जापान की समुद्री सीमाओं में चीन की घुसपैठ बढ़ी

टोकिओ – जापानी संसद में चिनी राष्ट्राध्यक्ष की संभावित यात्रा का मुद्दा चर्चा में है कि तभी चीन ने जापान की समुद्री सीमाओं में घुसपैंठ की व्याप्ति को और बढ़ाया होने की खबर भी सामने आयी है| जापान के तटरक्षक बल के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में चार चिनी गश्ती नौकाएँ जापान की समुद्री सीमा में लगभग ७० घंटों तक रहीं। पिछले कुछ वर्षों से हालाँकि चीन लगातार जापान की सीमा में घुसपैंठ करता रहा है, फिर भी इतनी लंबी अवधि तक चिनी गश्तीनौकाएँ जापानी सीमा में रहने की यह पहली ही घटना है।

Japan-Chinaदो चिनी गश्तीनौकाओं ने पहली बार गुरुवार को जापानी सीमा में सेंकाकू द्वीप के पास अपनी पहली घुसपैंठ की। जापानी तटरक्षक बल सहित अन्य एजेंसियों की चेतावनी के बावजूद, चिनी नौकाएँ जापान के समुद्री सीमा में ३० घंटों से अधिक समय तक रहीं। उसके पश्चात् शनिवार की सुबह, दो चिनी गश्ती नौकाओं ने फिर से जापान की समुद्री सीमा में घुसपैठ की। उसके बाद, दो चिनी नौकाएँ ३९ घंटों से अधिक समय से सेंकाकू द्वीप समूह के परिसर में विचरण करतीं रहीं। एक के बाद एक घुसपैंठ को कोशिशें कर चिनी नौकाएँ लगभग ७० घंटों तक जापान की समुद्री सीमा में पहली ही बार रुकीं थीं।

कोरोना महामारी की पृष्ठभूमि पर, चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट हुक़ूमत अपनी विस्तारवादी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने की जानतोड़ कोशिशें कर रही है। उसके लिए विभिन्न इलाक़ों में सेना तैनाती बढ़ाने के अलावा, चीन विवादित क्षेत्रों में घुसपैठ करने की भी कोशिश कर रहा है। चिनी युद्धपोतों, लड़ाकू विमानों, पनडुब्बियों और गश्ती नौकाओं की मदद से जापान के क़रिबी ‘ईस्ट चायना सी’ में घुसपैंठ करना जारी है। कुछ ही दिन पहले, जापान के ‘ओशिमा द्वीप’ के पास एक उन्नत चिनी पनडुब्बी को खतरनाक तरीके से विचरण करते हुए पाया गया था।

Japan-Chinaजापानी यंत्रणाओं ने दी जानकारी के अनुसार, चिनी गश्ती नौकाएँ पिछले ८४ दिनों से लगातार जापान के ‘ईस्ट चायना सी’ में घुसपैठ कर रही हैं। लेकिन इससे पहले, चिनी नौकाएँ घुसपैठ कर चंद कुछ घंटों में ही वापस लौट रही थीं। लेकिन अब चीन ने इस अवधि को जानबूझकर बढ़ाया दिखायी दे रहा है। इसके पीछे ‘ईस्ट चायना सी’ के साथ ही सेंकाकू द्वीपसमूह पर का अपना दावा मज़बूत करने की चीन की योजना है, ऐसा जापानी विश्लेषकों का कहना है। जापानी मीडिया ने यह भी दावा किया है कि हाल में हुई इस घुसपैंठ के पीछे, हाँगकाँग के मुद्दे पर जापान ने अपनाई भूमिका और चिनी राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग की संभावित जापान यात्रा को लेकर जापानी संसद में चल रही चर्चा कारणीभूत हो सकती है।

चीन द्वारा लगातार जारी रहनेवालीं घुसपैंठ की कोशिशें रोकने के लिए जापान ने ‘ईस्ट चायना सी’ में उन्नत युद्धपोत और क्षेपणास्त्र तैनात किये हैं। लेकिन उसके बाद भी चीन की घुसपैंठ जारी ही होकर, उससे इस क्षेत्र में जापान और चीन के बीच का तनाव और भी तीव्र होने के संकेत मिल रहे हैं।

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