सौदी और ईरान में संघर्ष गहराया

Saudi Iran

सौदी अरेबिया और ईरान के बीच बढते हुए तनाव के कारण अमरीका और रशिया जैसे देश भी चिंता जता रहे है। रशिया के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने इस पृष्ठभूमि पर अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से फोन पर चर्चा की। आखाती क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए सौदी और ईरान के बीच समझौता ज़रूरी बन गया है, इस बात पर पुतिन और ओबामा ने सहमती जताई। वहीं, अमरीका के विदेशमंत्री जॉन केरी ने, सौदी और ईरान को राजनीतिक चर्चा द्वारा यह समस्या का हल ढूँढने की सलाह दी है। लेकिन सौदी और ईरान के तेवर देख, दोनो देशों मे राजनीतिक चर्चा की संभावना दूर दूर तक दिखाई नही देती।

रविवार को इजिप्त की राजधानी कैरो में आयोजित ‘अरब लीग’ की बैठक में सौदी ने ईरान के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए। सौदी ने ईरान से राजनीतिक संबंध तोड देने का निर्णय केवल ईरान में स्थित सौदी का दूतावास जलाने पर नहीं लिया। पिछले तीन दशकों से ईरान अरब देशों में अस्थिरता और संप्रदायवाद का ज़हर फैला रहा है। ईरान यदि अपनी यह गतिविधियाँ बंद कर दें, तो ही अरब देशों से ईरान के संबंध सुधर सकते है। लेकिन अगर ईरान अरब देशों के खिलाफ कारवाईयाँ जारी रखता है, तो अरब देश ईरान को रोखने के लिए कड़े कदम उठा सकते है, ऐसी चेतावनी ‘अरब लीग’ ने जारी किए संयुक्त निवेदन में दी गयी है।

सौदी अरेबिया का भारी मात्रा में प्रभाव रहनेवाले ‘अरब लीग’ के 22 देश सदस्य है। इन देशों मे से केवल लेबेनॉन को छोड़, बाकी सभी देशों ने ईरान की आलोचना की। सौदी ने शियापंथीय धर्मगुरु ‘अल-निम्र’ को मृत्युदंड देकर ईरान की नाराज़गी मोल ली थी। इस पर ईरान ने तिखी प्रतिक्रिया देकर ‘सौदी को इस भूल की किमत चुकानी पडेगी’ ऐसा धमकाया था। सौदी के खिलाफ ईरान मे आयोजित प्रदर्शन में निदर्शकों नें सौदी के दूतावास को आग लगा दी थी।

इसके बाद ईरान और सौदी के बीच राजनीतिक जंग छिड़ गयी। सौदी ने ईरान से राजनीतिक संबंध तोड़ने की घोषणा कर ईरान को सबक सिखाने की चेतावनी दी थी। सौदी के मित्रदेश कतार, बहारिन, युएई, इजिप्त, सुदान इन देशों नें भी ईरान से राजनीतिक संबंध तोड़ देने की घोषणा कर अपने राजनीतिक अधिकारिओं को ईरान से वापस बुलाया था। ‘अरब लीग’ की बैठक में ईरान पर गंभीर आरोप कर सौदी और बाकी अरब देशों ने ईरान के साथ फिर से राजनीतिक संबंध शुरू करने की संभावना को ठुकरा दिया है।

‘अरब लीग’ की इस बैठक के बाद ईरान ने सौदी और बाकी अरब देशों के आरोपों का खंडन किया। सौदी ‘अरब लीग’ का ईरान के विरोध में इस्तेमाल कर रहा है, ऐसा पलटवार ईरान के विदेशमंत्री जावेद झरीफ ने किया। सीरिया, इराक और येमेन जैसे देशों में आतंक ङ्गैलाने में सौदी की बडी भूमिका रही है, ऐसा संगीन आरोप झरीङ्ग ने किया। अमरीका और ईरान के बीच होने वाले परमाणु समझौतें में सौदी बाधा डाल रहा है, ऐसा कहकर झरीङ्ग ने सौदी को आड़े हाथ लिया।

सीरिया, इराक की सरकार और येमेन के हौथी विद्रोहियों को ईरान का पूर्ण समर्थन है। वहीं, सौदी इन देशों में अपने समर्थकों की सरकार को देखना चाहता है। इस कारण इन देशों मे ईरान और सौदी का घनघोर संघर्ष शुरू है। इस संघर्ष के चलते, दोनो देशों ने एक दुसरे के विरोध में सैनिकी गतिविधियाँ तेज़ कर दी हैं। सौदी के मित्रदेश भी ईरान का आखाती क्षेत्र में बढता प्रभाव अपनी सुरक्षा के लिए ख़तरा समझ रहे है। इस संघर्ष की स्थिति में अमरीका के विदेशमंत्री जॉन केरी ने सौदी के विदेशमंत्री जुबैर से लंडन मे मुलाकात कर, इस मामले का राजनीतिक हल ढूँढ़ने की सलाह सौदी और ईरान को दी है।

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