अमरीका पर हमला करने में सक्षम परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाने के लिए चीन की जोरदार गतिविधियाँ

– अमरिकी अखबार का दावा

china-nuclear-weapons-us-3बीजिंग/वॉशिंग्टन – अमरीका पर हमला करने की क्षमता वाले परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाने के लिए चीन ने जोरदार गतिविधियाँ शुरू की हैं। उत्तर चीन के गान्सु प्रांत में चीन ने परमाणु हथियारों के लिए १०० से अधिक ‘सिलोस’ का निर्माण किया है। इस निर्माण कार्य के सैटेलाईट से प्राप्त हुए फोटो भी प्रसिद्ध हुए हैं। अमरीका के ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने विश्‍लेषक एवं गुप्तचर यंत्रणाओं से प्राप्त हुई जानकारी के आधार पर यह समाचार जारी किया है।

पिछले साल जून में ‘स्टॉकहोम इंटरनैशनल पीस रिसर्च इन्स्टीट्यूट’ (सिप्री) नामक अध्ययन मंड़ल ने परमाणु हथियारों की रपट जारी की थी। इस रपट में कहा गया था कि, चीन के बेड़े में ३५० परमाणु हथियार हैं। चीन अपने परमाणु हथियारों का भंड़ार तेज़ी से बढ़ा रहा है और आधुनिकीकरण की प्रक्रिया भी शुरू होने की बात ‘सिप्री’ की रपट में दर्ज़ थी। अमरिकी अखबार का वृत्त इसकी पुष्टी कर रहा है।

china-nuclear-weapons-us-2हमला करने के लिए तैयार परमाणु हथियारों के लिए बनाए गए भूमिगत चेंबर्स को ‘सिलो’ कहा जाता है। चीन की हुकूमत ने पिछले कुछ महीनों में परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाने की बात मानी थी। लेकिन, यह परमाणु हथियार राष्ट्रीय सुरक्षा और हितों की रक्षा के लिए हैं, ऐसा समर्थन किया गया था। लेकिन, अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा और विश्‍लेषकों ने दावा किया है कि, अमरीका पर हमला करने के लिए चीन परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ा रहा है।

china-nuclear-weapons-us-1चीन ने फिर से बनाए जा रहे ‘सिलोस’ अंतरमहाद्विपीय बैलेस्टिक ‘डीएफ-४१’ मिसाइल के लिए होने की बात सामने आ रही है। ‘थर्मोन्युक्लियर वेपन’ के तौर पर जाने जाने वाले ‘जीएफ-४१’ की गति आवाज़ से २५ गुना यानी ‘मैक-२५’ है। ‘डीएफ-४१’ की मारक क्षमता १२ से १५ हज़ार किलोमीटर बतायी जाती है। चीन ने साल २०१९ में यह मिसाइल अपने रक्षा बल में शामिल किए हैं। इसके बाद इसके उत्पादन की गति काफी बढ़ाई गई है और फिलहाल चीन के बेडे में १०० से अधिक ‘डीएफ-४१’ मौजूद होने का दावा किया जाता है।

लेकिन, वॉल स्ट्रीट जर्नल ने साझा की हुई जानकारी में चीन ‘डीएफ-४१’ के लिए भारी मात्रा में सिलोस का निर्माण कर रहा है। अर्थात, चीन के पास जितना दावा किया जा रहा है उससे कहीं अधिक संख्या में परमाणु हथियार मौजूद हैं, ऐसा विश्‍लेषकों ने कहा है। अमरीका के रक्षा विभाग, गुप्तचर यंत्रणा एवं अध्ययन मंड़लों ने साल २०३० तक चीन के परमाणु हथियारों की संख्या बढ़कर १ हज़ार तक हो सकती है, यह इशारा दिया है। यह बढ़ोतरी अमरीका को जवाब देने के लिए ही हो सकती है, यह दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं।

अमरीका द्वारा ताइवान को प्रदान हो रही रक्षा सहायता और साऊथ चायना सी में बढ़ती गतिविधियों की वजह से चीन बेचैन है। ऐसी स्थिति में अमरीका के खिलाफ संघर्ष की स्थिति निर्माण होने पर पुरी तैयारी की मंशा से ही चीन परमाणु क्षमता बढ़ाने पर जोर दे रहा है, ऐसा अमरिकी अखबार ने अपनी खबर में कहा है।

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