आतंकियों के आश्रयस्थान खतम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एकता जरूरी – अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का निवेदन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरन्यूयॉर्क: ‘आतंकियों के सुरक्षित आश्रयस्थान नष्ट करने ही होंगे और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय एकता बनाए’, यह निवेदन अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डॉ. हमदुल्ला मोहीब ने किया है| पाकिस्तान का सिधे जिक्र किए बिना डॉ. मोहीब ने किए इस बयान के टायमिंग को बडी अहमियत है, यह दिख रहा है| तालिबान के साथ बातचीत करने के लिए अमरिका के विशेषदूत झल्मे खलिलजाद पाकिस्तान पहुंचे है| ऐसे में आतंकियों के आश्रयस्थान पाकिस्तान में होने की याद अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दिला रहे है|

अमरिका में हुई संयुक्त राष्ट्रसंघ की आमसभा की पृष्ठभूमि पर ‘एशिया सोसायटी’ की बैठक में बोलते समय अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोहीब ने पाकिस्तान का सिधे नाम लिए बिना आरोप किए| ‘हमारे पडोसी देश की विदेशी निती काफी हिंसक और चरमपंथी एवं आतंकी संगठनों को सुरक्षित स्थान देती है’, यह कहकर पाकिस्तान में तालिबान, अल कायदा और अन्य आतंकी संगठनों को पनाह मिल रही है, यह बात मोहीब ने रखी|

आतंकवाद के विरोध में शुरू कार्रवाई के मुद्दे पर पाकिस्तान हमेशा दोगलापन दिखाता है, यह आरोप डॉ. मोहीब ने रखा| ‘आतंकवाद विरोधी कार्रवाई संबंधी बातचीत के लिए उनके नेता और अधिकारी जब भी कभी मिलते है, तभी वह हमेशा आश्‍वासन देते है| सामनेवाले को मिठे शब्दों में कैसे लपेटना वह उन्हें अच्छी तरह से ज्ञात है| लेकिन, आतंकवाद के विरोध में प्रत्यक्ष मुहीम शुरू करने का अवसर आता है तो फिर वह किसी भी प्रकार की कार्रवाई नही करतें’, इस ओर अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने दुनिया का ध्यान आकर्षित किया|

‘आतंकवाद यह एक विचारधारा है और इस विचारधारा को और आतंकियों को सुरक्षित आश्रयस्थान प्राप्त हो रहा है| यह आश्रयस्थान कही भी हो, वह नष्ट होनी ही चाहिए| इसके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय एक होने के लिए यही अवसर है’, यह निवेदन डॉ. मोहीब ने किया| पाकिस्तान में बने आतंकियों के आश्रयस्थान को लक्ष्य करते समय बातचीत के लिए तालिबान को भी अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने चेतावनी दी|

‘तालिबान अफगान सरकार से बातचीत करें या संघर्ष के लिए तैयार रहे’, यह इशारा डॉ. मोहीब ने दिया| अमरिका के विशेष प्रतिनिधी झल्मे खलिलझाद तालिबान के साथ बातचीत करने के लिए पहुंचे है और पाकिस्तान की मध्यस्थता से यह बातचीत हो रही है, यह दावा पाकिस्तानी माध्यम कर रहे है| ऐसे में अफगान सुरक्षा सलाहकार ने पाकिस्तान की आतंकी निती ही अफगानिस्तान की समस्या की जड होने की बात पर ध्यान आकर्षित करवाने की कोशिश की है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.