सैन्य बल के जोरों पर एशिया की स्थिति बदलने की कोशिश करने वालों के खिलाफ साथ आना होगा – जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो एबे

क्वालालंपुर/टोकियो – ‘कुछ देश सैन्य बल एवं आर्थिक दबाव के जोरों पर एशिया की मौजूदा स्थिति बदलने की एकतरफा कोशिश कर रहे हैं। यह कोशिश एशिया की शांति के लिए खतरा बनी हुई है और हम सबको इसके खिलाफ एकजुट होकर आवाज़ उठानी होगी’, ऐसा आवाहन जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो एबे ने किया| एबे मलेशिया के दौरे पर गए हुए हैं और उनका यह बयान चीन को दिया गया इशारा होने की बात कही जा रही है| इस दौरे के दौराब, जापान और मलेशिया ने कोरोना की पृष्ठभूमि पर निर्माण हुई ‘सप्लाई चेन क्राइसिस’ का मुकाबला करने के लिए साथ मिलने के संकेत भी दिए गए हैं|

सैन्य बलपिछले कुछ महीनों से चीन ने ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र में अपनी हरकतें अधिक आक्रामक की हैं| ताइवान के खिलाफ लगातार युद्धाभ्यास का आयोजन किया जा रहा है और आग्नेय एशियाइ देशों को भी धमकाया जा रहा है| इस पृष्ठभूमि पर आग्नेय एशियाई देशों ने भी चीन के खिलाफ आक्रामक कदम बढ़ाए हैं| इन देशों ने चीन की हरकतों को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरीका और जापान के साथ ऑस्ट्रेलिया, भारत और दक्षिण कोरिया की सहायता लेना शुरू किया है|

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री का मलेशिया दौरा भी इसी का हिस्सा दिख रहा है| ऐबे ने जापान के प्रधानमंत्री पद का त्याग किया है, फिर भी वह शासक पार्टी के वरिष्ठ एवं प्रभावी नेता के तौर पर जाने जाते है| मौजूदा स्थिति में जापान द्वारा चीन को लेकर उठाए जा रहे कदम ऐबे की आक्रामक नीति का ही नतीजा माना जाता है| इसकी वजह से उनका मलेशिया दौरा और इस बीच चीन को दिया हुआ इशारा ध्यान आकर्षित कर रहा है|

सैन्य बलकुछ दिन पहले ऐबे ने रशिया के यूक्रैन पर किए गए हमले का दाखिला देकर अमरीका से तीखे सवाल किए थे| रशिया ने यूक्रैन पर हमला करने के बाद चीन की आक्रामता अधिक बढ़ने की संभावना है, यह इशारा भी जापान के पूर्व प्रधानमंत्री ने दिया था| ताइवान पर चीन का हमला होने की संभावना भी बढ़ने का बयान उन्होंने किया था|

इसी बीच, मलेशिया के व्यापार एवं उद्योगमंत्री दातुक सेरी मोहम्मद अझ्मिन अली ने ऐबे से मुलाकात की| इस दौरान मलेशिया और जापान ने ‘सप्लाई चेन क्रायसिस’ का मुकाबला करने के लिए एकजुट होकर कदम उठाने पर सहमति दर्शायी है| कोरोना के दौर में चीन के अड़ियल निर्णयों की पृष्ठभूमि पर अमरीका, यूरोप, जापान ने वैश्‍विक सप्लाई चेन में बदलाव करने के लिए कोशिश शुरू की है और इसके लिए भारत के साथ आग्नेय एशियाई देशों से सहायता ली जा रही है|

चीन का गश्त विमान ‘साऊथ चायना सी’ में गिरा – ताइवान का दावा 

ताइपे – चीन की वायुसेना का गश्त विमान ‘वाय-८ एण्टी सबमरिन वॉरफेयर एअरक्राफ्ट’ साऊथ चायना सी में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है, ऐसा दावा ताइवान ने किया| ताइवान के ‘नैशनल सिक्युरिटी ब्युरो’ ने इसकी जानकारी प्रदान की| कुछ दिन पहले वियतनाम के एक विश्‍लेषक ने दावा किया था कि, मार्च के पहले हफ्ते में चीन का गश्त विमान गिरा है| इस विमान को खोजने के लिए चीन की ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने शीघ्रता से अभियान शुरू किया, ऐसा डुअन डैंग’ नामक इस विश्‍लेषक ने कहा| चीन के हैनान आयलैण्ड के करीबी समुद्री क्षेत्र में यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, ऐसा डैंग ने कहा था|

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