रशिया के संभावित परमाणु हमलों का मुकाबला करने के लिए – अमरिका की तरफ से परमाणु क्षमता में बढ़ोत्तरी करने के संकेत

वॉशिंग्टन: रशिया ने विकसित किया हुआ ‘न्यूक्लिअर टॉर्पेड़ो’ और ‘टैक्टिकल न्यूक्लिअर वेपन्स’ की बढती संख्या को ध्यान में रखते हुए, अमरिका ने अपनी परमाणु क्षमता में बड़ी बढ़ोत्तरी करने के संकेत दिए हैं। अमरिका के रक्षा विभाग ने शुक्रवार को ‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ प्रसिद्ध किया है, जिसमें रशिया का खतरा सामने रखकर परमाणु क्षमता बह्दाने का दावा किया गया है। नई नीति अमरिकी रक्षा दल की परमाणु क्षमता का प्रमुख हिस्सा ‘न्यूक्लिअर ट्रायड’ कायम रखने का निर्णय लिया गया है। अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने दिए हुए निर्देशों के अनुसार नई परमाणु नीति प्रसिद्ध की गई है, जिसमें भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा की परमाणु कम करने की नीति गतिविधियों को पूर्णविराम देने की स्पष्ट भूमिका अपनाई गई है।

परमाणु क्षमता

शुक्रवार को अमरिका के उपरक्षामंत्री पॅट्रिक शॅनाहन ने एक पत्रकार परिषद में ‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ की घोषणा की। उसके अनुसार, अमरिका वर्तमान की परमाणु क्षमता बढाने वाला है और जमीन से, हवाई मार्ग से और समंदर से हमले किए जाने वाले परमाणुओं का विकास जारी एखने वाला है। ‘नई नीति से, किसी भी प्रकार परमाणुओं का इस्तेमाल अपनाया नहीं जाएगा यह स्पष्ट संकेत रशिया को दिया जा रहा है’, इन शब्दों में ‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ के पीछे की भूमिका स्पष्ट की गई है। अमरिका की वर्तमान की परमाणु क्षमता ज्यादा प्रभावशाली नहीं है, ऐसा रशिया का मत है और उसे नई नीति से उचित प्रत्युत्तर मिलेगा, ऐसा भी इस नई नीति में कहा गया है।

अमरिका ने ‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ में रशिया की तरफ से विकसित किए जाने वाले ‘हाइपरसोनिक’ परमाणुओं की और ‘न्यूक्लिअर टॉर्पेड़ो’ की विशेष रूपसे दखल ली है। ‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ के अनुसार रशिया के पास कुल पांच परमाणु वाहक ड्रोन पनडुब्बियां हैं और उनका परिक्षण पूरा हुआ है। २७ नवम्बर २०१६ को रशियन नौसेना ने ‘सॅरोव्ह’ श्रेणी की पनडुब्बी से सदर ड्रोन पनडुब्बी प्रक्षेपित करके पहला परीक्षण किया था। रिपोर्ट में सदर पनडुब्बी का उल्लेख ‘कॅनॉन’ किया है। रशिया ने इस परमाणु वाहक पनडुब्बी को ‘स्टेटस-६’ ऐसा नाम दिया है। ‘स्टेटस-६’ यह पनडुब्बी पूरीतरह से मानवरहित है और और इसमें लगभग १०० मेगाटन वजन का परमाणु ले जाने की क्षमता है।

इसके अलावा, नॉन-न्यूक्लिअर स्ट्रॅटेजिक अटैक्स’ और पारंपरिक यूद्ध में भी परमाणुओं का इस्तेमाल किया जाएगा, ऐसा ‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ में स्पष्ट किया गया है। अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प और रक्षामंत्री जेम्स मैटिस ने नई रिपोर्ट का स्वागत किया है।

 

आतंकवादियों को परमाणु की सहायता करने वाले देशों पर कार्रवाई की जाएगी – अमरिका का इशारा

परमाणु क्षमता

आतंकवादी संगठन और एनी गुटों को परमाणु के लिए सहायता करने वाले देशों पर अमरिका कठोर कार्रवाई करेगा, ऐसा इशारा ‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ में दिया गया है। पाकिस्तान जैसे देश में परमाणु आतंकवादियों के हाथ लग सकते हैं, ऐसा इशारा अमरिका के विविश अभ्यास गुटों ने इसके पहले दिया था। इस पृष्ठभूमि पर नई रिपोर्ट में दिया गया इशारा ध्यान आकर्षित करने वाला साबित हुआ है।

‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ में अधिक विस्तार से जानकारी नहीं दी गई है, फिर भी यह इशारा पाकिस्तान, ईरान, उत्तर कोरिया जैसे देशों के लिए है, ऐसा मत अमरिकी अधिकारियों ने व्यक्त किया है। परमाणु आतंकवाद यह २१ वीं सदी के लिए बड़ा खतरा है, ऐसा मत भी ‘न्यूक्लिअर पोश्चर रिव्यू’ में दिया गया है।

 

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