इस्रायल के सिरियन राजधानी मे हवाई हमले, ईरान का लश्करी तल तबाह १२ इरानी सैनिक ढेर

जेरूसलेम: इस्रायल के लड़ाकू विमानों ने सिरियन राजधानी दमास्कस के पास मिसाइलों से जोरदार हमला किया। इस्रायली विमानों ने किए इस कारवाई में ईरान के लष्करी तल और शस्त्रास्त्र गोदाम नष्ट हुआ है और इस में ईरान के १२ सैनिक ढेर होने का दावा किया जा रहा है। इस हमले के बाद इस्रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने सिरिया तथा ईरान को संबोधित करके एक इशारा प्रसिद्ध किया है। सिरिया में ईरान की तैनाती और परमाणु सज्जता ईरान, इस्रायल कदापि सहन नहीं करेगा ऐसा नेत्यान्याहू ने सूचित किया है। दौरान लेबनीज वृत्त माध्यम में प्रसिद्ध किए जानकारी के अनुसार इस्रायल ने इस लष्करी तल की दिशा से दागा एक मिसाइल सिरिया में तैनात रशियन मिसाइल भेदी यंत्रणा ने नष्ट किया है।

इस्रायल

सिरिया में सरकार से संबंधित जाना और ब्रिटन स्थित मानवाधिकार संगठनों ने दिए जानकारी के अनुसार शनिवार की सुबह सिरियन राजधानी के पास मिसाइलों का भडिमार किया। इस्रायली विमानों ने लेबनॉन की सीमा रेखा में रहकर सिरियन राजधानी पर हमले करने की बात ऑस्ट्रेलियन वृत्त माध्यम ने कही है।

तथा इस्रायली लड़ाकू विमानोंने वहां के लष्करी तल पर मिसाइल दागने का दावा सामने आया है। पर यह लष्करी तल किसका था, इस विषय पर जानकारी देने की बात सिरियन लष्कर के मुखपत्र ने टाली है। सिरियन लष्कर के मुख्य तथा सिरियन लष्करने भी इस हमले के विषय में खुलासा करने से इनकार किया है। पर अरब देशों के माध्यमों ने दिए जानकारी के अनुसार इस्रायली विमानों ने राजस्थानी दमास्कस के पास ईरान के लष्करी तल पर मिसाइल दागे हैं।

दमास्कस से ५० किलोमीटर अंतर पर होने वाले अल किसा इस जगह ईरान ने अपना लष्करी तल निर्माण किया है। इस तल के बारे में ईरान तथा सिरियन लष्कर ने गोपनीयता रखी है। पर १० दिनों पहले ब्रिटन के अग्रणी वृत्त माध्यम अल किसा इस भाग में ईरान के लष्करी तल और शस्त्रास्त्र का गोदाम बांध कर तैयार रखने का वृत्त प्रसिद्ध किया था। इस वृत्त के साथ ब्रिटिश माध्यम से संबंधित जगहों पर सेट लाइट फोटोग्राफ़ी प्रसिद्ध किए थे। ब्रिटिश माध्यम ने दिए इस जानकारी पर चिंता व्यक्त कर के इस्रायल ने यह लष्करी तल अपनी सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है, ऐसा इशारा दिया था।

उसके बाद शनिवार की सुबह इस्रायली विमानों ने अल किसा स्थित ईरान का यह लष्करी तल और शस्त्रास्त्र का गोदाम नष्ट करने का दावा अरब माध्यम कर रहे हैं। तथा हमले के दौरान ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड्स वहां तैनात थे। तथा हमले में १२ जवान ढेर हुए हैं और कुछ जख्मी होने का दावा अरब माध्यम तथा ब्रिटन स्थित मानव अधिकार संगठन कर रहे हैं। इस्रायल के हमले में शस्त्रास्त्र गोदाम नष्ट होने की वजह से बड़ी तादाद में जीवित हानि होने का दावा किया जा रहा है। तथा इस्रायल के सिरिया हमले में पहली बार इतनी बड़ी तादाद में ईरान के सैनिक ढेर हुए है। इस बारे में सिरिया तथा ईरान ने प्रतिक्रिया नहीं दी है।

इस्रायली लष्कर ने इस बारे में जानकारी प्रसिद्ध नहीं की है। पर इस हमले में के कुछ ही घंटों में इस्रायल प्रधानमंत्री ने एक वीडियो प्रसिद्ध किया था। इसमें प्रधानमंत्री नेत्यान्याहूने ईरान को संबोधित करके इशारा दिया है। इस्रायल के विनाश की घोषणा करनेवाले ईरान को कभी भी परमाणु सज्ज नहीं होने देंगे। तथा इस्रायल पर हमले करने के लिए ईरान को सिरिया में सेना तैनात करने नहीं दिया जाएगा, ऐसा इशारा नेत्यान्याहू ने इस वीडियो द्वारा दिया है।

रविवार को अमरिका के वाशिंगटन में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में इस्रायली प्रधानमंत्री द्वारा एक वीडियो प्रसिद्ध किया जाएगा, जिसमें नेत्यान्याहू अपने ईरान-सिरिया विषय मे भूमिका प्रस्तुत करेंगे ऐसा कहा गया था। इसमें इस इशारे का समावेश है। पर उससे पहले ही शनिवार को इस्रायल सरकार के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने यह इशारा प्रसिद्ध किया है।

इस हमले के बारे में लेबनॉन में हिजबुल्ला संबंधित वृत्त माध्यम अल मयादिन ने एक और खबर प्रसिद्ध की है। इस्रायल विमानों ने दमासकस की दिशा में जेरिको-१ यह जमीन से जमीन पर प्रक्षेपित होने वाले मिसाइल दागा था। इसमें एक मिसाइल सफलतापूर्वक भेदा गया है। राजधानी दमास्कस में तैनात रशिया के पैंटसर-एस१ इस मिसाइल भेदी यंत्रणा ने इस्रायल के जेरिको-१ नष्ट करने का दावा लेबनीज वृत्त माध्यम ने किया है। सिरिया में अपने सैनिकों की सुरक्षा के लिए रशिया ने यह यंत्रणा तैनात की है।

दौरान इससे पहले भी इस्रायल ने सिरिया पर हवाई हमले किए थे। सिरिया में संघर्ष के आड़ शस्त्रास्त्र की तस्करी करनेवाले हिजबुल्ला के वाहनों पर तथा सिरियन लष्कर के शस्त्रास्त्र के गोदाम पर हमले किए थे। सिरिया में ईरान एवं हिजबुल्ला की तैनाती अपने विरोध में होकर यह इस्रायल सहन नहीं करेगा, ऐसा इशारा इस्रायल से पहले दिया था। तथा रशियाने सिरिया में ईरान के लष्कर को वापस जाने पर विवश करें, ऐसी मांग इस्रायल ने की थी। रशिया ने इस्रायल की मांग ठुकराई थी। इसकी वजह से इस्रायल का सिरिया में ईरान के लष्करी तल पर हुआ हमला ईरान और रशिया को दिया इशारा होने का दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं।

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