उत्तर कोरिया से और एक आंतरखंडीय प्रक्षेपास्त्र का परिक्षण-अमरिका के शहरों का निशाने पर आने का उत्तर कोरिया के हुकुमशाह का दावा

पयोंगैंग/वॉशिंग्टन: उत्तर कोरिया ने परमाणु विस्फ़ोटक ले जाने की क्षमता होनेवाले आंतरखंडीय प्रक्षेपास्त्र का यशस्वी परिक्षण करके दुनिया को एक और धक्का दिया है| इस परिक्षण को मिली सफ़लता के बाद सारा अमरिका इस प्रक्षेपास्त्र के निशाने पर होने का दावा उत्तर कोरिया के हुकुमशाह ‘किम जॉन्ग उन’ने किया| इस परिक्षण का अमरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने निषेध किया है| साथ ही अमरिका ने दक्षिण कोरिया को प्रक्षेपास्त्र निर्माण के लिए सहायता देने की तैयारी शुरू की है| जापान, रशिया और चीन ने भी इस परिक्षण का निषेध किया है|

हुकुमशाहपिछले कई दिनों से उत्तर कोरिया नये बैलिस्टिक प्रक्षेपास्त्र का परिक्षण करने की चिंता अमरिका, दक्षिण कोरिया और जापान व्यक्त कर रहा था| शुक्रवार के दिन ‘ह्वासोंग-१४’ इस आंतरखंडीय प्रक्षेपास्त्र का परिक्षण करके यह चिंता को प्रत्यक्षता में बदल दिया है| उत्तर कोरिया की अधिकृत वृत्तसंस्था ‘केसीएनए’ने इस परिक्षण की जानकारी देते हुए इस प्रक्षेपास्त्र का हमला ९९८ किमी तक होने का दावा किया है| परिक्षण किया यह प्रक्षेपास्त्र जापान के सागरी क्षेत्र में गिरने की खबर बताई जा रही है| उत्तर कोरिया के हुकुमशाह ने ‘किम जॉन्ग उन’ने समाधान व्यक्त करने की बात ‘केसीएनए’ने बताई|

इस सफल परिक्षण के बाद अमरिका के प्रमुख शहर जैसे लॉस एंजेल्स, शिकागो और न्युयोर्क इस प्रक्षेपास्त्र के हमले के निशाने पर होने का दावा हुकुमशाह ने किया| उत्तर कोरिया को लगातार चेतावनी देनेवाले और प्रतिबन्ध लगानेवाले अमरिका के लिए यह संकेत होने की बात ‘किम जॉन्ग उन’ने ‘केसीएनए’ के वृत्त में कही| इस वृत्त के बाद अमरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कड़े शब्दों में निषेध व्यक्त किया| ४ जुलाई में हुए परिक्षण में अमरिका के आलास्का तक उत्तर कोरिया का हमला पहुँचने की बात स्पष्ट की गयी थी| एक ही महीने में हुए २ प्रक्षेपास्त्र परिक्षण भयानक और घातक होने की चिंता ट्रंप ने व्यक्त की|

हुकुमशाहइस परिक्षण के बाद अमरिका ने दक्षिण कोरिया को आत्याधुनिक प्रक्षेपास्त्र निर्माण के लिए सहायता करना शुरू किया है| इस लिए दक्षिण कोरिया के साथ अमरिका तुरंत बातचीत करने का दावा अमरिका के एक दैनिक ने किया है| उत्तर कोरिया के इस परिक्षण पर निषेध करते हुए जापान ने उत्तर कोरिया पर दबाव डालने के लिए चीनके पांच कंपनियों पर प्रतिबन्ध लगाया है| इस कारवाई द्वारा कंपनी पर लगे प्रतिबन्ध से उत्तर कोरिया पर दबाव डालने का जापान का प्रयास होने की चर्चा है| रशिया ने उत्तर कोरिया के इस परिक्षण का निषेध किया है और युरोपीय महासंघ ने इस परिक्षण को गैरजिम्मेदार माना है| चीन ने भी इस परिक्षण का निषेध जताया है|

तभी, आगे चलते उत्तर कोरिया ऐसे परिक्षण न करते संयुक्त राष्ट्रसंघ के नियमों का पालन करे एवं इस मामले में सभी देश संयम रखे यह आवाहन चीन ने किया है|

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