अफगान-पाकिस्तान सीमा के निकट बने ‘आयएस’ के अड्डे अमरिका के लिए खतरा – अमरिका की ‘सेंट्रल कमांड’ के वरिष्ठ अधिकारी का इशारा

Third World Warरामस्टैन हवाई अड्डा: अफगानिस्तान के पूर्वी भाग जलालाबाद शहर में हुए आत्मघाती हमले में ११ लोगों की जान गई है तथा १३ लोग जख्मी हुए हैं| अफगानिस्तान में आयएस के आतंकवादियों ने इस हमले की जिम्मेदारी स्वीकारी है और पिछले कुछ हफ्तों में आयएस ने जलालाबाद शहर में किया यह तीसरा बड़ा हमला है| अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान की सीमा के पास आयएस के आतंकवादियों की बढ़ती गतिविधियां अमरिका के लिए खतरनाक होने का दावा किया है| अमरिका के सेंट्रल कमांड के वरिष्ठ अधिकारी जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने यह दावा किया है|

अफगानिस्तान में पाकिस्तान की सीमा के पास आयएस के हमले होने की तादाद पिछले कुछ हफ्तों में बढ़ रही है| गुरुवार को हुए हमले में ढेर हुए ११ लोगों में १ बच्चे का समावेश है| पिछले महीने में जलालाबाद शहर में आतंकवादियों ने लगातार तीन विस्फोट किए हैं| जिसमें ३ नागरिकों की जान गई है, तथा २० लोग जख्मी हुए हैं| इससे पहले नंगरहार प्रांत में भी आतंकवादियों ने ऐसा ही विस्फोट किया था| इन सभी हमलों की जिम्मेदारी आयएस ने स्वीकारी है|

अफगानिस्तान के पूर्वी भाग आयएस की बढ़ती कार्रवाइयों को लेकर अमरिका के सेंट्रल कमांड के वरिष्ठ अधिकारी जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने चेतावनी दी है| आयएस ने अफगानिस्तान में अपने सामर्थ्य में बढ़ोतरी की है| विशेषरूप से अफगानिस्तान के पूर्वी भाग में आतंकवादियों के अड्डे अमरिका के लिए चिंता बढ़ानेवाले हो सकते हैं, ऐसा जनरल मैकेंजी ने सूचित किया है|

पाकिस्तान की सीमा के पास अड्डे ठोकनेवाले आयएस के इन आतंकवादियों से अमरिका के सुरक्षा को खतरा होने की बात जनरल मैकेंजी ने मंजूर की है| पर अमरिका और अफगानिस्तान की सेना ने योजना बनाकर आयएस के विरोध में कार्रवाई की तो इन आतंकवादी संगठनों को अफगानिस्तान में ही रोका जाएगा, ऐसा विश्वास मैकेंजी ने व्यक्त किया है| उसके लिए अमरिका को आयएस पर कार्रवाई तीव्र करनी होगी, ऐसे संकेत जनरल मैकेंजीने दिया है|

पाकिस्तान की सीमा के पास जलालाबाद, पाकतिया, पाकतिका इन भागों में आयएस और तालिबान के अड्डे अपने सैनिकों के लिए चुनौती होने की शिकायत अफगान सरकार एवं लष्कर इससे पहले ही कर रही थी| पिछले कुछ दिनों से अफगानिस्तान में हो रहे आतंकवादी हमलों के पीछे इसी क्षेत्र के आतंकी अड्डे होने की बात उजागर होती है| अमरिका के गुप्तचर विभाग के एक अधिकारी ने अंतरराष्ट्रीय संस्था से बोलते हुए इस बारे में चेतावनी दी थी|

पिछले कुछ दिनों से राजधानी काबुल के साथ अफगानिस्तान में शुरू आतंकवादी हमलों का सत्र मतलब अमरिका और यूरोप में आगे हमलें करने का अभ्यास होने की बात अमरिकी गुप्तचर विभाग के अधिकारी ने कही है| आयएस के आतंकवादी पाकिस्तान की सीमा के पास बने अड्डों का उपयोग पाश्चात्य देशों पर हमलें करेंगे, ऐसा दावा भी किया था| इस पृष्ठभूमि पर जनरल मैकेंजी ने दी हुई चेतावनी को गंभीरता से देखा जा रहा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.