‘तेहरिक-ए-तालिबान’ ने पाकिस्तान के साथ चीन को भी धमकाया

इस्लामाबाद – ‘तालिबान ने अफ़गानिस्तान में हुकूमत स्थापित करने की वजह से पाकिस्तान में ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ की कार्रवाईयों पर असर नहीं पड़ेगा। तेहरिक ने पहले ही पाकिस्तान की यंत्रणाओं पर हमले बढ़ाए हैं और यह हमले आगे के दिनों में भी जारी रहेंगे’, ऐसी सख्त चेतावनी तेहरिक के प्रमुख मुफ्ती वली नूर मेहसूद ने दी है। साथ ही पाकिस्तान की साज़िश में शामिल होकर चीन और चीन के नागरिक तेहरिक के खिलाफ संघर्ष शुरू करने गलती ना करें’, ऐसा मेहसूद ने धमकाया है।

tehreek-taliban-pak-china-2जापान के शीर्ष अखबार ने आतंकी ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ संगठन के प्रमुख मुफ्ती वली नूर मेहसूद का साक्षात्कार प्रसिद्ध किया। बीस वर्ष बाद अफ़गानिस्तान में सत्ता हासिल करनेवाली तालिबान का महसूद ने स्वागत किया। तालिबान और तेहरिक के ताल्लुकात सौहार्दता और बिल्कुल बंधुता के हैं, यह बात भी तेहरिक के प्रमुख ने स्पष्ट की। साथ ही अफ़गानिस्तान की तालिबान सरकार में तेहरिक का समावेश नहीं होगा, यह भी मेहसूद ने कहा। तालिबान ने अफ़गानिस्तान में सरकार बनाई हो, लेकिन इसका असर पाकिस्तान में तेहरिक की कार्रवाई पर नहीं पड़ेगा, यह भी मेहसूद ने कहा।

इसके साथ ही मेहसूद ने पाकिस्तान में चीन के ‘इकॉनॉमिक कॉरिडोर-सीपीईसी’ प्रकल्प के मुद्दे पर भी अपनी भूमिका स्पष्ट की। ‘तेहरिक और चीन के बीच किसी भी तरह की शत्रुता नहीं है। लेकिन, चीन की सरकार और चीनी जनता पाकिस्तान की साज़िशों में फंसकर तेहरिक के खिलाफ युद्ध का ऐलान करने की भूल ना करें’, यह इशारा भी मेहसूद ने दिया। इस पर चीन के मुखपत्र ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने चिंता जताई है।

tehreek-taliban-pak-china-1तेहरिक आनेवाले दिनों में पाकिस्तान और वहां पर चीन के ‘सीपीईसी’ प्रकल्प एवं चीनी नागरिकों को लक्ष्य कर सकती है, यह बात भी मेहसूद के इशारे से स्पष्ट हो रही है, ऐसा चीन के मुखपत्र ने कहा है। अफ़गानिस्तान में तालिबान की जीत की वजह से तेहरिक को भी ताकत प्राप्त हुई हैं, यह आरोप चीनी विश्‍लेषकों ने लगाया। तेहरिक के इस खतरे को मिटाने के लिए पाकिस्तान की सरकार कोशिश करे। क्योंकि, पाकिस्तान और तेहरिक की शत्रुता के कारण चीन के प्रकल्पों को खतरा निर्माण हो रहा है, यह आलोचना भी इस चीनी विश्‍लेषक ने की।

इसी बीच, तालिबान ने बीते महीने अफ़गानिस्तान में अपनी हुकूमत स्थापित करने के साथ ही पाकिस्तान में तेहरिक के हमलों में बड़ी बढ़ोतरी हुई है, यह दावा पाकिस्तानी माध्यम कर रहे हैं। इन हमलों में पाकिस्तान के ५० से अधिक सैनिक मारे गए हैं, ऐसा इन माध्यमों का कहना है। पाकिस्तान की यंत्रणा तेहरिक को नियंत्रित करने में असफल रही है, ऐसी आलोचना चीन कर रहा है।

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