राजनितिक विवाद को लेकर रशिया की अमरिका को चेतावनी

मॉस्को, दि.१८: रशिया की राजनितिक संपत्ति को वापिस करने के लिये अमरिका अगर शर्त रखता है, तो वह खुलेआम की गयी डकैती होगी|अमरिका की कार्रवाई को जवाब देने का अधिकार रशिया रखता है,ऐसा कहते हुए विदेशमंत्री सर्जेई लावरोव्हने अमरिका को करारा जवाब दिया|अमरिका के न्यूयॉर्क और मेरीलैंड शहर में रशिया के स्वामित्व की संपत्ति को रशिया अगर वापस चाहता है, तो उसके बदले उन्हे अमरिका को कुछ और देना होगा यह माँग व्हाईट हाउस के एक अधिकारी ने की थी|इस पृष्ठभूमि पर रशिया ने यह चेतावनी देने की खबर है|

राजनितिक संपत्ति

राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में अमरिका ने रशिया के स्वामित्व की संपत्ति पर कब्जा किया था|यह राजनितिक सम्पत्ती हमें वापस दो, यह माँग रशिया लगातार करता आ रहा है|दस दिन पहले जर्मनी हैम्बर्ग के ‘जी-२०’ इस बैठक में अमरिका के राष्ट्रपति और रशिया के राष्ट्रपति के मुलाकात में इस मुद्दे पर बात होने की खबर है|पर प्रतिक्रिया न मिलने पर रशिया के विदेशमंत्री लावरोव्ह ने अमरीकन राजनितिक अधिकारियों को बाहर खदेड़ ने की चेतावनी दी थी|

मॉस्को में राजनितिक  सुरक्षा लेकर सीआईए और पेंटागन के जासूसों के झुंड को जरुरत पडने पर रशिया के बाहर निकाला जा सकता है, यह चेतावनी रशिया के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया झाकारोव्ह ने दी|पांच दिन में दो बार चेतावनी देने पर अमरिका से प्रतिक्रिया की अपेक्षा थी, पर अमरिका के व्हाईट हाऊस के अधिकारी ने इस माँग को न मानने की बात को अपने नाम को छिपाते हुए की|इस मालमत्ता के बदले रशिया ने अमरिका को कुछ देना होगा यह बात भी इस बेनाम अधिकारी ने की|

पर यह प्रतिक्रिया किसी सूत्रों से आने के कारण अमरिका की भूमिका अभी तक अस्पष्ट है|पर अगर अमरिका की यही भूमिका रही तो यह एक खुलेआम की डकैती होगी, यह विधान रशिया के विदेश मंत्री लावरोव्ह ने किया है|साथ ही अमरिका और रशिया के बिगडते संबंध के लिये उन्होने भूतपूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को जिम्मेदार ठहराया|

अमरिका में रशियन सम्प्पत्ति के मुद्दे को लेकर, सोमवार के दिन अमरिका और रशिया में विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियो में बैठक हुई|पर बैठक में मुद्दे पर संतोष जनक हल न निकलने पर रशिया ने अमरिका को और एक चेतावनी दी|रशिया की संपत्ति न लौटाने पर अमरिका को करारा जवाब दिया जायेगा यह बात रशिया के उप विदेशमंत्री रिबकोव्ह ने स्पष्ट की|

पिछले साल हुए राष्ट्रपति चुनाव में रशिया पर हस्तक्षेप के आरोप हुए थे|अमेरिकन गुप्तचरों ने इस बात की पुष्टि करने पर तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रशिया पर निर्बंध लादे थे और ३५ राजनितिक अधिकारीयों को बाहर खदेड़ कर रशिया की संपत्ति को जप्त कर ली थी|

ओबामा प्रशासन की इस कार्रवाई पर रशिया ने तीव्र नाराजगी व्यक्ती की थी|पर नये प्रशासन प्रास्थापित होने के समय में रशिया के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने उन्हे कडा जवाब देना उचित नही समझा|अमरिका के नये राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ रशिया चर्चा से मसला सुलझा ने की कोशिश में थी|पर अब रशिया ने इस मुद्दे पर अपनी भूमिका आक्रमक करने के संकेत विदेश मंत्री लावरोव्हने दिये है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.