रशिया विरोधी संघर्ष में यूक्रेन के हाथों में अब कुछ ही हफ्तों का समय है – अमरीका की पूर्व विदेश मंत्री कॉन्डोलिझा राईस और पूर्व रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेटस्‌‍ की चेतावनी

वॉशिंग्टन/किव – रशिया-यूक्रेन संघर्ष में यूक्रेन की अर्थव्यवस्था पुरी तरह से तबाह हुई हैं और सैन्य क्षमता के लिए यह देश पुरी तरह से पश्चिमी देशों पर निर्भर हैं। ऐसी स्थिति में रशिया विरोधी संघर्ष में बने रहना हैं तो यूक्रेन के हाथों में अब कुछ ही हफ्ते बचे हैं, ऐसी चेतावनी अमरीका के पूर्व वरिष्ठ मंत्री ने दी। ‘द वॉशिंग्टन पोस्ट’ नामक शीर्ष अखबार में अमरीका की पूर्व विदेश मंत्री कॉन्डोलिझा राईस और पूर्व रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेटस्‌‍ ने एक लेख में यूक्रेन की खराब स्थिति का अहसास कराया। साथ ही रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन कभी भी पीछे नहीं हटेंगे, क्यों कि उनके सामने पराभव यह विकल्प ही नहीं है, ऐसा इशारा अमरीका के पूर्व मंत्री ने दिया।

यूक्रेन की हुकूमत ने कुछ दिन पहले ही रशिया के खिलाफ नई आक्रामक योजना बनाने का ऐलान किया था। इस हमले के लिए यूक्रेन को बड़ी मात्रा में हथियारों की ज़रूरत होगी, यह भी यूक्रेन के सैन्य अधिकारी ने कहा था। यूक्रेन के वरिष्ठ सेना अधिकारी जनरल वैलरी झैल्युझ्नी ने यूक्रेनी सेना को ३०० टैंक्स, ५०० होवित्झर्स और ७०० बख्तरबंद वाहनों की ज़रूरत होने का दावा किया था। यूक्रेन के राष्ट्राध्यक्ष वोलोदमीर झेलेन्स्की की अमरीका यात्रा भी इसी हथियारों की आपूर्ति की मांग करने के लिए थी, यह कहा जा रहा हैं।

झेलेन्स्की की यात्रा के बाद अमरीका ने यूक्रेन को पैट्रियॉट मिसाइल यंत्रणा, ब्रैडले लाईट इन्फन्ट्री टैंक्स, सी-स्पैरो मिसाइल्स जैसे हथियारों की सहायता देने का ऐलान किया था। इस बीच जर्मनी और फ्रान्स ने भी कम भार के टैंक एवं बख्तरबंद वाहन देने का ऐलान किया था। लेकिन, यूक्रेन के लिए यह सहायता पर्याप्त नहीं हैं और पश्चिमी देशों ने भारी मात्रा में हथियारों की आपूर्ति करना शुरू करना होगा, ऐसी मांग राईस और गेटस्‌‍ ने अपने लेख से की हैं।

‘यूक्रेन से लाखों लोग देश छोड़कर गए हैं। इस देश की बुनियादी सुविधा लगभग नष्ट हुई हैं। यूक्रेन की खनिज संपत्ति और औद्योगिक क्षेत्र भी तबाह हुआ हैं। देश की खेती की ज़मीन काफी हद तक रशिया के नियंत्रण में हैं। यूक्रेन आर्थिक और सैन्य स्तर पर पुरी तरह से पश्चिमी देशों पर, इसमें भी प्रमुखता से अमरीका की सहायता पर निर्भर हैं’, इसपर अमरीका के पूर्व वरिष्ठ मंत्री ने ध्यान आकर्षित किया। यदि, यूक्रेन करीबी समय में रशिया विरोधी सफल अभियान चला नहीं सका तो पश्चिमी देशों का गुट राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की पर दबाव बनाकर रशिया के साथ युद्ध विराम करने के लिए उन्हें मज़बूर कर सकते हैं, यह दावा भी राईस और गेटस्‌‍ ने किया हैं।

इसी बीच, यूक्रेन के रक्षा मंत्री एलेक्सी रेझ्नीकोव ने अपना देश नाटो के लिए होने वाले खतरे के विरोध में अभियान चलाकर खून बहा रहा हैं और इसके बदले में यूक्रेन को हथियार मिलना चाहिए, ऐसी मांग एक साक्षात्कार के दौरान की है।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.