हृदय व रक्ताभिसरण संस्था- १०

हृदय व रक्ताभिसरण संस्था- १०

हम हमारे शरीर में रक्ताभिसरण का अध्ययन कर रहे हैं। रक्त के प्रवास के तीन अलग-अलग चरण हैं। वे इस प्रकार हैं- फ़ेफ़ड़ों में प्रवास अथवा छोटा वर्तुल, शरीर में प्रवास अथवा बड़ा वर्तुल और पोर्टल सरक्युलेशन। हमारे दोनों फ़ेफ़ड़ों में रक्त को प्राणवायु की आपूर्ति की जाती है। फ़ेफ़ड़ों में प्रवास के दौरान डीऑक्सिजनेटेड […]

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हृदय व रक्ताभिसरण संस्था- ०९

हृदय व रक्ताभिसरण संस्था- ०९

आज हम हृदय की बायीं बाजू के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। अत: बायीं एट्रिअम से शुरुआत करते हैं। बायीं एट्रिअम : यह दाहिनी एट्रिअम से आकार में छोटी होती है। परन्तु इसकी दीवारें दांयी एट्रिअम की दिवारों की तुलना में ज्यादा मोटी होती है। इनकी मोटाई साधारणत: ३ मिमी होती है। यह एट्रिअम, दायी […]

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हृदय व रक्ताभिसरण संस्था – ०८

हृदय व रक्ताभिसरण संस्था – ०८

हम हृदय के सभी भागों का यथाक्रम अध्ययन करनेवाले हैं। सबसे पहले हम हृदय की दाहिनी बाज़ू का अध्ययन करेंगें। दाहिनी एट्रिअम : हृदय का ऊपरी भाग दोनों एट्रिअम्स से बना होता है। दाहिनी एट्रिअम दाहिनी ओर का व बायीं एट्रिअम बायीं ओर ऐसा सरल मामला यहाँ पर नहीं होता है। दोनों एट्रिअम्स को अलग […]

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हृदय व रक्ताभिसरण संस्था – ०७

हृदय व रक्ताभिसरण संस्था – ०७

पिछले लेख में हमने हृदय के आवरण के बारे में जानकारी प्राप्त की। आज से हम हृदय के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे। हमारा हृदय पिरॅमिड के आकार का है। यह स्नायुपेशी एवं फायबरस पेशियों से बना होता है। इसलिये इसे फायब्रोमसक्युलर अवयव कहते हैं। हमारा हृदय अंदर से खाली होता है। पिरॅमिड के […]

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हृदय व रक्ताभिसरण संस्था – ०६

हृदय व रक्ताभिसरण संस्था – ०६

शरीर के रक्ताभिसरण में हृदय की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है। हमारा हृदय हमारी छाती के पिंजरे में होता है, यह हम जानते ही हैं। छाती के पिंजरे की अस्थियों के बारे में हमने इससे पहले देखा है।  हमने देखा हैं कि यह पिंजरा ऊपर व नीचे दोनों ओर खुला होता है। इसका ऊपरी खुला हुआ […]

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हृदय व रक्ताभिसरण संस्था – ०५

हृदय व रक्ताभिसरण संस्था – ०५

अब तक हमने रक्ताभिसरण संस्था की सर्वसाधारण रचना का अध्ययन किया। इस रचना में आरटरी और वेन का सीधा संबंध नहीं होता। केशवाहिनियों के जाल के द्वारा ही ये एक दूसरे के संपर्क में आती हैं। परन्तु शरीर के कुछ भागों में इन दो प्रकार की रक्तवाहिनियों को सीधा जोड़ा जाता है। इनके बीच में […]

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हृदय व रक्ताभिसरण संस्था – ०४

हृदय व रक्ताभिसरण संस्था – ०४

हमने हमारे शरीर में रक्त का प्रवाह कैसे होता है, यह देखा। इस रक्त को बहाकर ले जानेवाली रक्तवाहिनियाँ कैसी होती हैं, अब हम यह देखेंगें। रक्तवाहिनियों का आकार और उनकी दीवारों की रचना के आधार पर रक्तवाहिनियों को विभिन्न भागों में बाटाँ जाता है। परन्तु इसमें एक महत्त्वपूर्ण बात यह है कि ये विविध […]

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रक्ताभिसरण संस्था – ०३

रक्ताभिसरण संस्था – ०३

हमारे शरीर में रक्त लगातार घूमता रहता है। रक्त का यह प्रवास किस तरह होता है, इसका आज हम अध्ययन करनेवाले हैं। हमारे शरीर में रक्त का प्रवाह हृदय से रक्तवाहिनियों में व रक्तवाहिनियों से फिर हृदय में होता रहता है। रक्तवाहनियों का जाल वर्तुल आकार का (closed circuit) होता है। इसका अर्थ यह है […]

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रक्ताभिसरण संस्था – ०२

रक्ताभिसरण संस्था – ०२

हम हमारे शरीर में होनेवाले रक्त के प्रवाह का अध्ययन कर रहें हैं। अब हम अपने शरीर की रक्तवाहिनियों की रचना के बारे में सामान्य जानकारी प्राप्त करेंगे। पिछले लेख में हमनें देखा कि हमारे शरीर का रक्ताभिसरण दो भागों में बांटा गया है। हृदय के बायी ओर से शुरु होने वाले सर्क्युलर व हृदय […]

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रक्ताभिसरण संस्था – ०१

रक्ताभिसरण संस्था – ०१

प्रत्येक जीवित पेशी को अपने कार्यों के संपादन के लिये अन्न-घटकों की आवश्यकता होती है। विभिन्न प्रकार के अणुओं का एवं वायु का आदान-प्रदान पेशियों में होता रहता है। शरीर के विभिन्न संप्रेरकों का विभिन्न अवयवों में प्रसरण जरूरी होता है। पेशियों के कार्यों के दौरान बननेवाले ज़हरीले घटक एवं अन्य त्याज्य पदार्थों को शरीर […]

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