अफगानिस्तान में हुए बम विस्फोट में ४० की मौत – ‘आयएस’ ने जिम्मेदारी ली

काबूल: अफगानिस्तान की राजधानी काबूल में स्थित सांस्कृतिक केंद्र के पास आतंकवादियों ने किए बम विस्फोट की श्रृंखला में, ४० लोगों की मौत हुई है और ८० लोग घायल हुए हैं। अफगानिस्तान के ‘आयएस’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। पिछले दस दिनों में ‘आयएस’ ने काबूल में किया हुआ यह तीसरा हमला है। दो दिनों पहले ‘आयएस’ ने अफगानी गुप्तचर यंत्रणा के मुख्यालय के पास हमला किया था।

गुरुवार की सुबह काबूल विश्वविद्यालय से कुछ दूरी पर स्थित “दाश्ते-बिरचे” जिले में विस्फोट की आवाजें सुनाई दीं। इस जिले के अल्पसंख्यक इलाके को लक्ष्य बनाकर हमला किया गया था। इस हमले में ईरानसमर्थक अफगानी वृत्तसंस्था के कार्यालय के पास विस्फोट हुए हैं। इसी ईमारत में ईरान का सांकृतिक कार्यालय भी है। इस वजह से ईरान के हितसंबंधों को ठेंच पहुँचाने के लिए यह हमले किए गए हैं, ऐसा दावा किया जा रहा है।

बम विस्फोट

एक आतंकवादी ने आत्मघाती हमला करके शुरुवात की। इस विस्फोट की वजह से ईमारत के नागरिक और कर्मचारियों ने भागदौड़ शुरू करते ही, आतंकवादियों ने और दो शक्तिशाली बम विस्फोट किए। इस हमले में ४१ लोगों की जान गई है और ८३ लोग जख्मी होने की जानकारी यंत्रणाओं ने दी है। लेकिन यह विस्फोट शक्तिशाली है, ऐसा कहकर मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, ऐसी चिंता यंत्रणाओं ने व्यक्त की है।

इस हमले के लिए तालिबान जिम्मेदार होने का दावा किया जा रहा था। लेकिन हमले के बाद प्रतिक्रिया देकर तालिबान ने आरोपों को ख़ारिज किया है। लेकिन आयएस ने इस हमले की जिम्मेदारी लेकर ईरान का सांस्कृतिक केंद्र अपने निशाने पर था, ऐसा घोषित किया है। सन १९७९ में सेव्हिएत रशिया ने अफगानिस्तान में की घुसपैठ का निषेध करने के लिए इस सांकृतिक केंद्र में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसके लिए बड़े पैमाने पर विद्यार्थी जमा हुए थे। उसी समय आयएस के आतंकवादियों ने यह विस्फोट किया है।

पिछले कुछ महीनों से ‘आयएस’ के आतंकवादी अफगानिस्तान के ईरानसमर्थक साथ ही शिया पंथियों को लक्ष्य बना रहे हैं, ऐसी टीका की जा रही है। इस तरह के हमले करके अफगानिस्तान में पंथिय संघर्ष भड़काने की आयएस की योजना है, ऐसा दावा ब्रिटेन की मीडिया कर रही है। साथ ही राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ घनी की नीतियों से अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक नाखुश हैं। इस वजह से राष्ट्राध्यक्ष घनी के खिलाफ जनता का आन्दोलन खड़ा करने के लिए ‘आयएस’ यह हमले कर रहा है, ऐसा दावा भी किया जा रहा है।

दौरान, दो दिनों पहले ‘आयएस’ ने राजधानी काबूल में स्थित अफगानी गुप्तचर यंत्रणा के मुख्यालय के पास बम विस्फोट किया था। इस हमले में छः लोगों की जान गई थी। पिछले हफ्ते भी ‘आयएस’ ने इसी इमारत में घुसने के लिए हमला किया था। लेकिन अफगानी सुरक्षा यंत्रणा ने इस कोशिश को नाकाम किया था। अफगानिस्तान में ‘आयएस’ के हमले बढ़ रहे हैं और अमरिका ने इन आतंकवादियों के खिलाफ नई मुहीम बनाने की तैयारी की है।

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