मोल्दोवा में तख्ता पलटने की रशिया की साज़िश – मोल्दोवा के राष्ट्राध्यक्ष का आरोप

मोल्दोवाचिसिनाव/मास्को/किव – रशिया समेत विदेशी एजेन्टस्‌‍ की सहायता से मोल्दोवा सरकार का तख्ता पटलने की साज़िश का गंभीर आरोप मोल्दोवा की राष्ट्राध्यक्ष माया सैन्डू ने लगाया। इस साज़िश के तहत रशिया समेत बेलारुस, सर्बिया और मौन्टेनेग्रो के नागरिक होने वाले एजेन्टस्‌‍ की मोल्दोवा में घुसपैठ कराके अशांति और अस्थिरता फैलाई जाएगी, यह दावा राष्ट्राध्यक्ष सैन्डू ने किया। मोल्दोवा राष्ट्राध्यक्ष द्वारा लगाए गए यह आरोप रशिया ने ठुकराए है और इन आरोपों में सच्चाई नहीं है, ऐसा बयान रशियन विदेश विभाग ने किया है। 

मोल्दोवायूक्रेन और रोमानिया की सीमा से जुड़ा मोल्दोवा किसी समय रशियन युनियन का हिस्सा था। साल १९९१ में रशियन संघ राज्य का विभाजन होने के बाद इस देश ने अपनी आज़ादी की घोषणा की थी। लेकिन, इसका ट्रान्सनिस्ट्रिया प्रांत स्वायत्त है और इसमें रशिया समर्थक गुट की सरकार है। तकरीबन २६ लाख जनसंख्या वाले इस देश ने यूरोपिय महासंघ की सदस्यता के लिए आवेदन किया है और महासंघ ने इसे ‘कैन्डिडेट कंट्री’ का दर्जा प्रदान किया है। इसके बाद मोल्दोवा ने नाटो की सदस्यता पाने की गतिविधियां भी शुरू की हैं। इस पर रशिया की तीव्र प्रतिक्रिया सामने आयी है। 

मोल्दोवापश्चिमी देशों की गतिविधियों के मद्देनज़र मोल्दोवा आनेवाले दिनों का ‘नया यूक्रेन’ हो सकता है, ऐसी चेतावनी रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लैवरोव ने हाल ही में दी थी। ‘आनेवाले दिनों पश्चिमी देश मोल्दोवा को अगले यूक्रेन के रूप में तैयार कर रहे हैं। मोल्दोवा की बागड़ोर फिलहाल पश्चिमी देशों द्वारा बिठाए गए राष्ट्राध्यक्ष के हाथों में है। सैन्डू ने नाटो का हिस्सा बनने के लिए विभिन्न विकल्प अपनाने के संकेत दिए हैं। राष्ट्राध्यक्ष सैन्डू की रोमानियन नागरिकता है। रोमानिया में विलयन करके आगे किसी भी तरह के कदम उठाने की तैयारी उन्होंने की हुई है’, ऐसा इशारा विदेश मंत्री लैवरोव ने दिया था। लैवरोव के इस बयान पर मोल्दोवा ने तीव्र नाराजगी जताई थी।

इसके बाद पिछले हफ्ते में यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष ज़ेलेन्स्की ने दावा किया था कि, रशिया ने मोल्दोवा के लिए रचि हुई साज़िश की जानकारी यूक्रेनी यंत्रणाओं को मिली है। ज़ेलेन्स्की के इस बयान को आधार पर मोल्दोवा की यंत्रणाओं ने भी कुछ जानकारी हासिल की है और सरकार का तख्ता पलटने की साज़िश होने का आरोप राष्ट्राध्यक्ष सैन्डू ने लगाया। ‘अगले कुछ दिनों में सैनिकी प्रशिक्षण पाने वाले और नागरी वर्दी के विदेशी एजेन्टस्‌‍ मोल्दोवा में दाखिल होकर हिंसा फैलाएंगे। सरकारी इमारतों पर हमले हो सकते हैं। संविधान की बुनियाद पर खड़ी सरकार को हटाना ही उनका उद्देश्य है’, ऐसा दावा मोल्दोवा के राष्ट्राध्यक्ष ने किया है। लेकिन, मोल्दोवा की सरकार रशिया की साज़िश सफल नहीं होने देगी, यह इशारा भी राष्ट्राध्यक्ष सैन्डू ने दिया है।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.