अमरिकी सैनिकों की वापसी के बाद अफ़गानिस्तान में होगी ‘ब्लैकवॉटर’ के सैनिकों की तैनाती – न्यूज वेबसाईट का दावा

इस्लामाबाद – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प अब भी अफगानिस्तान से अमरिकी सैनिकों की वापसी पर कायम हैं। अगले कुछ दिनों में इन सैनिकों की वापसी शुरू होगी। अमरीका के अगले राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन भी अमरिकी सेना की वापसी नहीं रोकेंगे। अमरीका में सरकार स्थापित करने के बाद बायडेन अफ़गानिस्तान में ‘ब्लैकवॉटर’ कंपनी के कान्ट्रैक्ट सैनिकों की तैनाती करेंगे। ऐसा हुआ तो ‘ब्लैकवॉटर’ की तैनाती अफ़गानिस्तान के साथ ही पाकिस्तान के लिए भी खतरनाक साबित होगी, ऐसी चर्चा शुरू हुई है।

us-afghan-blackwaterइस वर्ष के फ़रवरी महीने में कतार की राजधानी दोहा में अमरीका और अफ़गान तालिबान ने शांति समझौता किया था। इस समझौते के अनुसार अमरीका अफ़गानिस्तान में तैनात अपने सैनिकों की वापसी कर रही है। जनवरी के पहले सप्ताह तक अमरीका के दो हज़ार सैनिक अफ़गानिस्तान से वापस लौटेंगे। इसके बाद भी अमरीका के ढ़ाई हज़ार सैनिक अफ़गानिस्तान में तैनात रहेंगे। लेकिन, अफ़गानिस्तान से अमरिकी सेना की यह वापसी कुछ ही महीनों के लिए होगी, ऐसा दावा एक न्यूज वेबसाईट ने किया है।

अमरीका और तालिबान के बीच हुआ सेना वापसी का यह समझौता १४ महीनों की अवधि के लिए किया गया था। यह अवधि २०२१ के अप्रैल में पूरी हो रही है। इस वजह से अमरीका जनवरी में अपने सैनिकों को अफ़गानिस्तान से वापस बुलाए तब भी अगले राष्ट्राध्यक्ष बायडेन अप्रैल के बाद अफ़गानिस्तान में दुबारा सैनिकों की तैनाती का निर्णय यकीनन कर सकते हैं, ऐसा इस वेबसाईट का कहना है।

अमरिकी सैनिकों को अफ़गानिस्तान में लंबा युद्ध करने में धकेलने के बजाय बायडेन अफ़गानिस्तान का ज़िम्मा ‘ब्लैकवॉटर’ जैसे कान्ट्रैक्ट सैनिकों की आपूर्ति करनेवाली निजी कंपनी को दे सकते हैं। ‘ब्लैकवॉटर’ (मौजूदा नाम अकैडमी) के प्रमुख एरिक प्रिन्स ने भी दो वर्ष पहले अफ़गानिस्तान के युद्ध में अपने कान्ट्रैक्ट सैनिकों को उतारने का प्रस्ताव राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प को दिया था। तभी, बीते वर्ष ‘ब्लैकवॉटर’ कंपनी ने अफ़गानिस्तान के लिए ‘वी आर कमिंग’, ऐसा प्रचार भी शुरू किया था, इस बात की याद वर्णित वेबसाईट ने ताज़ा की है।

us-afghan-blackwaterइराक, अफ़गानिस्तान में जारी लड़ाई में ‘ब्लैकवॉटर’ ने स्थानीय लोगों पर अंदाधुंध गोलीबारी करके उनकी हत्या करने की वारदातें भी हुई हैं। इस निजी कंपनी के विरोध में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मुकदमे भी जारी हैं। कुछ दिन पहले राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ‘ब्लैकवॉटर’ के १५ दोषियों को माँफी प्रदान की थी। इनमें इराक में हत्याकांड़ में शामिल होनेवाले चार सैनिकों का समावेश था। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने ‘ब्लैकवॉटर’ के सैनिकों के मसले पर किए इस निर्णय की ओर भी संबंधित वेबसाईट ने ध्यान आकर्षिथ किया है।

इसी कारण अमरिकी सेना अफ़गानिस्तान से वापसी कर रही हो फिर भी यह वापसी थोड़े समय के लिए रहेगी। अमरीका के अगले राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन अगले कुछ महीनों में ही अफ़गानिस्तान में नए से सैनिकों की तैनाती का ऐलान कर सकते हैं। अमरिकी सैनिकों के बजाय अफ़गानिस्तान की सुरक्षा का ज़िम्मा ‘ब्लैकवॉटर’ के कान्ट्रैक्ट सैनिकों के हाथों में सौंपने का निर्णय घोषित कर सकते हैं, यह दावा भी इस वेबसाईट ने किया है। ‘ब्लैकवॉटर’ की यह तैनाती पाकिस्तान के लिए खतरनाक साबित होगी, यह दावा एक वेबसाईट ने किया हैं। कुछ वर्ष पहले अमरिकी दूतावास के रेमंड डेविस नामक अफसर ने पाकिस्तान में दो पाकिस्तानी जासूसों को मार गिराया था। लेकिन, अमरीका के दबाव के कारण पाकिस्तान रेमंड को रिहा करने के लिए मज़बूर हुआ था। अफ़गानिस्तान में ‘ब्लैकवॉटर’ के सैनिकों की तैनाती होने पर पाकिस्तान को इसी तरह की कार्रवाईयां बर्दाश्‍त करनी पड़ेंगी, ऐसा इशारा भी संबंधित वेबसाईट ने दिया है।

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