चीन अमरीका पर ‘इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेपन्स’ से हमला कर सकता है – टास्क फोर्स और विशेषज्ञों का इशारा

वॉशिंग्टन/बीजिंग – चीन ‘इलेक्ट्रमैग्नेटिक पल्स वेपन’ (इएमपी) के ज़रिये अमरीका पर हमला कर सकता है, यह इशारा टास्क फोर्स के संचालक पीटर प्राय ने दिया है| ‘इएमपी वेपन’ के हमले से चीन एक ही झटके में अमरीका से युद्ध में जीत सकता है, यह चेतावनी भी प्राय ने दी| ‘इलेक्ट्रमैग्नेटिक पल्स वेपन’ का हमला रक्तहीन माना जाता है, फिर भी इसका असर लंबे समय तक बना रहा तो अमरीका की ९० प्रतिशत जनता की मौत हो सकती है, यह ड़र विशेषज्ञ प्लामेन डोयनोव ने व्यक्त किया है| बीते हफ्ते में ही अमरीका के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने चीन द्वारा यकायक परमाणु हमले की संभावना है, इस बात की ओर ध्यान आकर्षित किया था|

‘इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेपन्स’बीते वर्ष से अमरीका और चीन के बीच तनाव में भारी बढ़ोतरी हुई है और चीन की हुकूमत लगातार अपने बढ़ते रक्षा सामर्थ्य का प्रदर्शन कर रही है| ताइवान के मुद्दे पर अमरीका और चीन के बीच युद्ध शुरू होने की चिंता जताई जा रही है और चीन के रक्षाबल ताइवान समेत अमरीका को भी सबक सिखाएँगे, चीन ऐसा आक्रामक स्वर आलाप रहा है| कुछ महीने पहले चीन द्वारा ‘हायपरसोनिक मिसाइलों’ का परीक्षण किए जाने के बाद अमरीका में भी चिंता का स्वर उठने लगा है| इस पृष्ठभूमि पर चीन के ‘इएमपी वेपन’ को लेकर सामने आया इशारा ध्यान आकर्षित करता है|

‘इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेपन्स’अमरीका के ‘नैशनल ऐण्ड होमलैण्ड सिक्युरिटी’ विभाग ने ‘इलेक्ट्रोमैग्नेटिक’ हमले के खतरे को ध्यान में रखकर स्वतंत्र ‘टास्क फोर्स’ का गठन किया था| इसके प्रमुख पीटर विंसेंट प्राय ने चीन के ‘इमपी वेपन’ के हमले को लेकर गंभीर चेतावनी दी है| ‘चीन समेत अन्य शत्रुदेश अमरीका के खिलाफ इलेक्ट्रोमैग्नेटिक हथियार का इस्तेमाल कर सकते हैं| ऐसे हमले से एक ही झटके में युद्ध का पलड़ा पलटने का खतरा है’, यह इशारा प्राय ने दिया| चीन जैसे देश ‘इएमपी वेपन’ के साथ ही सायबर हमले एवं छुपे हमलों का इस्तेमाल करके हमलों की तीव्रता बढ़ा सकते है, इस ओर भी टास्क फोर्स के प्रमुख ने ध्यान आकर्षित किया|

‘इएमपी वेपन’ का हमला शुरू में रक्तहीन देखा जाएगा, फिर भी इससे अमरीका की बीजली सप्लाई लंबे समय के लिए टूट जाएगी और ‘ब्लैकआऊट’ ने नुकसान पहुँचाया तो ९० प्रतिशत जनता इसका शिकार हो सकती है, यह ड़र प्लामेन डोयनोव ने व्यक्त किया| डोयनोव ‘इएमपी शील्ड’ कंपनी के तकनीकी विभाग के प्रमुख के तौर पर काम कर रहे हैं| नवीनतम सैन्य तकनीक प्राप्त ना करनेवाले देश भी ‘इलेक्ट्रोमैग्नेटिक हथियार का इस्तेमाल करेंगे, यह इशारा भी उन्होंने दिया|

‘इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेपन्स’अमरीका के रक्षा विभाग ने कुछ दिन पहले ही जारी की हुई रपट में भी चीन से होनेवाले इलेक्ट्रोमैग्नेटिक हमले के खतरे का ज़िक्र किया गया था| चीन ने इस तरह की तकनीक के लिए भारी निवेष करने की ओर भी ध्यान आकर्षित किया गया था| चीन की ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ युद्ध के शुरू में ही इस तरह की तकनीक का प्रयोग करेगी, यह इशारा भी दिया गया है| अगस्त में चीन के ‘साऊथ चायना मॉर्निंग पोस्ट’ नामक अखबार ने चीन के रक्षाबल ने ‘इएमपी वेपन’ का परीक्षण करने की खबर दी थी| इसमें चीन ८० गिगावैट के ‘इएमपी वेपन’ पर अनुसंधान कर रहा है, यह दावा भी किया गया था|

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