सिरिया स्थित ईरान के अड्डे पर इस्रायल के क्षेपणास्त्र हमले – दो लोगों की मृत्यु, छह घायल

Iranian-Base-Syriaसना – सिरिया के होम्स इलाके में इस्रायल ने किए क्षेपणास्त्रों के हमलों में दो लोगों की मौत हुई होकर, छह लोग घायल होने का दावा ब्रिटेन स्थित मानवाधिकार संगठन ने किया। इस्रायली लष्कर ने ईरान के नियंत्रण में होनेवाले हवाई अड्डे पर हमला किया ऐसी जानकारी सिरियन न्यूज़ एजेंसी ने दी। वहीं, इस्रायल के आठ क्षेपणास्त्र छेदे होने का दावा सिरियन लष्कर कर रहा है। इसी बीच, ईरान के विदेश मंत्री सिरिया के दौरे पर दाखिल होने से पहले इस्रायल ने ईरान के ही स्थान पर क्षेपणास्त्र दागकर चेतावनी दी दिख रही है।

सिरिया के होम्स प्रांत के टी-4 इस मशहूर हवाई अड्डे पर शुक्रवार रात को क्षेपणास्त्र हमले हुए। सिरिया की अस्साद हुकूमत ने बहुत पहले ही इस हवाई अड्डे का नियंत्रण ईरान के लष्कर के पास सौंपा होने का दावा किया जाता है। ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के जवान तथा ईरान से जुड़े आतंकवादी संगठनों ने इस स्थान पर डेरा जमाया है। इसी कारण टी-4 हवाई अड्डा हमेशा ही इस्रायल के हवाई हमलों का लक्ष्य रहता है। शुक्रवार को भी ईरानी लष्कर के कब्जे में होनेवाले इस अड्डे पर इस्रायल ने क्षेपणास्त्र दागे होने का दावा सिरियन लष्कर, माध्यम और मानवाधिकार संगठन कर रहे हैं।

टी-4 हवाई अड्डे पर होने वाले ड्रोन्स के डिपो पर हमले हुए, ऐसा सिरियन माध्यमों का कहना है। इन हमलों में २ लोगों की जान गई होकर, वे ईरान से जुड़े संगठन के आतंकवादी थे ऐसा दावा किया जाता है। इस्रायल की गोलन पहाड़ियों के भाग से ये क्षेपणास्त्र दागे गए, ऐसा आरोप सिरियन सरकार से जुड़े माध्यम कर रहे हैं। साथ ही, १२ में से ८ क्षेपणास्त्रों को सफलतापूर्वक छेदा गया, ऐसा सिरियन माध्यमों का कहना है। रशियन बनावट की हवाई सुरक्षा यंत्रणा ने इस्रायल के ये हमले नाकाम किए। इससे बड़ी जीवित तथा वित्तहानि टली, ऐसा दावा सिरियन लष्कर कर रहा है।

Israel-Missileसिरियन लष्कर और माध्यमों के इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देना इस्रायली लष्कर ने टाला। महीने भर पहले भी सिरिया ने इस्रायल पर क्षेपणास्त्रों के हमले करने का आरोप किया था। इस्रायल के लड़ाकू विमानों ने दागे हुए २४ में से आधे से अधिक क्षेपणास्त्र गिराए होने का दावा सिरियन लष्कर ने किया था। लेकिन विदेशी माध्यमों में जारी होनेवालीं खबरों पर प्रतिक्रिया न देने की इस्रायल की भूमिका है।

इससे पहले भी सन २०१८ में इस्रायली लष्कर ने होम्स प्रांत के टी-4 हवाई अड्डे को लक्ष्य किया था। इस हमले में ईरान के जवान तथा हिजबुल्लाह के आतंकवादी भारी संख्या में मारे गए थे। उसी के साथ, ईरान का बड़ा नुकसान हुआ होने का दावा अन्तर्राष्ट्रीय माध्यमों ने किया था। सिरिया के संघर्ष की आड़ में ईरान हिज्बुल्लाह तथा अन्य आतंकवादी संगठनों को शस्त्रसिद्ध कर रहा होने का आरोप इस्रायल के तत्कालीन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने किया था। साथ ही, किसी भी हालत में सिरिया में ईरान को लष्करी अड्डा स्थापित करने नहीं देंगे, ऐसा नेतान्याहू ने डटकर कहा था।

इसी बीच, ईरान के विदेश मंत्री हुसेन अमीर अब्दुल्लाहियान ने शनिवार को सिरिया का दौरा करके राष्ट्राध्यक्ष बशर अल अस्साद से मुलाकात की। उससे पहले सिरिया में ईरान के ही लष्करी अड्डे पर हुआ हमला यानी ईरान के राष्ट्राध्यक्ष रईसी की सरकार को इस्रायल ने दी चेतावनी होने का दावा इस्रायली माध्यम कर रहे हैं।

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