ईरान को वैश्विक अर्थव्यवस्था से तोड़नेवाले प्रतिबंधों का किया अमरीका ने ऐलान

तेहरान – ईरान की प्रमुख और विदेशों में भी कारोबार कर रही बैंक एवं वित्तसंस्थाओं को लक्ष्य करनेवाले नए प्रतिबंधों का अमरीका ने ऐलान किया है। अमरीका के इन प्रतिबंधों का असर ईरान के पूरे आर्थिक क्षेत्र पर होगा और इससे ईरान वैश्विक अर्थव्यवस्था से तोड़ा जाएगा, यह दावा किया जा रहा है। इस पर गुस्सा हुए ईरान ने अमरीका पर कड़ी आलोचना की है। अमरीका ईरानी जनता को आहार से वंचित करने की तैयारी में होने का आरोप ईरान ने किया है। इसी बीच यह आरोप लगाकर आनेवाले चुनाव का नतीजा अपने विरोध में गया तो दूसरा राष्ट्राध्यक्ष भी ईरान की सहायता ना कर सके, इसकी तज़वीज अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने की है, यह बात विश्‍लेषक कह रहे हैं।

Iran-Us-sanctionसंयुक्त राष्ट्रसंघ ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों की अवधि अगले कुछ दिनों में खत्म हो रही है। इससे पहले ईरान पर नए प्रतिबध लगाए जाएं, यह माँग अमरीका ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद के सामने रखी थी। लेकिन, रशिया, चीन के साथ यूरोपिय देशों ने भी अमरीका की यह माँग ठुकराई थी। इसके बाद अमरीका ने ईरान पर ‘स्नैपबैक’ प्रतिबंध लगाने का इशारा दिया था। इन प्रतिबंधों से ईरान की रिहाई नहीं होगी, यह ऐलान अमरीका ने किया था। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका ने ईरान पर प्रतिबंध लगाना शुरू किया है और अमरीका के कोषागार विभाग ने गुरूवार के दिन ईरान पर अब तक के सबसे सख्त प्रतिबंधों का ऐलान किया।

इन नए प्रतिबंधों में ईरान की अर्थव्यवस्था से संबंधित १८ बड़ी बैंकें और वित्तसंस्थाओं को लक्ष्य किया गया है। इनमें से १६ बैंको के कारोबार अमरीका और यूरोप स्थित बैंकों के साथ जुड़े हैं। इनमें से एक बैंक ईरान की सेना से संबंधित होने की जानकारी अमरीका के कोषागार विभाग ने साझा की है। इससे ईरान के बैंक और वित्तसंस्था से जुडे अमरीका और यूरोप के बैंकों में मौजूद ईरान से संबंधित खाते और संपत्ति जब्त की जाएगी। इसका ईरान की अर्थव्यवस्था पर सीधा असर पडेगा, यह दावा किया जा रहा है।

इन प्रतिबंधों से कृषि से संबंधित सामान, अन्न, दवाईयां वैद्यकीय सामान को अलग रखने की जानकारी अमरिकी कोषागार विभाग ने साझा की है। ईरान ने अमरीका के इन नए प्रतिबंधों पर बड़ा गुस्सा व्यक्त किया है। कोरोना वायरस के संकट काल में अमरीका के यह नए प्रतिबंध ईरानी जनता को दवाईयां, अनाज जैसी बुनियादी जरूरतों से वंचित रखेंगे। ईरान की जनता के विरोध में अमरीका ने यह साज़िश की है और यह मानवता के विरोध में बड़ा अपराध साबित होता है, यह आरोप ईरान के विदेशमंत्री जावेद ज़रिफ ने किया हैं। ऐसा होते हुए भी ईरान की जनता अमरीका के इस क्रौर्य का जवाब देगी, यह दावा ज़रिफ ने किया। तभी, ईरान की अर्थव्यवस्था पर इन प्रतिबंधों का असर नहीं होगा, यह दावा ईरान की सेंट्रल बैंक के गवर्नर अब्दुलनसेर हेम्मती ने किया है।

तभी अमरीका के यह प्रतिबंध यूरोपिय देशों के बैंक और वित्तसंस्थाओं को लक्ष्य करनेवाले होने का दावा अमरीका स्थित अभ्यासगुट कर रहे हैं। यूरोप के बैंक और वित्तसंस्थाओं से ईरान को प्रदान हो रही मानवता की सहायता इन नए प्रतिबंधों से बाधित होगी। अमरीका के प्रतिबंध अब तक अनदेखा कर रहे यूरोप के लिए यह जोरदार झटका साबित होता है, यह इशारा ‘सेंटर फॉर न्यू अमरिकन सिक्युरिटी’ नामक अभ्यासगुट की विश्‍लेषिका एलिज़ाबेथ रोज़ेनबर्ग ने दिया। साथ ही अगले दिनों में अमरीका के अगले राष्ट्राध्यक्ष भी यह प्रतिबंध हटाकर बातचीत शुरू कर नहीं सकेंगे, इस बात का ध्यान भी नए प्रतिबंध लगाते समय रखा गया है, यह दावा रोज़ेनबर्ग ने किया है।

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