सऊदी अरब इराक की सीमारेखा खुली करेंगे

बगदाद रियाद: सऊदी अरब और इराक के संबंध सुधर रहे है और २७ वर्षों के बाद इराक के सम्बंधित ‘अल जदिदाह अरार’ यह सीमारेखा खुली करने की घोषणा सऊदी अरब ने की। इराक का भूतपूर्व हुकुमशाह सद्दाम हुसैन ने कुवैत में लश्कर घुसाने के बाद सऊदी ने इराक को बहिष्कृत करके यह सीमारेखा बंद की थी पर अब ‘अरार’ सीमारेखा खुली करने का निर्णय लेते हुए सउदी ने इराक के साथ सहयोग बढ़ाने के संकेत दिए हैं। इसी के साथ इराक के ‘नजफ’ शहर में दूतावास शुरू करने की तैयारी भी सऊदी ने की है।

इराक मैं सऊदी अरब के उच्चायुक्त अब्दुल अझीझ अल शम्मारी ने २ दिन पहले ‘अल जदिदाह अरार’ सीमारेखा को भेंट दी थी। उस समय सऊदी में इराक के राजदूत ‘रशीदी महमूद अल आनी’ भी वहां उपस्थित थे। शम्मारी और अनी ने दोनों देशों की ऐतिहासिक सीमारेखा का सर्वेक्षण करके संबंधित अधिकारियों से चर्चा की। इस चर्चा के बाद शम्मारी ने अरार सीमारेखा खुली करने का खुली करने की घोषणा की। सऊदी के प्रसार माध्यमों ने यह जानकारी प्रसिद्ध की है।

इराक के दक्षिण में ‘अनबर’ प्रांत के गवर्नर सोहेब ‘अल-रावी’ने सऊदी के इस निर्णय का स्वागत किया अरार सीमारेखा खुली होने पर इराक और सऊदी के भविष्य में होने वाले सहयोग और हज यात्रियों के लिए यह अच्छी शुरुआत होने की बात रावी ने कही। साथ ही अरार सीमारेखा के सुरक्षा के लिए इराकी लश्कर विशेष पथक तैनात करेंगे, यह जानकारी रावी ने दी।

सन १९९० में इराक के तत्कालीन हुकुमशाह सद्दाम हुसैन ने कुवैत में अपनी सेना घुसाते हुए युद्ध घोषित किया था। उसी समय कुवैत की सुरक्षा के लिए सऊदी अरब और अन्य अरब मित्र देशों ने इस संघर्ष में प्रवेश किया था। साथ ही सऊदी ने इराक को बहिष्कृत किया था। इस बहिष्कार के अंतर्गत सऊदी ने इराक से जुडी सीमारेखा को हमेशा के लिए बंद किया था। साथ ही इराक से अपने व्यापारी संबंध भी तोड़ दिए थे।

१० साल पहले अमरीका ने इराक के सद्दाम हुसैन का साम्राज्य उठाया था। इसके बाद सऊदी ने इराक को सहयोग करना शुरु किया था। परन्तु सीमारेखा पर परिवाहन की बंदी कायम रखी थी। साल में सिर्फ एक बार इराकी यात्रियों को सऊदी में दाखिल होने के लिए अरार सीमारेखा खुली हो रही थी। पर आगे से यह सीमारेखा हमेशा के लिए खुली करने की घोषणा सऊदी ने की है, जिसका इराक ने स्वागत किया है।

सीमारेखा खुली करने के साथ ही सऊदी के मंत्रिमंडल ने इराक के साथ संयुक्त व्यापार समिति गठीत करने की घोषणा की है। सऊदी और इराक का सहयोग अधिक दृढ़ करने के लिए सऊदी ने इराक में नए दूतावास शुरू करने की तैयारी दिखाई है। सऊदी के उच्चायुक्त शम्मारी ने दी जानकारी अनुसार इराक के ‘नजफ’ शहर में यह दूतावास शुरू होगा। इस सिलसिले में सऊदी के विदेश मंत्रालय ने इराक के दूतावास को पत्र भेजा और इराक ने भी इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके अतिरिक्त, इराक के कुछ चुनिंदा प्रांतों में एक करोड़ डॉलर्स का निवेश करने की बात सऊदी ने मंजूर की है।

पिछले हफ्ते इराक़ के प्रभावी धार्मिक नेता ‘मुक्तदा अल सद्र’ ने सऊदी का दौरा करके राजा सलमान तथा प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद इराक और सऊदी में नए सहयोग की शुरुआत होने की बात सामने आई है। दौरान, इराक के अबादी सरकार तथा सऊदी का दौरा करने वाले अल-सद्र यह ईरान समर्थक के तौर पर पहचाने जाते हैं।

 अमरीका और ईरान की दोस्ती पर सऊदी का विरोध नहीं- सऊदी प्रिंस मोहम्मद का ई मेल से खुलासा

सऊदी अरब में यह मैंने युद्ध छेड़ा है पर २ वर्षों के इस संघर्ष से सऊदी को अब बाहर आना है। इस संघर्ष में सऊदी को नहीं फंसना है। साथ ही अमरीका के साथ ईरान की दोस्ती पर हमारा विरोध नहीं, यह घोषित करके सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अपनी भूमिका में बड़े बदलाव होने के संकेत दिए हैं। २ महीने पहले अमरीका के अधिकारियों से हुई चर्चा में प्रिंस मोहम्मद में यह भूमिका स्पष्ट की थी। अमरीका और सऊदी के अधिकारियों के बीच भेजा ई मेल अवैध रूप से प्रसारित होने पर यह जानकारी सामने आयी है।

खाड़ी देशों के एक संकेत स्थल ने प्रसिद्ध की जानकारी के अनुसार सऊदी ने कतार पर बहिष्कार डालने से पहले, प्रिंस मोहम्मद ने अमरीका के दो भूतपूर्व अधिकारियों से चर्चा की थी। अमरीका के भूतपूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के सुरक्षा सलाहकार स्टीवन हेडली और अमरीका के इस्राइल में स्थित भूत पूर्व राजदूत मार्टिन इंडिक के साथ हुई चर्चा में प्रिंस मोहम्मद ने अपने बदलते हुए भूमिका की जानकारी दी थी, यह खाड़ी देशों के एक संकेत स्थल पर कहा गया है।

दो वर्षों पहले प्रिंस मोहम्मद ने पहल करके यह संघर्ष शुरू किया था पर अब प्रिंस मोहम्मद को इस संघर्ष से बाहर आना है, यह इंडिक से चर्चा में उन्होंने कहा था। आगे इंडिक ने अमरीका में स्थित ‘संयुक्त अरब अमिराती’ के राजदूत यूसुफ अल ओतेब ने भेजे ईमेल में ईरान और येमेन के मुद्दे पर हुई चर्चा की जानकारी भी दी थी।

 

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