रशिया के साथ संबंध होने के आरोप पर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष का खुलासा; रशिया के साथ हाथ न मिलाने का यकिन दिलाया

वॉशिंग्टन/ मॉस्को: ‘रशिया ने अमरिका के खिलाफ मुहीम सन २०१४ में ही शुरू की थी। मैने राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवारी घोषित करने से पहले बहुत समय पहले यह घटना घटी है। अमरिका में हुए राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनावों के परिणामों पर इसका असर नहीं हुआ है। ट्रम्प के प्रचार मुहीम में कुछ भी गलत नहीं हुआ है। मैने रशिया के साथ हाथ नहीं मिलाया है’, इन शब्दों में राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों का जवाब दिया है।

अमरिका के स्पेशल कौंसिल रॉबर्ट म्युलर ने शुक्रवार को रशिया के अमरिका में हस्तक्षेप के बारे में आरोप पत्र दाखिल किया। इस आरोपपत्र में १३ रशियन नागरिकों का समावेश है और उस में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन के ‘शेफ’ के तौरपर काम करने वाले ‘येवगेनि प्रिगोझिन’ का भी नाम है। सेंटपीटसबर्ग में स्थित ‘इंटरनेट रिसर्च एजेंसी’ के माध्यम से रशिया ने अमरिका की राजनीतिक यंत्रणा और चुनावों में हस्तक्षेप करने की कोशिश की है, ऐसा आरोप लगाया गया है।

रशिया ने अमरिका में हस्तक्षेप के लिए विविध सोशल मीडिया वेबसाइटस पर सेंकडों एकाउंट्स बनाए और यह एकाउंट्स अमरिका के नागरिकों की तरफ से चलाए जाते हैं, ऐसा चित्र बनाया, यह जानकारी म्युलर के आरोपपत्र में दी गई है। ३७ पन्नों के इस आरोपपत्र में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के प्रचार की जिम्मेदारी लिए समूह ने रशिया के साथ हाथ मिलाया था क्या, इस का कहीं भी उल्लेख नहीं है। इस वजह से राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सदर आरोपपत्र मतलब अपने ऊपर होने वाले आरोपों को मिला हुआ जवाब है।

लेकिन अमरिका के विरोधी दलों ने ट्रम्प पर टीका करते हुए म्युलर के आरोपपत्र के माध्यम से रशिया के हस्तक्षेप की बात सामने आयी है, ऐसा कहा है।

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