पाकिस्तान के प्रार्थना स्थल में हुए बम विस्फोट में 57 लोगों की मृत्यु

पेशावर – पाकिस्तान के पेशावर शहर में शुक्रवार को दोपहर प्रार्थना स्थल में हुए शक्तिशाली बम विस्फोट में 57 लोगों की जानें गईं और 200 लोग ज़ख्मी हुए। आतंकवादियों ने शियापंथियों के प्रार्थना स्थल को लक्ष्य किया होकर, इस विस्फोट की ज़िम्मेदारी का स्वीकार किसी भी संगठन ने नहीं किया है। अफगानिस्तान की सीमा के पास के इस शहर में हुए बम विस्फोट के पीछे अफगानिस्तान में छिपकर बैठे आतंकवादी संगठन हो सकते हैं, ऐसी आलोचना पाकिस्तान में शुरू हुई है।

पाकिस्तान के पेशावर शहर के किस्सा ख्वानी बाज़ार में ‘कुचा रिसालदार’ प्रार्थना स्थल में शुक्रवार को दोपहर को यह विस्फोट हुआ। भीड़ के समय आतंकवादियों ने यह विस्फोट करवाया। इस विस्फोट में मृतक हुए लोगों में बच्चों की संख्या बड़ी होने का दावा किया जाता है। पाकिस्तानी यंत्रणाएँ यह बम विस्फोट होने का दावा कर रही हैं, ऐसे में खैबर-पख्तूनख्वा का प्रशासन इसे आत्मघाती हमला बता रहा है। आत्मघाती आतंकवादियों के साथ ही दो अन्य आतंकवादी भी इस विस्फोट में शामिल होने का बयान खैबर-पख्तूनख्वा के प्रशासन ने किया।

लेकिन यह विस्फोट किसने करवाया, इस बारे में पाकिस्तान सरकार तथा सुरक्षा यंत्रणाएँ जवाब देने के लिए तैयार नहीं हैं। इससे पहले इस इलाके में शियापंथियों के प्रार्थना स्थल पर हुए हमलों की ज़िम्मेदारी का स्वीकार आईएस-खोरासन इस आतंकवादी संगठन ने किया था। वहीं, अफगानिस्तान की सीमा के पास के इस इलाके में ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ के आतंकवादियों का बड़ा प्रभाव होने का दावा किया जाता है। पिछले कुछ महीनों में तेहरिक के आतंकवादियों के पाकिस्तानी सुरक्षा यंत्रणाओं पर होनेवाले हमले भी बढ़े हैं।

कुछ ही घंटे पहले पाकिस्तान के बलोचिस्तान की राजधानी क्वेटा में हुए विस्फोट में 3 लोगों की जानें गईं थीं। इसमें स्थानिक पुलिस उप अधीक्षक का समावेश था। इस विस्फोट के पीछे अफगानिस्तान के सीमा भाग में अड्डा जमा कर बैठे बलोच बागी संगठन जिम्मेदार होने का आरोप पाकिस्तानी सुरक्षा यंत्रणाएँ कर रहीं हैं।

अफगानिस्तान की सीमा पर ताक में बैठे आतंकवादी संगठन पाकिस्तान में हमले कर रहे होने का दोषारोपण पाकिस्तानी यंत्रणा तथा नेता कर रहे हैं। साथ ही, अफगानिस्तान की तालिबान की हुकूमत इन आतंकवादियों के विरोध में कार्रवाई नहीं कर रही है, ऐसी आलोचना भी पाकिस्तान ने शुरू की है। ड्युरंड सीमा पर तालिबान पाकिस्तानी सेना को चुनौती दे रहा होकर, इससे पाकिस्तान की सुरक्षा खतरे में आ रही है, ऐसा आरोप पाकिस्तान में तीव्र होने लगा है।

इसी बीच, अफगानिस्तान के आतंकवादी संगठन पाकिस्तान अस्थिर कर रहे हैं , ऐसे में पाकिस्तान की सरकार हाथ पर हाथ रख कर बैठी होने की आलोचना पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार और विश्लेषक कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.