अफगानिस्तान के प्रमुख नेता डॉ. अब्दुल्ला भारत के दौरे पर

डॉ. अब्दुल्लानई दिल्ली – अफगानी सरकार के प्रमुख नेता डॉ. अब्दुला अब्दुल्ला भारत आए होकर कामा उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। अगले हफ्ते अफगानिस्तान के लश्कर प्रमुख भारत के दौरे पर आ रहे हैं। अफगानिस्तान का लष्करप्रमुख और तालिबान के बीच जबरदस्त संघर्ष जारी है, ऐसे में अफगानी नेता और वरिष्ठ अधिकारियों के भारत दौरे को बहुत बड़ा रणनीतिक तथा सामरिक महत्व आया है। तालिबान के विरोध में भारत अफगानिस्तान को लष्करी सहायता प्रदान करें, ऐसी माँग इस देश द्वारा की जा रही है। भारत उसे प्रतिसाद देने की तैयारी कर रहा होकर, उसकी गूँजें पाकिस्तान में सुनाईं दीं दिख रहीं हैं।

विदेश मंत्री जयशंकर ने डॉ. अब्दुल्ला अब्दुल्ला के साथ हुई मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया में दी। लेकिन इसका विवरण सार्वजनिक नहीं किया गया है। डॉ. अब्दुल्ला निजी दौरे पर होने की बात बताई जाती है। लेकिन तालिबान के साथ अफगानी लष्कर का ज़बरदस्त संघर्ष जारी है, ऐसे में अफगानिस्तान की सरकार के दूसरे नंबर के नेता माने जानेवाले डॉ. अब्दुल्ला का यह सर्वसाधारण निजी दौरा होना संभव नहीं है, ऐसे स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। अफगानिस्तान की सरकार और लष्कर समेत इस देश के तालिबान विरोधी समूह और गुट एकजुट करने की खबरें आ रहीं हैं। इन सबको एकत्रित करके तालिबान को परास्त करने की कोशिश राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी की सरकार कर रही है। इसके लिए भारत बहुत बड़ी सहायता कर सकेगा, ऐसा विश्वास अफगानिस्तान की सरकार को लग रहा है।

किसी भी परिस्थिति में अफगानी जनता के पीछे दृढ़तापूर्वक खड़े रहने का यकीन भारत ने दिलाया है। तालिबान के विरोध में अफगानी लष्कर को हथियार और रक्षासामग्री तथा लड़ाकू हेलीकॉप्टर की सप्लाई करने की माँग अफगानिस्तान की सरकार द्वारा की जा रही है। इनमें से कुछ चीजें भारत ने इससे पहले ही अफगानिस्तान को सप्लाई करने की खबरें आईं थीं। फिर भी भारत अफगानिस्तान के हालातों की और बहुत ही सावधानी से देख रहा है। पाकिस्तान के इशारे पर काम करनेवाले तालिबान से भारत को बहुत बड़ा खतरा संभव है, ऐसा दावा अफगानी सरकार कर रही है। इस कारण भारत ने अपनी गतिविधियाँ अधिक तीव्र कीं हैं, ऐसे दावे माध्यमों द्वारा किए जाते हैं।

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