रशिया ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ का इस्तेमाल रणनीतिक हथियार की तरह ना करे – जर्मनी का इशारा

किव्ह/मास्को – बाल्टिक समुद्री क्षेत्र में विकसित की जा रही ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ इंधन पाइपलाइन का इस्तेमाल रशिया अपने भूराजनीतिक उद्देश्‍य पूरे करनेवाले रणनीतिक हथियार के तौर पर ना करे, यह इशारा जर्मनी ने दिया है। जर्मनी की चान्सलर एंजेला मर्केल ने हाल ही में रशिया और युक्रैन की यात्रा की। युक्रैन यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की ने ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ र्इंधन पाइपलाइन का ज़िक्र काफी खतरनाक ‘जिओपॉलिटिकल वेपन’ के तौर पर किया। इस पृष्ठभूमि पर युक्रैन को आश्‍वस्त करते समय जर्मनी की चान्सलर एंजेला मर्केल ने रशिया को इशारा देने की बात सामने आयी है।

The European Union to supervise the Nord Stream 2 fuel pipelineवर्ष २०१४ में क्रिमिया पर कब्ज़ा करने के बाद युक्रैन के साथ हुए संघर्ष की पृष्ठभूमि पर रशिया ने यूरोप को र्इंधन की आपूर्ति करने के लिए अन्य विकल्पों की खोज शुरू की थी। इससे ‘नॉर्ड स्ट्रीम’ र्इंधन पाइपलाइन विकसित करने का निर्णय किया गया था। इसका पहला चरण पूरा हुआ है और रशिया एवं जर्मनी का महत्वाकांक्षी ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ प्रकल्प अंतिम चरण में है। इस महीने के अन्त में या अगले महीने में इस र्इंधन पाइपलाइन का सारा काम पूरा हो सकता है, ऐसा कहा जा रहा है।

अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इस र्इंधनपाइपलाइन के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपनाकर प्रतिबंध लगाए थे। लेकिन, अमरीका में सत्ता परिवर्तन के बाद रशिया और जर्मनी ने यह प्रकल्प पूरा करने के लिए तेज़ कदम उठाए हैं। अमरिकी नेतृत्व ने कुछ चुनिंदा प्रतिबंध कायम रखे हैं, फिर भी प्रकल्प को मंजूरी देने की बात सामने आयी है। बीते महीने में ही इस मसले पर अमरीका और जर्मनी का समझौता होने का ऐलान किया गया था।

germany-warns-russia-nord-stream-1यूरोपिय महासंघ के लिए आपूर्ति हो रहे नैसर्गिक र्इंधन वायु में से रशिया लगभग ४० प्रतिशत आपूर्ति करती है। रशिया ने युक्रैन के रास्ते र्इंधन पाइपलाइन का निर्माण किया है और यह पाइपलाइन युक्रैन की आय का प्रमुख साधन मानी जाती है। लेकिन, ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ र्इंधन पाइपलाइन कार्यरत होने के बाद युक्रैन को सालाना लगभग डेढ़ अरब डॉलर्स का नुकसान होगा। इसके साथ ही रशिया से यूरोप को प्राप्त होनेवाले र्इंधन की मात्रा भी बढ़ेगी। इसका इस्तेमाल रशिया यूरोप पर दबाव बढ़ाने के लिए करेगी, यह दावा युक्रैन के प्रधानमंत्री ने किया हैं।

यह दावा करने के साथ ही प्रधानमंत्री वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की ने ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ र्इंधन पाइपलाइन रशिया के हाथों का सबसे खतरनाक ‘जिओपॉलिटिकल वेपन’ साबित होगी, यह इशारा दिया। युक्रैन के प्रधानमंत्री ने उठाए इस मुद्दे पर बयान करते समय जर्मनी की चान्सलर एंजेला मर्केल ने रशिया को इशारा देकर इस पाइपलाइन का इस्तेमाल ऐसे ना हो, यह बयान भी किया। ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ र्इंधन पाइपलाइन हथियारों की तरह इस्तेमाल किया गया तो रशिया पर फिर से सख्त प्रतिबंध लगाने का इशारा भी मर्केल ने दिया। अमरीका और जर्मनी के बीच हुए समझौते में भी इसका ज़िक्र है, इस ओर भी मर्केल ने ध्यान आकर्षित किया।

इसी बीच, अमरीका ने बीते हफ्ते ही ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ र्इंधन पाइपलाइन से जुड़ी २ रशियन कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने की जानकारी सामने आयी है। इन कंपनियों के नाम ‘नोबिलिटी’ और ‘कॉन्स्टन्टा’ हैं।

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