‘ओमीक्रोन वेरिएंट’ के फैलाव की पृष्ठभूमि पर यूरोप में ‘एंटी लॉकडाऊन’ प्रदर्शन

Netherlands-Protestsविएना/एम्स्टरडैम – कोरोना के ओमीक्रोन वेरिएंट के बढ़ते फैलाव की वजह से यूरोपिय देशों में जारी किए गए प्रतिबंधों के खिलाफ तीव्र असंतोष व्यक्त हो रहा है| यूरोप के छह प्रमुख देशों में शनिवार के दिन लॉकडाऊन एवं अन्य प्रतिबंधों का विरोध करने के लिए व्यापक प्रदर्शन किए गए| इनमें जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन, इटली, ऑस्ट्रिया और नेदरलैण्डस् का समावेश है| विश्‍व में ओमीक्रोन का फैलाव हुए कुल ३८ में से १३ देश यूरोपिय है|

Spain-protestsयूरोप में सितंबर के अन्त से ही कोरोना संक्रमण और मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी शुरू हुई थी| इस बढ़ते संक्रमण को काबू करने में असफलता हासिल होने से यूरोपिय देशों ने धीरे-धीरे नियम सख्त करना शुरू किया था| इसमें टीका प्राप्त ना करनेवालों के लिए ‘लॉकडाऊन’, ‘हेल्थ पास’, सार्वजनिक ठिकानों पर भीड़ करने पर पाबंदी, सोशल डिस्टंसिंग का सख्ती से अनुपालन, टीकाकरण के लिए नए नियम, सैन्य तैनाती जैसे प्रावधानों का समावेश है| लेकिन, यूरोपिय जनता में इन नियमों के खिलाफ नाराज़गी की भावना है और नागरिकों ने सड़कों पर उतरकर सरेआम निषेध करना शुरू किया है|

Italy-protestsशनिवार के दिन ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में कुल ४० हज़ार से अधिक नागरिक इन प्रदर्शनों में शामिल हुए थे| ऑस्ट्रिया ने बीते महीने में ही लॉकडाऊन का ऐलान किया है और फ़रवरी महीने से टीकाकरण अनिवार्य करने के संकेत दिए हैं| इसके खिलाफ सड़क पर उतरे नागरिकों ने ‘आय विल डिसाइड मायसेल्फ’, ‘मेक ऑस्ट्रिया ग्रेट अगेन’, ‘न्यू इलेक्शन्स’ जैसे बैनर हाथों में लेकर सरकारी प्रतिबंधों के खिलाफ नारेबाज़ी की| तकरीबन ९० लाख लोकसंख्या वाले ऑस्ट्रिया में कोरोना से अब तक १२ हज़ार से अधिक की मौत हुई है|

Anti-lockdown-protestऑस्ट्रिया के बाद नेदरलैण्डस्, स्पेन, इटली, ब्रिटेन और जर्मनी में भी ऐसे प्रदर्शन होने की बात सामने आयी है| नेदरलैण्डस् के उटरेक्ट शहर में प्रदर्शनों का आयोजन हुआ और नागरिकों ने ‘मेडिकल फ्रीडम नाऊ’ एवं ‘अनवैक्सीनेटेड लाईवज् मैटर्स’ के बोर्डस् थामे हुए थे| जर्मनी के राजधनी बर्लिन में एवं फ्रैंकफर्ट में यह प्रदर्शन हुए| जर्मनी में कोरोना के मृतकों की संख्या १ लाख तक जा पहुँची है और इस दौरान देश में फिर से लॉकडाऊन के संकेत दिए गए हैं| स्पेन के बार्सिलोना, इटली के ट्युरिन एवं ब्रिटेन के यॉर्क में कोरोना प्रतिबंधों के खिलाफ मोर्चा निकाला गया|

कोरोना की महामारी नुकसान पहुँचा रही है और ऐसी स्थिति में भी यूरोपिय महासंघ और प्रमुख देशों ने टीकाकरण का अभियान ढ़ंग से आगे नहीं बढ़ाया है| इस वजह से यूरोपिय जनता में बड़ी नाराज़गी की बात पहले भी सामने आयी थी|

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