बायडेन ने सरकार स्थापित करने से पहले अमरीका-चीन संघर्ष भड़केगा – चीन के अभ्यासगुट का इशारा

बीजिंग – ‘साउथ चायना सी’ के क्षेत्र में अमरीका और चीन का संघर्ष भड़क सकता है। अमरीका के नियुक्त राष्ट्राध्यक्ष अमरिकी सरकार की ज़िम्मेदारी संभालने से पहले यह संघर्ष शुरू होगा, ऐसा इशारा ‘साउथ चायना सी प्रोबिंग इनिशिएटिव’ (एससीएसपीआय) नामक चीनी अभ्यासगुट ने दिया है। इसी बीच अमरीका के नए राष्ट्राध्यक्ष बायडेन होंगे तब भी इससे संतोष जताने का कारण नहीं है। चीन के विस्तारवाद को रोकने के लिए राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनाई नीति बायडेन के कार्यकाल में अधिक तीव्र होगी, ऐसा इशारा भी हाँगकाँग स्थित वृत्तसंस्था ने दिया है।

‘साउथ चायना सी’ में जारी गतिविधियों का अध्ययन करके इस विषय की जानकारी चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत को प्रदान करने का काम ‘एससीएसपीआय’ संभालती है। कुछ दिन पहले इसी चीनी अभ्यासगुट ने अमरीका के नामांकित पत्रिका को ‘साउथ चायना सी’ के विषय पर अहम जानकारी प्रदान की थी। इस समुद्री क्षेत्र में अमरीका और चीन के बीच यकायक संघर्ष शुरू होने का खतरा बढ़ा होने का अहसास इस चीनी अभ्यासगुट को हो रहा है, ऐसा दावा अमरिकी पत्रिका ने किया।

us-china‘साउथ चायना सी’ में जारी गतिविधियों को लेकर माध्यमों में प्रति दिन खबरें प्रसिद्ध नहीं हो रही है, फिर भी इस समुद्री क्षेत्र में अमरीका और चीन की नौसेनाएं हररोज़ एक दूसरे के सामने खड़ी होती रहती हैं। इस वजह से यह संघर्ष शुरू होने का खतरा अधिक बढ़ा है’, ऐसा बयान अमरिकी पत्रिका ने वर्णित चीनी अभ्यासगुट के दाखिले से किया है। साथ ही इस क्षेत्र के विवाद का हल निकालने के लिए ‘एससीएसपीआय’ ने आवाहन भी किया है। ‘अमरीका और चीन ने इस संकट से बचने के लिए समय पर योजना नहीं बनाई तो बड़ी दुर्घटना या तीव्र संघर्ष शुरू होने का खतरा है’, ऐसा इशारा भी इस अभ्यासगुट ने दिया है।

अमरीका और चीन का संघर्ष शुरू होने का खतरा बड़ा है और इससे पीछे हटना कठिन होने की चिंता चीनी अभ्यासगुट ने व्यक्त की है। ‘साउथ चायना सी’ में संघर्ष शुरू होने से बचना हो तो अमरीका पहल करे, यह सुझाव भी ‘एससीएसपीआय’ ने रखा है। वहां के समुद्री क्षेत्र एवं द्विपों के विवाद में अमरीका किसी भी देश के पक्ष में खड़ी ना हो। इस क्षेत्र में संतुलन बनाए रखने के लिए सहायता करे और इस क्षेत्र में आक्रामकता दिखाना भी अमरीका छोड़ दे, ऐसा आवाहन चीनी अभ्यासगुट ने किया है।

लेकिन, अमरीका ‘साउथ चायना सी’ के क्षेत्र से पीछे हटने की संभावना नहीं है, ऐसा कहकर ‘एससीएसपीआय’ ने इस क्षेत्र में बने तनाव के लिए अप्रत्यक्ष रूप से अमरीका ही ज़िम्मेदार होने का ठिकरा फोड़ा है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प सत्ता से दूर होने से पहले ‘साउथ चायना सी’ क्षेत्र में संघर्ष शुरू करेंगे, यह दावा चीनी अभ्यासगुट कर रहा है। तभी, हाँगकाँग स्थित नामांकित वृत्तसंस्था ने चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत को ज्यो बायडेन के नए प्रशासन से सावधानी बरतने की आवश्‍यकता होने का इशारा दिया है।

कुछ दिन पहले ही अमरीका के भावी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहगार के तौर पर ‘जेक सुलिवैन’ के नाम का ऐलान किया था। बीते वर्ष ‘साउथ चायना सी’ में देखी गई चीन की आक्रामकता के विरोध में सुलिवैन ने सख्त आलोचना की थी। साथ ही ट्रम्प प्रशासन इस समुद्री क्षेत्र में चीन को रोकने में नाकाम होने का आरोप सुलिवैन ने किया था।

‘इस समुद्री क्षेत्र के परिवहन की आज़ादी के लिए एवं अपने मित्रदेशों की सुरक्षा के लिए अमरीका को ‘साउथ चायना सी’ में अधिक से अधिक तैनाती करनी होगी’, यह सुझाव भी सुलिवैन ने दिया था।

साथ ही अमरीका को चीन के विरोध में समुद्री परिवहन की आज़ादी के लिए मुहिम तीव्र करनी होगी, यह बयान सुलिवैन ने किए होने की याद हाँगकाँग स्थित वृत्तसंस्था ने ताज़ा की है। इस वजह से सुलिवैन का चयन करके बायडेन ने अपनी ‘साउथ चायनासी’ से संबंधित नीति ट्रम्प से भी अधिक आक्रामक रहेगी, ऐसे स्पष्ट संकेत दिए हैं, यह इशारा भी इस वृत्तसंस्था ने दिया है।

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