भारत तालिबान के दुश्‍मनों को हथियारों की आपूर्ति कर रहा है – पाकिस्तान का आरोप

हथियारों की आपूर्तिइस्लामाबाद – कंदहार में स्थित अपने उच्चायुक्तालय के कर्मचारियों को स्वदेश लाने के लिए पहुँचा भारत का विमान भारी मात्रा में हथियार लेकर ही पहुँचा था। अफ़गान सेना और तालिबान विरोधी गुटों के लिए यह हथियार देकर ही भारत का यह विमान स्वदेश लौटा, ऐसा आरोप पाकिस्तानी माध्यमों ने किया है। कम से कम अब तो भारत का ‘डबल गेम’ तालिबान की समझ में आना चाहिए, यह इशारा पाकिस्तानी माध्यम दे रहे हैं। लेकिन, पाकिस्तानी माध्यम एवं विश्‍लेषकों के अलावा अन्य किसी ने भी यह खबर जारी नहीं की है। इस वजह से यह खबर पाकिस्तान का ड़र या भारत विरोधी दुष्प्रचार का हिस्सा होने की संभावना भी सामने आ रही है।

भारतीय वायुसेना के भारी सामान की यातायात करने की क्षमता वाले विमान १० और ११ जुलाई के दिन अफ़गानिस्तान में दाखिल हुए थे। तालिबान कंदहार पर कब्ज़ा करने की तैयारी कर रही है और तभी सुरक्षा के कारणों से सभी देशों ने यहां के दूतावास में मौजूद अपने अधिकारियों और कर्मचारियों का निकालकर स्वदेश पहुँचाया था। भारत ने भी सावधानी के तौर पर कंदहार में स्थित अपने उच्चायुक्तालय के ५० अधिकारी और कर्मचारियों को स्वदेश लाने का निर्णय किया। इसी के लिए भारतीय वायुसेना के विमान अफ़गानिस्तान में उतरे थे।

लेकिन, इन विमानों में १२० एमएम की तोपों के लिए आवश्‍यक तकरीबन ४० टन भार के बारूदी गोले थे, यह आरोप पाकिस्तानी माध्यमों ने लगाया है। दूसरे विमान के ज़रिये भी भारत ने इसी मात्रा में तोप के गोले अफ़गानिस्तान में उतारे थे, ऐसा पाकिस्तानी माध्यमों का कहना है। यह बारूद और हथियार अफ़गान सेना को प्रदान होंगे। साथ ही तालिबान के विरोध में लड़ने की तैयारी जुटा रहे ‘नॉर्दर्न अलायन्स’ को भी इसकी आपूर्ति की जाएगी, ऐसा बयान पाकिस्तान के पत्रकार बड़े विश्‍वास से कर रहे हैं।

इसके ज़रिये भारत तालिबान के दुश्‍मनों को अधिक से अधिक ताकतवर बना रहा है। एक ओर तालिबान से बातचीत कर रहा भारत दूसरी ओर तालिबान का विश्‍वासघात कर रहा है। इसके ज़रिये अफ़गानिस्तान में जितना हो सके उतना खूनखराबा करने का उद्देश्‍य भारत रखता है, ऐसा अजब बयान पाकिस्तान के भारत द्वेषी पत्रकार कर रहे हैं। साथ ही तालिबान को कम से कम अब भारत से सावधान रहने की आवश्‍यकता होने का दावा इन पत्रकारों ने किया। पाकिस्तान के पूर्व राजनीतिक अधिकारी ज़फर हिलाली ने तो कंदहार में स्थित भारतीय उच्चायुक्तालय पर तालिबान ने अब तक हमला क्यों नही किया, इस पर आश्‍चर्य जताया है।

भारत तालिबान से बातचीत कर रहा है, ऐसी खबरें बीच के समय में प्रसिद्ध हुईं थी। इस वजह से पाकिस्तान काफी बेचैन है और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने इस पर गुस्सा व्यक्त किया था। तालिबान से चर्चा करके भारत को शर्म आनी चाहिए, ऐसा बयान पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसूफ ने किया था। तालिबान पाकिस्तान का हस्तक संगठन है और इस पर पाकिस्तान का ही पूरा हक है, ऐसा तर्क मोईद युसूफ के दावे के पीछे था।

भारत और तालिबान के बीच किसी भी तरह का समझौता ना हो, इसके लिए पाकिस्तान ने यह हथियारों की आपूर्ति करने की खबर जारी की होगी, ऐसी संभावना इससे सामने आ रही है। भारत के विरोध में दुष्प्रचार करने के लिए पाकिस्तान ने बड़ी तैयारी जुटाई है। लाहौर में हाफिज सईद के घर के करीब हुआ विस्फोट यानी भारत का आतंकवाद होने का आरोप लगाकर पाकिस्तान ने भारत आतंकी देश होने की चिल्लाहट शुरू की थी। अब तालिबान के विरोधी गुटों को भारत हथियारों की आपूर्ति कर रहा है, यह आरोप लगाकर पाकिस्तान तालिबान के ज़रिये भारत के खिलाफ कार्रवाईयाँ करने की कोशिश करता दिख रहा है। लेकिन, अभी तालिबान की इस पर प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई है।

तालिबान के प्रवक्ता एक ही समय पर भारत और पाकिस्तान के विषय में विरोधी बयान करकने अपनी चालाकी दिखा रहे है। अफ़गानिस्तान की सत्ता हथियाने के बाद तालिबान पाकिस्तान के इशारों पर नहीं नाचेगा, ऐसे बयान तालिबानी प्रवक्ता भारतीय वृत्तसंस्था के सामने कर रहे हैं। तभी, पाकिस्तानी माध्यमों से बातचीत करते समय तालिबानी प्रवक्ता भारत के विरोधी स्वर आलाप रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.