सीरिया में हुए रासायनिक हमलों के लिए अस्साद शासन जिम्मेदार – संयुक्त राष्ट्रसंघ की रिपोर्ट

वॉशिंगटन: अप्रैल महीने में सीरिया के ‘शेखौन’ इलाके में रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल हुआ है, जिसके लिए सीरिया का अस्साद शासन जिम्मेदार है, ऐसा आरोप संयुक्त राष्ट्रसंघ के निरीक्षकों ने अपनी रिपोर्ट में कहा है। संयुक्त राष्ट्रसंघ की अमरिकन राजदूत निकी हैले ने इस रिपोर्ट का स्वागत करते हुए रशिया पर टीका की है। कुछ दिनों पहले अस्साद शासन के बचाव के लिए रशिया ने सुरक्षा परिषद पर नकाराधिकार इस्तेमाल किया था।

रासायनिक हमले के बारे में जाँच करने वाले संयुक्त राष्ट्रसंघ के ‘ओर्गनायझेशन फॉर दी प्रोहिबिशन ऑफ़ केमिकल वेपन्स’ (ओपीसीडब्ल्यू) इस संगठन के ‘जॉइंट इन्वेस्टिगेटिव मेकानिझम’ (जीम) ने सुरक्षा परिषद् के सामने एक रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इस रिपोर्ट में ४ अप्रैल २०१७ को सीरिया के ‘खान शेखौन’ शहर में जहरीली ‘सरिन’ गैस का हमला हुआ है, ऐसा ‘जीम’ ने कहा है। साथ ही इन रासायनिक हमलों के लिए सीरियन सरकार जिम्मेदार है, इस निष्कर्ष हम पहुंचे हैं, ऐसा ‘जीम’ ने इस रिपोर्ट में कहा है।

संयुक्त राष्ट्रसंघ ने ‘सरिन’ गैस पर प्रतिबन्ध लगाए हैं। इस जहरीली गैस का युद्ध में इस्तेमाल करना गुनाह है, ऐसा संयुक्त राष्ट्रसंघ ने घोषित किया है। ऐसा होते हुए भी ‘खान शेखौन’ शहर पर ‘सरिन’ गैस से भरा राकेट इस्तेमाल करने की बात सामने आई है और यह रॉकेट्स सीरिया के लष्कर पास थे। साल भर पहले इन हथियारों के भंडार को नष्ट करने का दावा सीरिया ने किया था। रशिया ने भी सीरिया के इस दावे की पुष्टि की थी। लेकिन ‘खान शेखौन’ के हमले में ‘सरिन’ गैस के पाए जाने के बाद, सीरिया का दावा फंस गया है।

‘खान शेखौन’ में हुए हमले में ८० से अधिक लोग मारे गए थे। जिसमे महिलाऐं और बच्चों की संख्या अधिक थी। इस पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर से कड़ी प्रतिक्रिया आई थी। अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने भी इसपर टीका की थी। इस इलाके के बागियों के हत्यारों के गोदाम पर किए हुए हमले में रासायनिक हथियारों का विस्फोट होने की वजह से यह दुर्घटना घटने का दावा सीरियन लष्कर ने किया था। लेकिन सीरियन लष्कर ने किए रासायनिक हथियारों के हमले में जीवितहानि होने का आरोप अमरिक और मित्र देशों ने लगाया था।

अगले कुछ ही घंटों में भूमध्य समंदर में तैनात अमरिका के जंगी जहाजों ने सीरिया के हवाई अड्डे पर ५९ ‘टोमाहॉक’ मिसाइलों के हमले करके सीरिया के लड़ाकू विमानों को नष्ट किया था। अमरिका के इस हमले पर रशिया ने जोरदार टीका भी की थी। पश्चिमी देश सीरिया के अस्साद शासन को दुविधा में डालने के लिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं, ऐसा रशिया ने कहा था। चार दिनों पहले संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद की बैठक में भी रशिया ने अस्साद शासन का समर्थन करके रासायनिक हमले की पूछताछ आगे जारी रखने के प्रस्ताव पर नकाराधिकार इस्तेमाल किया था।

रशिया के नकाराधिकार पर अमरिका की राजदूत हैले ने टीका की थी। शुक्रवार को ‘जीम’ ने प्रसिद्ध की रिपोर्ट के बाद अमरिकी राजदूत ने रशिया पर निशाना साधा। ‘अस्साद शासन ने रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने की फिर एक बार स्वतंत्र पुष्टि हुई है। इस स्वतंत्र रिपोर्ट के बाद भी कुछ देश अस्साद शासन को समर्थन दे रहे हैं। यह सब अभी रुकना चाहिए’, ऐसा हैले ने कहा है। दौरान, सीरिया ने फिर एक बार अपने ऊपर लगाए आरोपों को अस्वीकार किया है।

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