अमरिका सीरिया में लष्करी तैनाती बढ़ाएगा- अमरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन

वॉशिंग्टन: “सीरिया में राजनीतिक और लष्करी दृष्टिकोण से प्रभाव होना अमरिका की सुरक्षा के लिए आवश्यक है। सन २०११ में इराक से पीछे हटकर की हुई गलती अमरिका सीरिया में फिर से करने वाला नहीं। ‘आयएस’ को खत्म करने के लिए साथ ही ईरान का सीरिया में प्रभाव नष्ट करने के लिए और सीरिया की अस्साद राजवट खत्म करने के लिए अमरिका सीरिया में चाहे जितनी सेना तैनात कर सकता है’, ऐसी घोषणा अमरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने की है। लेकिन अमरिका की यह सेना तैनाती सीरिया के सार्वभौमत्व पर आक्रमण है, ऐसा इशारा सीरियन सरकार ने दिया है।

लष्करी तैनाती

अमरिका के ‘स्टॅनफोर्ड यूनिवर्सिटी’ के एक सेमिनार में बोलते समय विदेश मंत्री टिलरसन ने राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की सीरिया विषयक नीति का जोरदार समर्थन किया। सीरिया में ‘आयएस’ खिलाफ ट्रम्प ने लिए फैसले बहुत ही सफल साबित हुए हैं, ऐसा दावा टिलरसन ने किया है। “अमरीका की लष्करी कार्रवाई की वजह से ‘आयएस’ के आतंकवादियों को सीरिया से पीछे हटना पडा है। लेकिन आयएस पूरी तरह से हारा नहीं है। इसलिए ‘आयएस’ सीरिया में वापस आतंक न फैलाए, इसलिए अमरिका की सीरिया में लष्करी तैनाती कायम रहेगी”, ऐसा भी टिलरसन ने स्पष्ट किया है।

“आज भी सीरिया की सरकार का नियंत्रण नहीं है ऐसे संघर्ष क्षेत्र ‘आयएस’ तथा अन्य आतंकवादी संगठनों के निर्माण का ठिकाना साबित हो सकता है। ‘आयएस’ को पूरी तरह से ख़त्म करने के बाद, अमरिका सुरक्षित होने के बाद सीरिया में स्थिरता प्रस्थापित होने के बाद अमरिका यहाँ से वापस लौटेगी। सन २०११ में इराक से अमरिकन लष्कर पीछे हटने के बाद जो गलतियाँ हुईं हैं, उन्हें ट्रम्प दोहराना नहीं चाहते हैं’, इसकी याद दिलाते हुए विदेश मंत्री टिलरसन ने भूतपूर्व राष्ट्राधयक्ष बराक ओबामा के निर्णय पर टीका की है। इराक से अमरिकन लष्कर पीछे हटने की वजह से ‘आयएस’ इस आतंकवादी संगठन का इराक में उदय हुआ है, इस बात की तरफ टिलरसन ने ध्यान आकर्षित किया है।

‘आयएस’ के साथ साथ सीरिया में ईरान का बढ़ता प्रभाव यह भी अमरिका की सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है, ऐसा टिलरसन ने कहा है। सीरिया में ईरान का प्रभाव नष्ट करने के लिए अमरिका की सीरिया में सैन्य तैनाती आवश्यक है, ऐसा टिलरसन ने आगे कहा है। ‘सीरिया से ईरान का प्रभाव नष्ट हुआ और सीरिया के पडौसी देश सुरक्षित होने के बाद अमरिका सेना पीछे लेने के बारे में सोच सकता है’, ऐसा दावा टिलरसन ने किया है। संयुक्त राष्ट्रसंघ की पहल से चल रही चर्चा सफल हुई और अस्साद को सत्ता से निकालकर सीरिया में स्थिरता प्रस्थापित करना अमरिका का सीरिया में सेना तैनात करने का उद्दिष्ट है, ऐसा टिलरसन ने कहा है।

अमरिका के विदेश मंत्री ने सीरिया में सेना तैनाती के बारे में की हुई घोषणा का ब्रिटेन ने स्वागत किया है। इराक में सेना को पीछे लेने का परिणाम हम सबने अनुभव किया है। इस वजह से ‘आयएस’, ‘अल कायदा’ का नए सिरे से उदय रोकना है, सीरिया में स्थिर सरकार स्थापित करना है तो अमरिका की सेना तैनाती आवश्यक है’, ऐसी प्रतिक्रिया खाड़ी के लिए नियुक्त किए हुए ब्रिटेन के विशेष अधिकारी ‘एलिस्टर ब्रूट’ ने दी है।

सीरियन सरकार ने अमरिका की सेना तैनाती के निर्णय पर जोरदार टीका की है। अमरिका की सीरिया में यह दीर्घकालीन सेना तैनाती अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन साबित होता है, ऐसा सीरिया ने आरोप लगाया है। साथ ही सीरिया की अनुमति के बिना सेना तैनाती मतलब सार्वभौमत्व पर हमला है, ऐसा आरोप भी सीरिया ने लगाया है।

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