अफगानिस्तान के गुरुद्वारा पर किये क़ायर हमले में २७ लोगों की मौत

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अफगानिस्तान की राजधानी काबुलस्थित शिखधर्मियों के गुरुद्वारा पर आतंकवादियों ने किये क़ायर हमले में २७ लोगों की जानें गयी हैं। इस हमले की ज़िम्मेदारी का ‘आयएस’ इस आतंकवादी संगठन ने स्वीकार किया है। मग़र इसके बावजूद भी, तालिबान के हक्कानी नेटवर्क गुट ने यह हमला किया होगा, ऐसा शक़ अफगानी गुप्तचर यंत्रणाएँ ज़ाहिर कर रही हैं। हक्कानी नेटवर्क को पकिस्तान से संपूर्ण सहायता तथा सुरक्षा मिलती आयी है। 

बुधवार सुबह ७.४५ बजे काबुलस्थित गुरुद्वारा के आहाते में घुसपैंठ करके आतंकियों ने हमले किये। इस समय गुरुद्वारा में ड़ेढ़सौ भाविक उपस्थित थे, ऐसी जानकारी अफगानी संसद की शिखधर्मिय संसदसदस्या अनारकली कौर ने दी। कुछ आतंकियों ने गोलीबारी के बाद आत्मघाती विस्फोट कराया। इस हमले में २७ लोगों की जानें गयीं होकर, उनमें एक छोटे शिशु का भी समावेश है। भारत ने इस क़ायर हमले की कड़े शब्दों में निर्भर्त्सना की है। 

प्रार्थनास्थल पर किया गया यह क़ायर हमला आतंकवादियों की अघोरी मानसिकता दर्शानेवाला होने की आलोचना भारत के विदेश मंत्रालय ने की। इस हमले के बाद अफगानिस्तान के सरकार ने यह साज़िश बनानेवालों की खोज की है। अफगानिस्तान की ‘आयएस’ ने हालाँकि इस हमले की ज़िम्मेदारी का स्वीकार किया है, मग़र अफगानी गुप्तचर यंत्रणाएँ आयएस के इस दावे का यक़ीन करने के लिए तैयार नहीं हैं।

इससे पहले भी आयएस ने, उन्होंने ना किये हुए हमलों की ज़िम्मेदारी का स्वीकार किया होने के कुछ उदाहरण हैं। बुधवार का यह हमला तालिबान के हक्कानी नेटवर्क ने ही कराया होगा, ऐसी गहरी संभावना अफगानी गुप्तचर यंत्रणाएँ जता रहीं हैं। हक्कानी नेटवर्क ने इससे पहले अफगानिस्तान के भारतीय दूतावास और भारतीय कर्मचारियों पर हमलें किये थे। पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर यंत्रणा ‘आयएसआय’ के आदेशों पर हक्कानी नेटवर्क ने ये हमलें किये होने का आरोप भारत ने किया था।

इसी बीच, अमरीका और तालिबान में अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने के लिए शांतीसमझौता हुआ है। इसके अनुसार अमरीका अफगानिस्तान में तैनात अपनी सेना को जल्द ही वापस बुलायेगी। यह तालिबान की विजय साबित होती है, ऐसे दावें कर पाकिस्तानस्थित तालिबानसमर्थक विश्लेषक अब अफगानिस्तान का इस्तेमाल भारत के विरोध में करने के ख़्वाब देखने लगे हैं। बुधवार का हमला इसकी पुष्टि करनेवाला होने के संकेत मिल रहे हैं।

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