अमेरिका के ‘वॉटर सिस्टिम’ पर ईरान के हैकर्स ने किए साइबर हमले

हैरिसबर्ग – से पेनसिल्वानिया के दो शहरों में पानी सप्लाई बाधित हुई। ऐसी यह एक मात्र घटना नहीं हैं। बल्कि पिछले दो हफ्तों में अमेरिका के अन्य शहरों में भी जल प्रणाली और ऊर्जा एवं अनाज़ की सप्लाई से जुड़े विभागों पर भी साइबर हमले हुए हैं। अमेरिका के ‘एफबीआय’ और सायबर सुरक्षा से संबंधित गुटों ने इसकी कबुली दी है। ‘इस्रायल से संबंधित हर एक उपकरण पुरे विश्व में आगे हमारा लक्ष्य होगा’, ऐसी चेतावनी इन हैकर्स ने दी है। इसके बाद अमेरिका और इस्रायल ने साइबर सुरक्षा बढ़ाने के आदेश जारी किए हैं।

२२ नवंबर से अमेरिका के बायडेन प्रशासन से जुड़े जल, बिजली और अन्न विभाग पर साइबर हमलें हो रहे हैं। पिछले दस दिनों के दौरान अमेरिकी यंत्रणा ने इस मुद्दे पर बयान करना टाल दिया था। अमेरिका के ‘वॉटर सिस्टिम’ पर ईरान के हैकर्स ने किए साइबर हमलेलेकिन, दो दिन पहले पश्चिम पेनसिल्वानिया के दो शहरों की पानी सप्लाई बाधित होने के बाद अमेरिका की एफबीआय एवं साइबर सुरक्षा एवं बुनियादी सुविधाओं की सुरक्षा से जुड़े विभागों ने इन साइबर हमलों की पुष्टि की है। ‘साइबर एवेन्जर्स’ नामक ईरानी गुट के हैकर्स इन हमलों के पीछे होने की जानकारी अमेरिकी यंत्रणा ने साझा की है। ईरान के हैकर्स को पैलेस्टिन समर्थक हैकर्स की सहायता प्राप्त हो रही है, यह जानकारी भी एफबीआय ने प्रदान की है।

अमेरिका के जल, बिजली और अन्न विभाग की यंत्रणा में इस्रायल की ‘युनिट्रॉनिक्स’ कंपनी के उपकरण इस्तेमाल हो रहे हैं। द्रव पदार्थ का तापमान, प्रवाह और दाब की जानकारी रखने के लिए यह उपकरण अहम हैं। ईरान के हैकर्स ने इस्रायल के इसी उपकरण को हैक करके उससे जुड़ी अमेरिका की जल प्रणाली को बाधित किया है, ऐसा आरोप अमेरिका के साथ इस्रायल भी लगा रहा हैं। ऐसी कुल पांच घटना होने का दावा अमेरिकी यंत्रणा कर रही है। युनिट्रॉनिक्स के उपकरण का इस्तेमाल अमेरिका के कम से कम २०० से अधिक विभागों में किया जाता है। इस वजह से इन साइबर हमलों की तीव्रता जितनी बताई जा रही है उससे कई ज्यादा होने की चिंता जताई जा रही है।

इन हैकर्स ने साइबर हमला करने के बाद ‘इस्रायल का निषेध हो’ यह संदेश भी जारी किया। साथ ही इस्रायल से संबंधित उपकरणों पर साइबर हमले होते रहेंगे, ऐसा धमकाया भी है। इस्रायल ने गाजा की हमास के आतंकवादियों पर शुरू की हुई कार्रवाई का निषेध करने के लिए ईरान के हैकर्स ने यह साइबर हमला किया, ऐसा दावा किया जा रहा है। ईरान ने पहले भी अमेरिका पर साइबर हमले करने की खबरें प्राप्त हुई थी।

ईरान के इस साइबर हमले की ओर बायडेन प्रशासन ने अभी गंभीरता से देखा नहीं हैं, यह संकेत प्राप्त हो रहे हैं। अमेरिका पर किए गए साइबर हमले को प्रत्यक्ष हमला समझने की नीति अमेरिका ने अपनाई है। इन साइबर हमलों के लिए ज़िम्मेदार देशों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने का अधिकार भी अमेरिका ने अपने हाथों में रखा है। इसके बावजूद ईरान के गुटों के हो रहे साइबर हमलों पर अमेरिका ने अभी तक प्रतिक्रिया दर्ज़ नहीं की है। अमेरिका की सेंट्रल एजेन्सी एफबीआय ने इन साइबर हमलों की जानकारी साझा करने के बावजूद बायडेन प्रशासन इसे अनदेखा करने में लगा होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

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