साऊथ चाइना सी पर कब्जा करने के लिए चीन दो अमरिकी विमान वाहक युद्धपोत डुबाए – चीन के वरिष्ठ अधिकारी ने उकसाया

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तैपेई/कॅनबेरा – चीन को ‘साऊथ चाइना सी’ पर वर्चस्व स्थापित करना है तो अमरिका को धक्का देना होगा| इस समुद्री क्षेत्र में प्रवेश कर रही अमरिकी विमानवाहक युद्धपोत डुबाई तो पांच हजार लोक बलि होंगे| इस तरीके से और एक विमान वाहक युद्धपोत डुबाई तो १० हजार लोग खतम होंगे, यह हुआ तो अमरिका डरता दिखाई देगा, यह दावा चीन के वरिष्ठ अधिकारी ने किया है|

चीन की ‘पिपल्स लिबरेशन आर्मी अकॅडमी ऑफ मिलिटरी सायन्स’ विभाग के उपसंचालक ‘रिअर एडमिरल लुओ युआन’ इन्होंने यह चेतावनी दी है| तीन हफ्ते पहले २० दिसंबर के दिन शेंझेन में चीन के लष्करी उद्योग के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था| इस दौरान बोलते समय युआन इन्होंने अमरिका और चीन के बीच बने तनाव पर प्रतिक्रिया दर्ज की| तैवानी और ऑस्ट्रेलिया के माध्यमों ने इस संबंधी वृत्त प्रसिद्ध किया है|

अमरिका और चीन के बीच बना तनाव यह केवल आर्थिक और व्यापारी संबंधों की वजह से नही बना है| बल्कि इसके पीछे सामरिक स्पर्धा है, यह युआन ने कहा है|

‘साऊथ’ और ‘ईस्ट चाइना सी’ में समुद्री यातायात की आजादी के मुद्दे पर अमरिका के साथ शुरू हुए विवाद का नतीजा निकाला जा सकता है, यह दावा चीन के वरिष्ठ अधिकारीने किया| इसके लिए चीन के लष्कर के पास मौजुद युद्धपोत विरोधी मिसाइल का इस्तेमाल करना संभव है, यह युआन ने इस दौरान बताया|

अमरिकी नौसेना के सामर्थ्य का बिजुका तैयार हुआ है और विमान वाहक युद्धपोत उसके केंद्र में है, यह कहकर चीन अमरिकी युद्धपोतों को लक्ष्य करे, यह सुझाव युआन इन्होंने रखा है|

लष्कर, पैसा, कुशलता, लोकतंत्र और दुश्मन का डर इन पांच पत्थरों पर अमरिका का साम्राज्य खडा है| इसमें से एक भी पत्थर को झटका मिला तो अमरिका हिल उठेगा, यह युआन ने आगे कहा है| इसमें से अमरिका को दुश्मन के बारे में लग रहे डर का लाभ चीन उठाए, यह इस चीन के अधिकारी का कहना है|

अमरिका ने अबतक जानोमाल की हानी बर्दाश्त नही की है और बडी संख्या में जानोमाल का नुकसान होगा, इस डर में अमरिका हमेशा रहता है| इसी लिए चीन ने अमरिका के विमान वाहक युद्धपोत डुबाए तो अमरिका डर से कांप उठेगा, यह दावा युआन इन्होंने किया|

इसके पहले भी युआन इन्होंने तैवान और अमरिका के बीच बढते लष्करी सहयोग को लक्ष्य करने की सूचना की थी| अमरिका के युद्धपोतों की तैवान में हो रही तैनाती रोकने के लिए चीन ने लष्कर का इस्तेमाल करके तैवान पर कब्जा करने की जरूरत युआन ने महीने पहले स्पष्ट की थी| चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग इन्होंने भी दोन दिन पहले तैवान का कब्जा करने की धमकी दी है|

युआन इन्हों ने अमरिकी युद्धपोत डुबोने के लिए रखा सुझाव यानी अमरिका को दी धमकी नही है, बल्कि उनके यह विधान चीन के जनता के लिए है, ऐसा दिखाई दे रहा है| चीन के लष्करी सामर्थ्य के बारे में जनता के सामने बढाचढाकर जानकारी रखने की परंपरा इस देश में बन रही है और चीन दिखा रहा है उससे भी कम लष्करी सामर्थ्य चीन ने बनाया है, यह पश्‍चिमी विश्‍लेषकों का कहना है|

साऊथ चाइना सी नियंत्रित करने के लिए जरूरी सामर्थ्य चीन के नौसेना के पास नही है| चीन की नौसेना अमरिकी नौसेना का सामना भी कर नही सकती, यह दावा हाल ही में एक अभ्यासक ने किया था| युआन इनके दावे के अनुसार अमरिकी युद्धपोत डुबाने की क्षमता चीन ने प्राप्त की होगी, फिर भी वर्तमान में इस क्षमता का इस्तेमाल करने की तैयारी चीन ने नही की है, यह समय समय पर स्पष्ट हुआ है| इससे फिलहाल तो अमरिका के साथ संघर्ष करने से दूर रह कर चीन ने अपने सामर्थ्य का प्रदर्शन करने की नीति अपनाई है, यह दिख रहा है|

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