ईरान से संबंधित ११ कंपनियों पर अमरीका के प्रतिबंध

वॉशिंग्टन – पेट्रोलियन उत्पादनों के निर्यात के लिए ईरान की सहायता कर रही ११ विदेशी कंपनियों पर अमरीका ने प्रतिबंध लगाए हैं। इसमें एक चीनी कंपनी का समावेश है। इन कंपनियों ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है, यह आरोप अमरीका कर रही है। अमरीका अब ईरान पर प्रतिबंध ना लगाएं, इसके लिए यूरोपिय देश एवं रशिया, चीन के बीच ब्रुसेल्स में बैठक हो रही है तभी अमरीका ने ईरान पर यह प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया। इसी बीच, अमरीका के प्रतिबंधों के बाद भी ईरान किसी भी अड़ंगे के बिना हथियारों का निर्माण कर सकता है, ऐसे बयान करके ईरान उकसा रहा है।

Iran-co-US-sanctionअमरीका के कोषागार विभाग ने गुरूवार के दिन ईरान को पेट्रोलियम पदार्थ एवं पेट्रोकेमिकल्स की निर्यात के लिए सहायता कर रही ११ विदेशी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की। इनमें ईरान की छह कंपनियां, संयुक्त अरब अमीराती एवं चीन की कंपनी का समावेश है। इन कंपनियों ने अवैध तरीके से ईरान को पेट्रोलियम पदार्थों की निर्यात के लिए सहायता प्रदान करके ईरान पर लगाए प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है, यह आरोप अमरीका ने लगाया है। इसके अलावा हाँगकाँग की ‘ट्रिलाईन्स पेट्रोकेमिकल्स कंपनी लिमिटेड के खिलाफ़ अतिरिक्त कार्रवाई करने की संभावना व्यक्त की जा रही है। वर्ष २०२० के जनवरी महीने में अमरीका ने इस कंपनी पर प्रतिबंध लगाए थे। इस कंपनी ने ईरान की राष्ट्रीय इंधन कंपनी को लाखों डॉलर्स प्रदान किए थे। इसका इस्तेमाल आतंकियों को निधी देने के लिए किए जाने का आरोप करके अमरीका ने इस कंपनी को फटकार लगाई थी। लेकिन, इसके बाद भी संबंधित कंपनी ईरान के साथ इंधन की अवैध निर्यात करने में जुटी होने से अमरीका ने इस कंपनी पर बड़ी कार्रवाई होने की संभावना व्यक्त की है।

तभी अमरीका ने ‘ब्लैक लिस्ट’ की हुई ईरानी कंपनियों के तीन अधिकारियों के खिलाफ़ भी कार्रवाई की। साथ ही इंधन के आड़ में आतंकियों को आर्थिक सहायता प्रदान कर रहे ईरान पर विदेशमंत्री पोम्पिओ ने कड़ी आलोचना की है। आतंकियों की आर्थिक सहायता करने के लिए प्राकृतिक स्रोतों का इस्तेमाल करना ईरान बंद करे और इस क्षेत्र की तबाही भी रो्के, ऐसा इशारा अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने इस दौरान दिया। साथ ही इसके आगे भी अमरीका की कार्रवाई जारी रहेगी, यह इशारा पोम्पिओ ने दिया। अमरीका ने ईरान पर लगाए प्रतिबंध यानी खाड़ी क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बरकरार रखने के लिए की हुई कोशिश होने का बयान अमरिकी विदेशमंत्री ने किया है।

इसी बीच, अमरीका के इन प्रतिबंधों से हमें ड़र नहीं है, यह बात ईरान ने कही है। अमरीका ने ईरान के खिलाफ़ कितने भी कड़े प्रतिबंध लगाए तो भी ईरान में हथियारों का निर्माण जारी रहेगा, यह बयान भी ईरान के विदेश मंत्रालय ने किया है। अमरीका के प्रतिबंध ईरान को हथियारों से सज्जित होने से रोक नहीं सकते, यह दावा ईरान ने किया। वर्ष २०१८ में ईरान के साथ किया गया परमाणु समझौता तोड़ने के बाद अमरीका ने ईरान पर प्रतिबंध लगाना शुरू किया है। परमाणु और मिसाइल निर्माण करके ईरान प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहा है और अन्य देश भी ईरान पर लगाए प्रतिबंधों का समर्थन करें, ऐसा आवाहन अमरीका ने किया था। लेकिन, राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद ने अमरीका का यह आवाहन ठुकराने के बाद अमरीका ने ईरान पर ‘स्नैप बैक’ प्रतिबंध लगाने का इशारा दिया था।

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