अफगानिस्तान से अमरिकी सेना की वापसी को लेकर समझौते में जिक्र नही – तालिबान का खुलासा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरकाबुल/मास्को – अफगानिस्तान से अमरिकी सेना की वापसी को लेकर किसी भी प्रकार का समझौता नही हुआ है, ऐसा खुलासा तालिबान ने किया है| मंगलवार के दिन अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने अफगानिस्तान में सियासी समझौते से जुडी बातचीत शुरू होने की बात कहकर अफगानिस्तान में तैनात अमरिकी सेना की तादात कम करने के संकेत दिए थे| इस पृष्ठभूमि पर तालिबान ने किया वक्तव्य ध्यान आकर्षित कर रहा है|

पिछले महीन में कतार में आयोजित चर्चा में अमरिका और तालिबान के वरिष्ठ नेताओं ने सफल चर्चा की थी| इस चर्चा के बाद अफगानिस्तान से अमरिका अपने सेने पीछे हटाएगी, यह चर्चा शुरू हुई थी| अमरिका के कुछ अधिकारियों ने भी अफगानिस्ता में मौजूद १४ हजार सैनिकों में से पांच हजार अमरिकी सैनिकों की वापसी करने के लिए गतिविधियां शुरू होने का दावा किया था| ट्रम्प इन्होंने मंगलवार के दिन अमरिकी संसद में किए भाषण में अफगानिस्तान का जिक्र करते समय तालिबान के साथ हो रही चर्चा की जानकारी दी है| लेकिन, वह सेना की वापसी को लेकर बात करने से दूर रहे|

इस दौरान, रशिया की पहल से राजधानी मास्को में अफगान तालिबान के वरिष्ठ नेता और अफगानिस्ता ने विपक्षी गुटों के नेताओं में बातचीत शुरू है और उसके बाद अमरिकी सेना की वापसी से संबंधी वक्तव्य सामने आना अहम बात साबित होती है| ‘पिछले महीने अमरिका के साथ हुई चर्चा में उन्होंने फरवरी के शुरूआत से अप्रैल के अंत के दौरान अमरिका ५० प्रतिशत सेना की वापसी करेगी, ऐसा कहा था, यह दावा तालिबान के अधिकारी अब्दुल सलाम हनाफी इन्होंने किया|

इस चर्चा में अमरिका और तालिबान में सिर्फ अमरिकी ही नही, बल्कि अफगानिस्तान में तैनात सभी विदेशी सैनिकों की वापसी होगी, इस संबंधी उपस्थित किया गया था, ऐसा भी हनाफी ने कहा है| साथ ही अमरिका पर हमला करने के लिए अफगानिस्तान का बतौर अड्डा इस्तेमाल नही करेंगे, यह तालिबान ने स्वीकारा है, ऐसा तालिबान के अधिकारियों ने स्पष्ट किया| सेना की वापसी के लिए समय तय करने के लिए भविष्य में होने वाली बैठकों में चर्चा की जाएगी, ऐसा हनाफी ने कहा है| पिछले महीने में हुई बैठक के बाद इस महीने में दुबारा अमरिका और तालिबान में चर्चा होगी, ऐसा बताया जा रहा है|

लेकिन, तालिबान के अधिकारियों ने किए दावे अमरिका ने ठुकराए है| ‘अमरिका ने सेना की वापसी से संबंधी कोई भी समय सीमा तय नही की है और इस पर सहमती भी नही हुई है’, ऐसा विदेश विभाग के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया है| कतार और मास्को इन दोनों जगह हुई चर्चा में अफगानिस्तान सरकार के प्रतिनिधि शामिल नही हुए है| इस वजह से सरकार से इन बैठकों को लेकर नाराजगी जताई गई है और तालिबान प्रधानमंत्री अश्रफ गनी इनके प्रशासन के साथ चर्चा करे, यह भूमिका अमरिका ने दोहराई है|

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