अमरिका की ‘आईएनएफ’ से वापसी के बाद रशिया मिसाइल निर्माण में बढोतरी करेगा – रशियन राष्ट्राध्यक्ष का इशारा

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मास्को – तीन हफ्तें पहले अमरिका ने रशिया को ‘इंटरमिजेट रेंज न्युक्लिअर फोर्सेस ट्रिटी’ (आईएनएफ) की प्रवधानों का पालन करने के लिए ६० दिन का अवधि दी थी| लेकिन यह अवधि यानी दिखावा है और अमरिका ने पहले ही ‘आईएनएफ’ से वापसी की है, यह आड़ोप रशिया के उप विदेश मंत्री सर्जेई रिब्कोव्ह इन्होंने किया है| इस दौरान अमरिका ने ‘आईएनएफ’ से वापसी की तो रशिया एटमी मिसाइल का निर्माण शुरू करेगा, यह चेतावनी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने दी है|

अक्तूबर महीने में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने रशिया के साथ किए ‘आईएनएफ’ समझौते से वापसी करने का ऐलान किया था| १९८७ में अमरिका और सोव्हिएत संघ के उस समय के राष्ट्राध्यक्षों ने किया यह समझौता पुराना हुआ है और रशिया एवं चीन एटमी हथियारों की संख्या बढा रहे है, इस परिस्थिति में अमरिका स्वस्थ रह नही सकती, यह कहकर ट्रम्प इन्होंने अपने निर्णय का समर्थन किया था| उसके बाद इस महीने के शुरूआत में अमरिकी विदेश मंत्री माईक पोम्पिओ ने रशिया जान बूझ कर अंतरराष्ट्रीय नियमों की अवहेलना कर रहे है, यह आरोप करके इस समझौते का पालन करने के लिए ६० दिन का अवसर प्रदान किया था|

रशिया के उप विदेश मंत्री रिब्कोव्ह इन्होंने स्थानिय वृत्तपत्र को दी जानकारी में यह आलोचना की है की, अमरिका ने पहले ही इस समझौते से वापसी की है| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने ‘आईएनएफ’ से वापसी करने की जानकारी हमें वरिष्ठ अधिकारी ने दी, यह रिब्कोव्ह इन्होंने कहा है| अमरिका ‘आईएनएफ’ के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए भी तैयार नही है, यह आरोप करके रिब्कोव्ह इन्होंने अमरिका नया ‘मिसाइल क्रायसिस’ तैयार कर रहा है, यह आरोप भी किया| साथ ही ‘आईएनएफ’ से बाहर होकर अमरिका ने युरोप में मिसाइल तैनात किए तो रशिया भी उसे प्रत्युत्तर देगा, यह चेतावनी रशिया के उप विदेश मंत्री ने दी है|

रशियन उप विदेश मंत्री से यह ऐलान होने के कुछ घंटे पहले ही रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने नए मिसाइल के निर्माण का ऐलान किया| अमरिका ने इस ऐतिहासिक समझौते की ओर पीठ की तो रशिया मध्यम दूरी के मिसाइल का निर्माण करेगी, यह ऐलान पुतिन ने किया| रशियन रक्षा बलों में तैनात ‘कैलिबर’ और ‘केएच-१०१ इन दो मिसाइलों की क्षमता बढाने का भी ऐलान रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने किया है| वही ‘किंझल’ इस हायपरसोनिक मिसाइल का इस्तेमाल जमीन से हवा में मारा करने के लिए किया जाएगा, यह चेतावनी भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने दी| रशिया के पूर्व लष्करी अधिकारी एवं विश्‍लेषकों ने राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के निर्णय का स्वागत किया है| लेकिन उनके इस ऐलान की वजह से रशिया-अमरिका के संबंध और भी बिगडेंगे और दोनों देशों में दुबारा शस्त्र स्पर्धा शुरू होगी, यह चिंता जताई जा रही है| तभी कुछ विश्‍लेषकों ने तो यह स्पर्धा शुरू भी हुई है, यह दावा किया है|

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