सोमालिया में युगांडा के सैन्य अड्डे पर अल-शबाब ने किए आत्मघाती हमले में १३७ सैनिकों की मौत – अमरीका ने अल-शबाब के विरोध में किया हवाई हमले

कंपाला – सोमालिया की आतंकी संगठन अल कायदा से जुड़ी अल-शबाब ने युगांडा के सैन्य अड्डे पर तीन आत्मघाती हमले किए। इन हमलों में युगांडा के कम से कम १३७ सैनिकों के मारे जाने का दावा अल-शबाब ने किया है। अल-शबाब के आतंकवादियों ने इस सैन्य अड्डे पर कब्ज़ा भी किया है। अपने सैनिकों का मनोबल टुटने की वजह से यह सैन्य अड्डा हाथ से गया, यह युगांडा के राष्ट्राध्यक्ष ने कबूल किया है। इसी बीच, अल-शबाब ने कब्ज़ा किए सैन्य अड्डे पर अमरीका ने हवाई हमले करके हथियाने लूट किए हथियारों का भंड़ार नष्ट करने का ऐलान किया।

‘हॉर्न ऑफ अफ्रीका’ यानी अफ्रीकी महाद्वीप के ईशान्य ओर स्थित सोमालिया में अल-शबाब फिर से मज़बूत होने का दावा अमरीका कर रही हैं। इसके लिए पिछले हफ्तों से अमरीका ने अल कायदा से जुड़ी इस आतंकी संगठन के सोमालिया में मौजूद ठिकानों को लक्ष्य करना शुरू किया था। अल-शबाब पर सैन्य कार्रवाई करने के साथ ही अमरीका ने इस आतंकी संगठन के तीन प्रमुख नेताओं पर प्रतिबंध भी घोषित किए थे। अमरीका के साथ ही अफ्रीकी महासंघ ने सोमालिया में अपनी सैन्य तैनाती बढ़ाने के संकेत दिए थे।

वर्ष २००६ से अल-शबाब सोमालिया की पश्चिमी समर्थक हुकूमत हटाने की कोशिश कर रही है। सोमालिया की सरकार बचाने के लिए अफ्रीकी महासंघ ने इस देश में अपनी सेना तैनाती की थी। अफ्रीकी महासंघ के कम से कम २० हज़ार सैनिक ‘अफ्रीकन युनियन ट्रांझिशन मिशन इन सोमालिया’ (एटीएमआईएस) के तहत तैनात हैं। इनमें युगांडा के साथ बुरुंडी, जिबौती, इथियोपिया और केनिया जैसे पड़ोसी अफ्रीकी देशों के सैनिकों का समावेश हैं। वर्ष २०२४ तक इस देश की सुरक्षा वहां के सेना और पुलिस दल को सौपने के इरादे से अफ्रीकन महासंघ ने सोमालिया में यह सैन्य तैनाती की है।

ऐसे में अल-शबाब के आतंकवादियों ने सोमालिया की राजधानी मोगादिसू से १२० किलोमीटर दूरी पर स्थित ‘बुलो मारेर’ सैन्य अड्डे पर हमला किया। कम से कम ८०० आतंकवादियों ने युगांड़ा के सैनिकों का घेराव किया था। इसके बाद तीन आतंकवादियों ने आत्मघाती हमले किए। इस वजह से इस सैन्य अड्डे पर मौजूद सैनिकों की भागादौड़ी हुई। अल-शबाब ने सैन्य अड्डे पर किए इस हमले के फोटो और वीडियोज्‌‍ जारी किए हैं। इनमें युगांडा के सैनिक भागते, वहां के टैंक पर कब्ज़ा होने के साथ सैनिकों के शव बिखरे पड़े होने की बात दिख रही है।

युगांडा के राष्ट्राध्यक्ष योवेरी मुसेवेनी ने सोमालिया के हमले के दौरान हमारे सैनिक घबराए थे, यह स्वीकार किया। आतंकवादियों के हमले की वजह से सैनिक हथियार चलाना भी भुल गए थे, इसकी कबुली मुसेवेनी ने दी। साथ ही इस हमले में काफी बड़ा नुकसान उठाना पड़ा, इसकी कबुली भी उन्होंने दी। लेकिन, इन हमलों में पुख्ता कितने सैनिक मारे गए या घायल हुए, इसका ब्योरा राष्ट्राध्यक्ष मुसेवेनी ने सार्वजनिक नहीं किया। अल-शबाब ने जारी की हुई जानकारी के अनुसार इस हमले में १३७ सैनिक मारे गए हैं और कुछ घायल है और कुछ सैनिक आतंकवादियों के गिरफ्त में होने की संभावना जताई जा रही है।

वर्ष २०१६ में सोमालिया के गेडो क्षेत्र में अल-शबाब ने किए आत्मघाती हमले में डेढ़सौ से दो सौ केनियन सैनिकों के मारे जाने का दावा इस आतंकी संगठन ने किया था। केनिया ने वह दावे ठुकराए थे। लेकिन, इसके बाद अल-शबाब ने सोमालिया के अफ्रीकी महासंघ पर किया यहा दूसरा बड़ा आत्मघाती हमला हैं। इस हमले के साथ अल कायदा से जुड़ी यह आतंकी संगठन  अफ्रीकन महासंघ के साथ अमरीका को चेतावनी देती दिख रही है।

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