सीरिया में ईरान की कार्यवाहियों पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष एवं इस्रायली प्रधानमंत्री में शाब्दिक मुठभेड़

ईरान, कार्यवाहियों, सीरिया, व्लादिमीर पुतिन, बेंजामिन नेत्यान्याहू, शाब्दिक मुठभेड़, जेरूसलेम, मॉस्को, इस्राइलजेरूसलेम / मॉस्को: सीरिया में ईरान की भूमिका पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन और इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू इन में शाब्दिक मुठभेड़ होने का वृत्त है। दोनों नेताओं ने फोन पर इस विषय पर चर्चा की थी। इस चर्चा में इस्रायल के प्रधानमंत्री ने किसी भी परिस्थिति में ईरान को सीरिया में अपना तल निर्माण नहीं करने दिया जाएगा, ऐसा सूचित किया था। तथा इस्रायल इस बारे में विघातक भूमिका का अपनाकर अस्थिरता ना फैलाएं ऐसी मांग राष्ट्राध्यक्ष पुतिनने इस चर्चा में की थी। रविवार को सीरिया के होम्स में इस्रायल ने हवाई हमले करके वहां तैनात होनेवाले ईरान के ८ जवानों की जान ली थी। इस पृष्ठभूमि पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष एवं इस्रायल के प्रधानमंत्री में हुई इन मतभेदों की तीव्रता बड़ी तादाद में बढ़ती दिखाई दे रही है।

ईरान, कार्यवाहियों, सीरिया, व्लादिमीर पुतिन, बेंजामिन नेत्यान्याहू, शाब्दिक मुठभेड़, जेरूसलेम, मॉस्को, इस्राइलजो कोई इस्रायल का घात करने के लिए सोच रहा है। उस हरएक पर आगे चलकर हमले किए जाएंगे, ऐसा इशारा इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने २ दिनों पहले दिया था। यह इस्रायल ने सीरियन तल पर किए हमले के बारे में था, ऐसा माना जा रहा है। इस हमले में ईरान के सैनिकों के साथ १४ लोगों की जान गई थी। इस्रायल ने इस हमले की अधिकृत रूप से जिम्मेदारी स्वीकारी नहीं है, फिर भी इससे पहले भी सीरिया में ईरान और इराक समर्थक आतंकवादी संघटना होने वाले हिज्बुल्लाह के तल पर इस्रायल ने हमले किए थे।

पिछले कई महीनों में सीरिया के राष्ट्राध्यक्ष हसन ने रशिया ईरान एवं हिज्बुल्लाह के सहयोग पर २०११ वर्ष से गवांने वाला भाग फिर से प्राप्त करने शुरू किया है। इस वजह से सीरिया में अस्साद इनकी सत्ता उठाने का अमरीका एवं अन्य सहयोगी देशों के इरादे उधेड़ने की बात मानी जाती है। सीरिया में संघर्ष की पृष्ठभूमि पर खाड़ी में अपना स्थान अधिक सक्षम करने की बात कहकर यह बात इस्रायल एवं सऊदी अरेबिया के साथ अमरिका को भी तकलीफ बढ़ाने वाली साबीत हो रही है।

इसकी वजह से इन देशों ने सीरियन संघर्ष में ईरान के सहभाग के विरोध में अधिक आक्रामक भूमिका ली है और सीरिया में ईरान काअस्तित्व सहन नहीं होने की बात लगातार सूचित हो रही है। पर सीरिया में संघर्ष के मुद्दे पर रक्षा एवं ईरान के अग्रणी होनेवाले रशिया ने सीरिया के साथ ईरान के बीच बचाव की भूमिका ली है। इस मुद्दे से रशिया एवं इस्रायल में विवाद होकर पिछले कई हफ्तों में रासायनिक हमला एवं उसके बाद हवाई हमले की पृष्ठभूमि पर यह विवाद अधिक बिगड़ता जा रहा है।

सीरिया में संघर्ष के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने पहल करके रशियन प्रधानमंत्री का फोन किया था। उस समय हुए संवाद में रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने सीरिया के तल पर हुए हवाई हमले का मुद्दा उपस्थित किया। इस्रायल सीरिया के सार्वभौमत्व का मान रखें या एवं उसकी सुरक्षा तथा स्थिरता को धक्का लगेगा ऐसे प्रकार की कोई भी कार्रवाई न करें ऐसे शब्दों में इस्रायल के प्रधानमंत्री को सूचित किया है।

पर इस मुद्दे पर अधिक आक्रामक भूमिका लेकर इस्रायली प्रधानमंत्री ने हम इस्रायल सीरिया में ईरान का अस्तित्व सहन नहीं करेंगे, ऐसा सूचित किया है। किसी भी परिस्थिति में इस्रायल ईरान का सीरिया में लष्करी प्रभाव सहन नहीं करेगा, ऐसा इशारा नेत्यान्याहू ने दिया है।

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