छह महीने में अफ़गान-पाकिस्तान सीमा पर ४० पाकिस्तानी सैनिक ढ़ेर हुए

इस्लामाबाद/काबुल – तेहरिक-ए-तालिबान ने शनिवार के दिन उत्तरी वज़िरिस्तान में किए हमले में दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। इस हमले के साथ ही आतंकी तेहरिक-ए-तालिबान संगठन अफ़गान-पाकिस्तान सीमा पर दुबारा ताकतवर होने के संकेत प्राप्त हुए हैं। बीते छह महीनों में इस आतंकी संगठन ने किए हमलों में अब तक ४० पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं और पाकिस्तानी सेना पर हर रोज़ हमलें करने की धमकी भी दी गई है।

Pakistani-army-afghanistanपाकिस्तानी सेना को उत्तरी वज़िरिस्तान के मिरानशाह क्षेत्र में आतंकी मौजूद होने की जानकारी प्राप्त हुई थी। इस पर सेना ने सर्च मुहिम शुरू की थी। इसी दौरान तेहरिक-ए-तालिबान के आतंकियों ने पाकिस्तान के लष्करी दल पर जोरदार हमला किया। इस हमले में दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। आतंकियों की तलाश में पाकिस्तानी सेना ने सर्च मुहि जारी रखी है, यह जानकारी सेना ने निवेदन जारी करके साझा की है।

अफ़गानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच शांतिवार्ता शुरू होने के बाद पाकिस्तानी सेना पर हुआ यह पहला बड़ा हमला साबित हुआ है। इससे पहले वर्ष २०१४ में पाकिस्तानी सेना ने वज़िरिस्तान में बड़ी मुहिम चलाकर तेहरिक-ए-तालिबान के साथ अन्य आतंकी संगठनों को निष्क्रीय करने का दावा किया था। लेकिन, इस संगठन ने अपने अड्डे अफ़गानिस्तान में स्थापित करके दुबारा सक्रिय होने के लिए गतिविधियां शुरू की थीं। बीते कुछ महीनों में पाकिस्तानी सेना पर बढ़ रहे इन हमलों के साथ ही यह गतिविधियां अधिक तेज़ होती दिखाई दे रही हैं।

Pakistani-army-afghanistanअफ़गान सरकार और तालिबान के बीच शांति समझौता होने पर अफ़गानिस्तान में स्थापित अड्डों को खोना पड़ेगा, यह ड़र तेहरिक-ए-तालिबान को सता रहा है। इसी कारण पाकिस्तानी सेना पर हमले करके उत्तरी वज़िरिस्तान में दुबारा पैर जमाने की कोशिश यह संगठन कर रहा है। इसके लिए तेहरिक-ए-तालिबान ने जुलाई में अफ़गान-पाकिस्तान सीमा पर सक्रिय कुछ आतंकी गुटों को साथ मिलाकर नया गुट तैयार किया है। इस गुट की सहायता से तेहरिक-ए-तालिबान ने पाकिस्तानी सेना पर आक्रामक हमले करना शुरू किया है और उन्हें सफलता प्राप्त होती दिख रही है। तेहरिक-ए-तालिबान ने मार्च महीने से ही पाकिस्तानी सेना के कम से कम ४० सैनिकों को ढ़ेर किया है। इसके अलावा पाकिस्तानी सेना की सहायता करनेवालों को भी लक्ष्य कर रहे हैं और इस दौरान १०० से अधिक लोगों की हत्या करने की बात कही जा रही है।

तेहरिक-ए-तालिबान ने कुछ दिन पहले ही उत्तरी वज़िरिस्तान में एक फतवा जारी करने की जानकारी सामने आयी है। पाकिस्तान के खिलाफ़ हमारा युद्ध आगे भी जारी रहेगा। आनेवाले दौर में पाकिस्तानी सेना के साथ अन्य यंत्रणाओं पर हर रोज़ हमले किए जाएंगे। इसकी वजह से शांति स्थापित होन तक इस क्षेत्र के नागरिक वापिस लौटने का विचार ना करें, ऐसा इशारा तेहरिक-ए-तालिबान ने दिया है। इस आतंकी संगठन की गतिविधियों पर पाकिस्तानी सेना में भी चिंता का माहौल बना हुआ है और बढ़ रहे यह हमले अफ़गानिस्तान की शांति प्रक्रिया नाकाम करने की कोशिश है, यह दावा लष्करी प्रवक्ता ने किया।

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