यूक्रैन से बाहर निकले शरणार्थी इस सदी का सबसे बड़ा संकट होंगे – संयुक्त राष्ट्र संगठन का इशारा

किव/ब्रुसेल्स – रशिया ने यूक्रैन पर हमला करने के बाद यूक्रैन के लगभग १० लाख नागरिकों ने शरणार्थी बनकर दूसरें देश में पनाह प्राप्त की हैं| यूक्रैन से बाहर निकल रहें शरणार्थियों के झुंड़ ऐसें ही कायम रहें तो यह २१ वीं सदी में शरणार्थियों का सबसे बड़ा और गंभीर संकट साबित होगा, यह इशारा संयुक्त राष्ट्रसंघ ने दिया| ‘यूएन हाय कमिशन फॉर रिफ्युजीज्’ (यूएनएचसीआर) ने साझा की हुई जानकारी के नुसार पिछले सात दिनों में यूक्रैन की कुल जनसंख्या की तुलना में २ प्रतिशत से भी अधिक लोग देश से बाहर निकले हैं| पिछले महीने ही अमरीका की संयुक्त राष्ट्रसंघ में नियुक्त राजजूद लिंडा थॉमस-ग्रीनफिल्ड ने यह इशारा दिया था कि, यूक्रैन से कुल ५० लाख नागरीक शरणार्थी बनकर अन्य देशों में पहुँचने की संभावना है|

पिछले हफ्ते रशिया ने यूक्रैन पर हमला करने के बाद यूक्रैन के नागरिकों की देश छोड़ने के लिए कोशिश शुरू हुई हैं| राजधानी किव समेत पूर्व यूक्रैन एवं खारकिव शहर से बड़ी संख्या में नागरिक बाहर निकले हैं और कार एवं रेल के ज़रिये देश छोड़ने की शुरूआत इन्होंने की हैं| यूक्रैन के पड़ोसी देश पोलैण्ड, स्लोवाकिया, हंगरी, रोमानिया, मोल्दोवा जैसें देशों में भारी मात्रा में यूक्रैनी नागरिकों के झुंड़ दाखिल हो रहे हैं| हर घंटे यूक्रैन के पड़ोसी देशों की सीमा पर हज़ारों नागरिक दाखिल हो रहे हैं, ऐसा संयुक्त राष्ट्र संगठन ने कहा हैं|

युद्ध की शुरूआत होने के बाद मात्र सात दिनों में यूक्रैन से १० लाख से अधिक नागरिक बाहर निकले हैं| यूक्रैन की जनसंख्या लगभग ४.५ करोड़ हैं और बाहर निकले लोगों की संख्या २ प्रतिशत से अधिक हैं| मात्र सात दिनों में इतनी प्रचंड़ संख्या में नागरिकों के झुंड़ बाहर निकलना अभूतपूर्व घटना होने का बयान ‘यूएन हाय कमिशन फॉर रिफ्युजीज्’ (यूएनएचसीआर) ने किया हैं| अपने चार दशकों के कार्यकाल में हम पहली बार इतनी बड़ी संख्यां में नागरिकों के झुंड़ निकलते देख रहे हैं, यह दावा ‘यूएनएचसीआर’ के प्रमुख फिलिपो ग्रैन्डी ने किया|

फिलहाल यूूक्रैन से नागरिकों के झुंड़ बड़ी तेज़ी से बाहर निकलना जारी रहा तो यह इस सदी का सबसे बड़ा संकट बनेगा, यह इशारा ‘यूएन हाय कमिशन फॉर रिफ्युजीज्’ की प्रवक्ता शबिआ मन्टू ने दिया| ‘यूएनएचसीआर’ एवं अन्य संगठनों ने यूक्रैन से करीबन ४० से ५० लाख नागरिक शरणार्थियों के तौर पर बाहर निकलने की संभावना होने अनुमान व्यक्त किया हैं| फिलहाल यूक्रैन से बाहर निकले नागरिकों में से ५० प्रतिशत नागरिकों ने पोलैण्ड में शरणार्थी बनकर पनाह प्राप्त की हैं, यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र संगठन ने प्रदान की|

पिछले दशक में सीरिया में हुए युद्ध के दौरान करीबन ७ लाख नागरीक शरणार्थियों के तौर पर देश से बाहर निकले थे|

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