ईंधनकटौती के मुद्दे अमरीका ने की ओपेक आलोचना – सऊदी और युएई से अमरिकी तैनाती हटाने की माँग

वॉशिंग्टन – पिछले हफ़्ते दुनिया के अग्रसर ईंधन उत्पादक देशों का समावेश होनेवाले ‘ओपेक प्लस’ इस गुट ने कच्चे तेल का उत्पादन प्रतिदिन 20 लाख बैरल्स से घटाने का फ़ैसला किया था। इस फ़ैसले पर अमरीका से तीव्र प्रतिक्रियाएँ आ रहीं हैं। ओपेक का फ़ैसला ग़लत और अयोग्य होने की आलोचना अमरीका की वित्तमंत्री जॅनेट येलेन ने की। वहीं, अमरीका की सत्ताधारी डेमोक्रैट पार्टी के सांसदों ने यह आग्रही माँग की है कि अमरीका सऊदी अरब तथा युएई से लष्करी तैनाती हटायें। अमरीका की इस आलोचना की पृष्ठभूमि पर, युएई के राष्ट्राध्यक्ष ने रशिया का दौरा करने का फ़ैसला किया होने की ख़बर सामने आयी है।

पिछले हफ़्ते बुधवार को हुई बैठक में, नवम्बर महीने से ओपेक प्लस गुट के देशों द्वारा, कच्चे तेल के उत्पादन में प्रतिदिन 20 लाख बैरल्स की कटौती करने का फ़ैसला किया गया। यह मात्रा जागतिक स्तर पर हररोज़ होनेवाले उत्पादन के दो प्रतिशत इतनी है। ओपेक प्लस का फ़ैसला राजनीतिक न होकर तांत्रिक (टेक्निकल) होने की जानकारी युएई द्वारा दी गयी थी। वहीं, ओपेक के महासचिव ने, हम ईंधन मार्केट को सुरक्षा एवं स्थिरता दे रहे हैं, यह बताकर फ़ैसले का समर्थन किया।

लेकिन अमरीका द्वारा इस मुद्दे को लेकर ‘ओपेक’ को लक्ष्य करने की कोशिशें जारी हैं। ओपेक के शीर्ष देश होनेवाले सऊदी अरब और युएई को अमरिकी प्रशासन द्वारा आड़े हाथ लिया जा रहा है। अमरीका की वित्तमंत्री येलेन ने ओपेक के फ़ैसले को ग़लत बताकर, उसके निश्चित रूप से क्या परिणाम होंगे, पता नहीं, इन शब्दों में खाड़ीदेशों को चेतावनी दी। ओपेक के इस फ़ैसले से विकासशील देशों को सर्वाधिक झटका लगेगा, ऐसा दावा भी अमरिकी वित्तमंत्री द्वारा किया गया।

दूसरी ओर, सत्ताधारी डेमोक्रैट पार्टी के सांसदों ने भी सऊदी एवं युएई की आलोचना शुरू की है। इस पार्टी के तीन सांसदों ने माँग की है कि खाड़ी देशों में की रक्षातैनाती अमरीका हटायें। इस संदर्भ में एक विधेयक जल्द ही अमरिकी संसद में पेश किया जायेगा, ऐसा सुसान वाईल्ड, सीन कॅस्टन ऐर टॉम मॅलिनोवस्की इन संसद सदस्यों ने एक निवेदन में स्पष्ट किया। सऊदी तथा युएई का फ़ैसला यह अमरीकाविरोधी कृत्य होकर, इसके द्वारा उन्होंने, वे रशिया के पक्ष में होने का खुलेआम संदेश दिया है, ऐसा दावा भी इन सांसदों ने किया। इन देशों को सबक सिखाने के लिए अमरीका इन देशों में की हुई रक्षातैनाती हटायें, ऐसी माँग इन सांसदों द्वारा की गयी है।

यहाँ अमरीका से उस प्रकार आक्रामक प्रतिक्रियाएँ आ रहीं हैं कि तभी ओपेक का सदस्य देश रहनेवाले युएई के राष्ट्राध्यक्ष ने रशिया का दौरा करने का फ़ैसला किया है। युएई के राष्ट्राध्यक्ष शेख मोहम्मद बिन झायेद अल नह्यान मंगलवार को रशिया की भेंट करेंगे, ऐसी जानकारी युएई की न्यूज़ एजेंसी ने दी।

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