जर्मनी के चान्सलर शोल्ज़ ने रक्षा नीति में बड़े बदलाव का किया ऐलान – २०२२ में रक्षाबलों के लिए कुल १०० अरब यूरो का प्रावधान

german-chancellor-security-strategy-2बर्लिन – रशिया का यूक्रैन पर हमला होने से नया पर्व शुरू हुआ है, यह इशारा देते हुए जर्मनी के चान्सलर ओलाफ शोल्ज़ ने जर्मनी की रक्षा नीति के बड़े बदलावों का ऐलान किया| इसमें जर्मनी का रक्षा खर्च जीडीपी के दो प्रतिशत से अधिक करने हेतु नए आर्थिक प्रावधानों का ऐलान किया गया है| इसके अलावा, यूक्रैन के साथ अन्य देशों को हथियारों की आपूर्ति करने का वादा भी इसमें है| अमरिकी निर्माण के ‘एफ-३५’ लड़ाकू विमान भी जर्मनी खरीदेगा, यह जानकारी चान्सलर शोल्ज़ ने दी| यह सारे मुद्दे जर्मनी द्वारा अपनी रक्षा नीति में आक्रामक बदलाव करने की बात दर्शा रहे हैं|

german-chancellor-security-strategy-4रविवार को रशिया ने यूक्रैन पर किए हमले के मुद्दे पर बातचीत करने के लिए जर्मन संसद का विशेष सत्र हुआ| इस दौरान चान्सलर शोल्ज़ ने रशिया की आक्रामकता की कड़े शब्दों में निंदा की| साथ ही, रक्षा नीति में किए गए बदलाव की भी जानकारी साझा की| ‘रशिया का यूक्रैन पर हमला एक नए पर्व की शुरूआत है| यूक्रैन पर हमला करके रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन एक देश नक्शे से मिटाने की कोशिश कर रहे हैं| यूरोप की सुरक्षा का ढ़ांचा तबाह किया जा रहा है’, ऐसी आलोचना जर्मन चान्सलर ने इस दौरान की|

german-chancellor-security-strategy-3ऐसी चुनौति के समय जर्मनी को अपनी स्वतंत्रता और लोकतंत्र को सुरक्षित रखने के लिए रक्षाबलों के लिए अधिक बड़ा निवेश करने की ज़रूरत है’, यह चान्सलर शोल्ज़ ने आगे कहा| नई रक्षा नीति में इसके लिए प्रावधान किया गया है| इसके नुसार जर्मनी में वर्ष २०२२ में ‘जर्मनी डिफेन्स फंड’ स्थापित किया जा रहा है और इसमें भारी १०० अरब यूरो का प्रावधान किया गया है| जर्मन सेना के आधुनिकीकरण एवं नए हथियार और रक्षा यंत्रणा खरीदने के लिए यह निधि खर्च किया जाएगा|

इसके अलावा, जर्मनी के रक्षा खर्च में बड़ी बढ़ोतरी की जाएगी और यह खर्च आगे से जीडीपी के २ प्रतिशत से अधिक होगा, यह ऐलान शोल्ज़ ने किया| वर्ष २०२१ में जर्मनी ने अपनी सुरक्षा के लिए ५३ अरब यूरो का प्रावधान किया था| यह प्रावधान जीडीपी के १.५३ प्रतिशत ही था| भविष्य में जर्मनी रक्षाखर्च में बड़ी बढ़ोतरी करेगा, ऐसे स्पष्ट संकेत प्राप्त हो रहे हैं|

german-chancellor-security-strategy-1युद्धक्षेत्र के देशों को हथियार और रक्षा यंत्रणा ना प्रदान करने की नीति में भी बदलाव किया गया है| इसकी शुरूआत यूक्रैन से की जाएगी| यूक्रैन को ‘स्टिंगर’ मिसाइलों के साथ अन्य रक्षा यंत्रणा प्रदान की जाएगी, यह ऐलान भी शोल्ज़ ने किया|

मुश्किल में फंसे यूक्रैन की सहायता करना अब समय की मांग हैं, इन शब्दों में चान्सरल शोल्ज़ ने यूक्रैन को प्रदान किए जानेवाले हथियारों की आपूर्ति का समर्थन किया| संसद के विशेष सत्र में जर्मनी भविष्य में रशिया पर अधिक सख्त प्रतिबंध लगाएगी, यह संकेत भी उन्होंने दिए हैं|

जर्मनी अमरीका से प्रगत ‘एफ-३५’ लड़ाकू विमान खरीदेगा, यह जानकारी चान्सलर शोल्ज़ ने साझा की| अब तक जर्मन वायुसेना में जर्मनी, ब्रिटेन और इटली के निर्माण किए लड़ाकू विमानों का समावेश किया जा रहा था| इस वजह से अमरिकी लड़ाकू विमानों की यह खरीद जर्मनी के लिए बड़ा बदलाव साबित होगा|

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