प्रसिद्ध करते समय चीन के मध्यवर्ती बैंक ने मूल आर्थिक नीति में कुछ बदलाव न होने का खुलासा किया है।लेकिन चीन के अर्थशास्त्री और विश्लेषकों ने मध्यवर्ती बैंक के खुलासे पर आशंका जताई है।नया फैसला अमरिका के साथ व्यापार युद्ध के कारण चीनी अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान की तीव्रता कम करने के लिए कोशिश है, ऐसा चीनी विश्लेषकों का कहना है।

‘अमरिका-चीन के व्यापार युद्ध के परिणामों का मुकाबला करने के लिए ही नीति शिथिल की गई है।आर्थिक विकास कायम रहे यही चीन का उद्देश्य है और उसे कायम रखने के लिए ही नीति में परिवर्तन किया गया है’, ऐसा दावा ‘चाइना सिटीक बैंक’ के प्रमुख अर्थशास्त्री लिआओ कून ने किया है।

अमरिका के साथ व्यापार युद्ध की वजह से चीन के आर्थिक विकास के व्यापार का हिस्सा घटने का डर है।व्यापार युद्ध की वजह से निर्यात में कटौती हुई तो उसके परिणाम निवेश और उतदान क्षेत्र पर भी दिखाई देने के संकेत मिल रहे हैं।इस वजह से मध्यवर्ती बैंक का नया फैसला आर्थिक विकास दर में संभाव्य गिरावट रोकने के लिए ही है’, ऐसा ‘चायनीज अकादमी ऑफ़ सोशल साइंसेस’ के शोधकर्ता झांग मिंग ने कहा है।

हांगकांग के वरिष्ठ चीनी अर्थशास्त्री शु जिआनवेई ने, चीन को अमरिका के साथ व्यापार युद्ध में अधिक संकटों का मुकाबला करना पड़ने वाला है और उसके लिए अर्थव्यवस्था में अधिकाधिक निधि डालते रहना चाहिए, ऐसी चेतावनी दी है।पिछले कुछ महीनों में चीन की निर्यात के साथ साथ उत्पादन, निवेश इन सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों को व्यापर युद्ध से नुकसान हुआ है, यह समाने आया है।चीन की यंत्रणाओं ने इसे कबूल भी किया है। व्यापार युद्ध की वजह से चीन के विदेशी मुद्रा भंडार को २८ अरब डॉलर्स का नुकसान हुआ है, यह बात सामने आई है।

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