‘आईएनएफ’ से पीछे हटने पर अमरिका प्रगत मिसाइलों का परीक्षण करेगी – पेंटॅगॉन का ऐलान

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वॉशिंगटन – रशिया के साथ हुए ‘इंटरमिजिएट-रेंज न्युक्लिअर फोर्सेस ट्रिटी’ (आईएनएफ) समझौते से पीछे हटने के बाद अमरिका नए प्रगत मिसाइलों का परीक्षण करेगी, यह घोषणा पेंटॅगॉन ने की है| वही, अगले दिनों में ‘आईएनएफ’ के समझौते में चीन को शामिल करने की जरूरत होने की बात अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने कही है| ऐसे में दुनिया भर के विश्‍लेषकों ने अमरिका के रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन ने नए मिसाइलों के विषय में किए ऐलान पर कडी चिंता व्यक्त की है| इस वजह से अमरिका और रशिया  में नए से हथियारों की स्पर्धा सुरू होगी, ऐसा इन विश्‍लेषकों का कहना है|

शीतयुद्ध के दौरान अमरिका और रशिया ने करीबन ५०० से ५,५०० किलोमीटर दूरी तक हमला करने की क्षमता रखनेवाले मिसाइलों पर पाबंदी लगाने के लिए समझौता किया था| ‘आईएनएफ’ इस नाम से जाने जा रहे इस समझौते से पीछे हटने की धमकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कुछ महीने पहले दी थी| रशिया ‘आईएनएफ’ समझौते का पालन नही कर रही है यह तक्रार करके ट्रम्प ने यह धमकी दी थी| उनके यह आरोप रशिया ने ठुकराए थे| अमरिका ने समझौता भंग किया और मिसाइल विकसित किए और उनका परीक्षण किया तो इसपर प्रत्यूत्तर देने से रशिया दूर नही रहेगा, यह इशारा भी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने दिया था|

इसके बाद भी अमरिका की भूमिका में बदलाव नही हुआ था| अमरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन ने ‘आईएनएफ’ से पीछे हटने के बाद  अमरिका नए मिसाइलों का परीक्षण करेगी, यह घोषित किया था| वही, अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने ‘आईएनएफ’ की नाकामयाबी के लिए पूरी तरह से रशिया ही जिम्मेदार है, यह आरोप किया है| ओबामा प्रशासनक के दौरान रशिया ने इस समझौते का उल्लंघन करने की दिशा में कदम बढाए थे| लेकिन, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इस बारे में कडी भूमिका स्वीकार करके इन गतिविधियों के विरोध में रशिया को चेतावनी दी थी और नाटो को भी अलर्ट किया था, यह जानकारी अमरिकी रक्षामंत्री मार्क इस्पर ने दी है|

शीतयुद्ध के दौरान अमरिका और सोवियत रशिया के बीच हथियारों की स्पर्धा हो रही थी| ऐसी ही स्पर्धा ‘आईएनएफ’ से अमरिका पीछे हटने से शुरू होगी, यह चिंता विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे है| संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव गुतेरस ने भी गुरूवार के दिन माध्यमों के साथ बोलते समय यह नई स्पर्धा रोकने में हम सभ नाकाम साबित हुए है, यह बात स्वीकार की थी| अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ‘आईएनएफ’ संबंधी बोलते समय अमरिका के सामने सीर्फ रशिया ही नही बल्कि उसके साथ चीन की चुनौती भी खडी हुई है, इस ओर ध्यान आकर्षित किया|

अगले दिनों में ‘आईएनएफ’ में चीन को भी शामिल करना होगा, ऐसा ट्रम्प ने कहा| इससे पहले रशिया के साथ हुई बातचीत के दौरान भी अमरिका ने इस समझौते में चीन को शामिल करने का मुद्दा उपस्थित किया था| लेकिन, चीन ने यह संभावना स्पष्ट शब्दों में ठुकराई है| अमरिका और रशिया में हुए समझौते में हम शामिल नही होंगे, ऐसा चीन ने स्पष्ट तौर पर कहा है|

अमरिका ‘आईएनएफ’ से पीछे हटने के लिए रशिया से भी अधिक चीन बडा कारण होने का दावा कुछ सामरिक विश्‍लेषक कर रहे है| साथ ही चीन इस समझौते में शामिल हो यह उम्मीद रशिया भी रखता है, ऐसा इस सामरिक विश्‍लेषक का कहना है|

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