यूक्रेन स्थित अमरिकी ‘बायोलैब्ज’ के मुद्दे पर रशिया ने नए सबूतों के साथ रखा नया प्रस्ताव

मास्को – अमरीका ने यूक्रेन में शुरू किए ‘जैव लैब्ज्‌‍’ के मालमे में रशिया ने नए सबूतों के साथ प्रस्ताव पेश किया है। रशिया के वरिष्ठ सेना अधिकारी इगॉर किरिलोव ने यह जानकारी साझा की। सितंबर के पहले हफ्ते में जिनेवा में ‘बायोलॉजिकल वेपन्स कन्वेन्शन’ की बैठक हुई। इस बैठक में रशिया ने नए सबूत पेश किए और साथ ही अमरीका और यूक्रेन ने साझा की हुई जानकारी पर सवाल उठाए है। साथ ही बैठक के कुछ दिनों बाद रशिया ने ‘बायोलॉजिकल वेपन्स कन्वेन्शन’ से जुड़े प्रावधानों में कुछ सुधार सुझाए हैं, यह भी किरिलोव ने कहा।

यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू करने के बाद कुछ ही दिनों में रशिया ने यूक्रेन में मौजूद अमरिकी ‘बायोलैब्ज्‌‍’ का मुद्दा उठाया था। अमरिकी रक्षा विभाग ने यूक्रेन में २६ ‘बायो लैब्ज्‌‍’ शुरू किए और इस पर अमरीका का सीधा नियंत्रण होने के साथ कोरोना एवं अन्य घातक विषाणुओं पर इस लैब्ज्‌‍ में प्रयोग किए जा रहे हैं, ऐसा आरोप रशिया ने लगाया। यूक्रेन के सैनिक एवं आम नागरिकों पर विषाणुओं के प्रयोग किए जा रहे हैं, ऐसा रशिया ने कहा है। तथा इन लैब्ज्‌‍ के साथ अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन का बेटा हंटर बायडेन का संबंध होने का दावा भी रशिया ने किया था। यूक्रेन के सांसदों ने अमरिकी लैब्ज्‌‍ पर आपत्ति जताने की बात पर भी रशिया ने ध्यान आकर्षित किया था। रशिया के इन दावों को चीन ने काफी अहमियत दी थी।

लेकिन, यूक्रेन और अमरीका ने रशिया के आरोपों से इन्कार किया है। अमरिकी लैब्ज्‌‍ कार्यरत होने के बावजूद इनमें घातक विषाणु या महामारी संबंधित अनुसंधान जारी है, इससे यूक्रेन ने इन्कार किया था। अमरिकी लैब्ज्‌‍ ने इसकी कबूली दी है, फिर भी इससे संबंधित सार्वजनिक की हुई जानकारी पर्याप्त ना होने का बयान रशिया ने किया है। तथा रशिया ने इससे संबंधित सबूत पेश किए हैं और इस कारण अमरीका और यूक्रेन मुश्किल में फंसेंगे, ऐसी संभावना जतायी जा रही है। ‘बायोलॉजिकल वेपन्स कन्वेन्शन’ की बैठक में अमरीका और यूक्रेन के अलावा अन्य देशों ने रशिया द्वारा पेश किए गए सबूत स्वीकारे हैं और इस पर आपत्ति नहीं जताई है, ऐसा रशिया ने कहा।

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